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नैरोबी (केन्या) पूर्वी अफ्रीकी देश केन्या जनता के विरोध प्रदर्शन के कारण सुर्खियों में है। केन्या में टैक्स बढ़ाने वाले फाइनेंस बिल के विरोध में प्रदर्शनकारी मंगलवार को संसद में घुस गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने संसद में जमकर उत्पात मचाया। परिसर के एक हिस्से में आग लगा दी, तोड़फोड़ की। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी कर दी, जिसमें 10 लोगों की मौत की खबर है, जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए। बता दें कि इससे पहले सोमवार को भी सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच कई झड़प हुई थी।

केन्या की मीडिया के मुताबिक, संसद में मंगलवार को लोग एकदम से उस वक्त भड़क गए जब उन्हें यह खबर मिली कि संसद में बिल पेश हो गया है। इसके बाद प्रदर्शनकारी अचानक बेकाबू हो गए और संसद में घुस गए। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच स्थिति तनावपूर्ण हो गई। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पहले आंसू गैस और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया, लेकिन जब यह कारगर नहीं हुआ, तो उन्होंने गोलियां चलाईं।

हिंसा की खबरों के बीच नेता ने दोहराया सुरक्षा का संकल्प

संसद में अमर्यादित आचरण के बाद अप्रिय स्थिति पैदा हो गई। आंसू गैस के गोले छोड़े जाने और हिंसा की खबरों के बीच केन्या के शीर्ष नेता ने सुरक्षा का संकल्प दोहराया है। केन्या के नेता ने संसद पर हमले को सुरक्षा के लिए खतरा बताया और कहा है कि ऐसी अशांति 'किसी भी कीमत पर' दोबारा नहीं होगी।

इससे पहले बुधवार को केन्या में उग्र विरोध-प्रदर्शन की खबरें सामने आईं। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाबलों को बल प्रयोग करना पड़ा। हालात बेकाबू होने पर आंसू गैस के गोले का इस्तेमाल किए जाने की खबरें भी सामने आईं। प्रदर्शनकारियों में शामिल पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की बहन भी आंसू गैस के गोले की चपेट में आ गईं।

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