नई दिल्ली: संभल हिंसा को लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने एक बार फिर से यूपी सरकार हमला बोला है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि संभल दंगा जानबूझकर कराया गया और पुलिस की गोली से लोगों की मौत हुई। अखिलेश ने इस दंगे को चुनावी धांधली से ध्यान भटकाने की साजिश बताया।
अखिलेश यादव ने कहा कि जब पहली बार सर्वे हुआ, तो पूरा का पूरा सहयोग किया गया। साबरमती फिल्म देखकर उन्हें लगा कि उन्हें भी कुछ बड़ा करेंगे इसलिए ये सब कराया गया। चुनावी धांधली से ध्यान हटाने के लिए ये किया गया है। पुलिस ने बैरिकेडिंग लगा दिया ताकि लोग नमाज न पढ़ सकें। 23 तारीख को रात में कहा गया कि 24 को सुबह फिर से सर्वे होगा, शाही जामा मस्जिद कमेटी के सदस्य ने कहा कि एक बार तो सर्वे हो चुका है।
सपा मुखिया ने कहा कि अगर आप बीजेपी की बात मानोगे तो गड्ढे में गिरोगे। मुसलमानों के साथ इन्होंने गाली-गलौज की। चुनाव आयोग ने खानापूर्ति के लिए कार्रवाई की, पहले वे अन्याय करते हैं, अगर आप अन्याय का विरोध करोगे तो ये आपके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
जियाउर्रहमान बर्क संभल में नहीं थे, इसके बावजूद एफआईआर हुई: अखिलेश यादव
वहीं अखिलेश यादव ने कहा, "यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, हमारे सांसद जियाउर्रहमान बर्क संभल में नहीं थे, इसके बावजूद उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। क्या किसी ने कभी ऐसा उदाहरण देखा है? एक पुलिस अधिकारी लोगों से राजनेताओं का समर्थन न लेने के लिए कह रहा था, वह किसकी बात कर रहा था? यह किसकी भाषा थी?"
गोली चलाने वालों के खिलाफ हत्या का मामला हो दर्ज: राम गोपाल यादव
संभल में पथराव की घटना पर समाजवादी पार्टी के सांसद राम गोपाल यादव ने कहा, "हमारी मांग है कि गोली चलाने वालों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाए, जिसके लिए जिलाधिकारी और एसपी जिम्मेदार हैं।"