नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): नीट पेपर लीक मामले पर आज दोनों सदनों में विपक्षी सांसदों ने हंगामा किया। लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते है कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नीट का मुद्दा उठाया। राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा की शुरुआत से पहले नीट को लेकर चर्चा की मांग की है। वहीं, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को कहा कि सरकार मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम नीट पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन यह चर्चा परंपरा के अनुसार और शालीनता बनाए रखते हुए होनी चाहिए। इस मामले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
'समस्या एनटीए और यूजीसी में है': जयराम रमेश
धर्मेंद प्रधान के बयान पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि आपने (धर्मेंद्र प्रधान) पहले कहा थी कि यह कोई घोटाला नहीं है। दरअसल, समस्या एनटीए और यूजीसी में है। आज भी एनटीए और यूजीसी के चेयरमैन कौन हैं देखिए। जयराम रमेश ने कहा कि मोदी सरकार ने सरकारी नौकरियां देने के लिए चार साल पहले नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी (एनटीए) बनायी। लेकिन आजतक एनटीए द्वारा एक नौकरी नहीं दी गई।
उन्होंने कहा, हम इस मामले पर राजनीति नहीं करना चाहते हैं, लेकिन हकीकत है कि इन घोटालों में बीजेपी से जुड़े नेता शामिल हैं।
छात्रों को भ्रमित न करें विपक्ष: धर्मेंद्र प्रधान
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, 'हम किसी को नहीं छोड़ने वाले हैं। एनटीए के प्रभारी लोगों को हटा दिया गया है और जिम्मेदारी सीनियर अधिकारियों को दे दी गई है। यह सब सरकार की प्रतिबद्धता का सबूत है। मैं विपक्ष से अपील करना चाहता हूं कि वे छात्रों को भ्रमित न करें।'
उन्होंने कहा कि सुधारों के लिए एक विश्वसनीय उच्च-स्तरीय समिति भी बनाई गई है। जल्द ही, उन सभी परीक्षाओं (स्थगित या रद्द) की तिथियों की भी घोषणा कर दी जाएगी। उन्होंने कहा, 'मैं विपक्ष से चर्चा में शामिल होने का अनुरोध करता हूं।'