कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता सहित राज्य के कई जिलों में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश के बाद अतिक्रमण के खिलाफ पुलिस ने अभियान तेज कर दिया है। इसी के तहत कोलकाता में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का कार्यालय तोड़ दिया गया। कोलकाता के तारातला के गोरागाचा में जहां बीजेपी का ऑफिस तोड़ा गया, वहां जब पुलिस पहुंची तो बीजेपी कार्यकर्ताओं से उनकी कहासुनी हो गई।
बंगाल में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई तेज
पश्चिम बंगाल पुलिस ने पिछले दो दिनों में हजारों की संख्या में फुटपाथ पर लगी दुकानों को हटाया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फुटपाथ पर कब्जा करने वाले लोगों के खिलाफ प्रशासन की ओर से चलाए जा रहे अभियान को लेकर गुरुवार (27 जून 2024) को एक उच्चस्तरीय बैठक भी बुलाई है।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक मंगलवार (25 जून 2024) को एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कोलकाता और साल्ट लेक में खाद्य पदार्थ, वस्त्र और विभिन्न उत्पाद बेचने के लिए दुकान लगाने वाले फेरीवालों को इन्हें हटाने के लिए कहा गया है।
उन्होंने बताया कि कोलकाता पुलिस ने मंगलवार सुबह से ही जेसीबी मशीन की मदद से भवानीपुर क्षेत्र में सरकारी एसएसकेएम अस्पताल के सामने के फुटपाथ, हाटीबागान और गरियाहाट इलाकों सहित शहर के विभिन्न हिस्सों से अतिक्रमणकारियों को हटाना शुरू कर दिया।
जेसीबी से हटाए जा रहे अतिक्रमण
कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हम शहर के फुटपाथों पर किसी भी तरह का अतिक्रमण नहीं होने देंगे। सबसे पहले हम उनसे (रेहड़ी-पटरी वालों) कह रहे हैं कि वे अपने व्यवसाय चलाने के लिए बनाए गए अस्थायी ढांचों को हटा लें। अगर वे सहयोग नहीं कर रहे हैं तो अतिक्रमण को हटाने के लिए हम जेसीबी मशीन का उपयोग कर रहे हैं।"