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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उन्नाव में एक नाबालिग लड़की के साथ हुए कथित रेप के बाद उसके पिता की मौत मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने भाजपा विधायक के भाई समेत 5 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। कथित रेप मामले में मुख्य आरोपी भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) विधायक कुलदीप सिंह सेंगर फिलहाल सीतापुर जेल में बंद हैं। न्यायिक हिरासत में रेप पीड़िता के पिता की हुई मौत मामले में भाजपा विधायक के भाई अतुल सिंह सेंगर सहित 5 आरोपियों के नाम आरोप पत्र में दर्ज हैं।

इन पांच आरोपियों में अतुल सिंह सेंगर के अलावा विनीत मिश्रा, बिरेन्द्र सिंह, राम शरण सिंह, शशि प्रताप सिंह हैं जो सभी उन्नाव जिले में माखी गांव के निवासी है। सीबीआई ने इनके खिलाफ हत्या और इससे संबंधित अन्य अपराधों का आरोप तय किया है। जांच अधिकारी अनिल कुमार ने सीबीआई के रोशनुद्दौला कोर्ट में आरोप पत्र दायर किया। रविवार को इस मामले की जांच के 90 दिन पूरे हो जाएंगे।

बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के रामनगर थानाक्षेत्र के ग्राम सिलौटा में शनिवार को पुलिस और बदमाशों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में दो कुख्‍यात इनामी बदमाश मारे गए लेकिन इस कार्रवाई के दौरान तीन पुलिसकर्मी भी बुरी तरह घायल हो गए जिनको इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मारे गए दोनों बदमाशों पर पचास-पचास हजार रूपये का इनाम घोषित था। उन के पास से पिस्तौल और असलहे भी बरामद हुए हैं।

पुलिस अधीक्षक वी पी श्रीवास्तव ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर टिकैतनगर और रामनगर थानों की पुलिस ने दोनों इनामी बदमाशों की घेराबंदी की। उन्होंने बताया कि दोनों बदमाशों ने अपने को चारों तरफ से घिरता देख जान बचाने के लिए पुलिस पर हमला बोल दिया। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए गोलियां चलाईं जिसमें दोनों बदमाश मारे गए। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में मारे गए बदमाशों में उन्नाव का मुशीर और कानपुर नगर का इब्राहिम शामिल है।

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य, पूर्व प्रदेश महामंत्री और समाजवाद बचाओ मोर्चा के अध्यक्ष डॉ सी पी राय ने कहा है कि अखिलेश यादव को समाजवादी पार्टी की तरफ से मुलायम सिंह यादव को प्रधानमंत्री पद का दावेदार घोषित कर देना चाहिए। डॉ राय ने कहा है कि मुलायम सिंह उत्तर भारत के इकलौते ऐसे नेता है जो भाजपा से संघर्ष के प्रतीक है तथा नरेंद्र मोदी को कड़ी चुनौती दे सकते है। उन्हें प्रदेश से देश तक कि सरकार का अनुभव भी है और कुछ ही समय पूर्व देश के कई प्रमुख नेताओं ने उनको अपनी संयुक्त पार्टी का अध्यक्ष भी मान लिया था जो समाजवादी पार्टी की अंदरूनी खींचतान के कारण असफल हो गया।

मुलायम सिंह ने अखिलेश को उस उम्र में देश के सबसे बड़े सूबे के मुख्यमंत्री बना दिया जिस उम्र में लोग विधायक बनने के लिए तरसते हैं। अब ये अखिलेश यादव की जिम्मेदारी है कि वो अपनी भारी लोकप्रियता और उस सब कौशल का प्रयोग कर जिससे वो राष्ट्रीय अध्यक्ष बने, नेता जी को प्रधानमंत्री बनायें।

नई दिल्ली: सत्ताधारी भाजपा पर हमला बोलते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा कि लोकसभा चुनाव करीब आ रहा है, इसलिए भाजपा किसानों का हितैषी होने का दिखावा करने लगी है। उन्होंने कहा कि किसानों के उत्पादों के लिए घोषित ताजा न्यूनतम समर्थन मूल्य से किसान को कुछ मिलने वाला नहीं है, क्योंकि उसकी अर्थनीति किसान पक्षधर नहीं, कारपोरेट घरानों के हित साधने की है। न्यूनतम समर्थन मूल्य में डेढ़गुना जोड़ने का जो दावा किया है, वह भाजपा की दोषपूर्ण आर्थिक नीति को साबित करता है।

सपा प्रमुख ने कहा, "स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट की संस्तुतियों से भाजपा साफ मुकर गई थी और अब किसानों के समर्थन का ढोंग कर रही है।" अखिलेश ने आईपीएन को भेजे अपने बयान में कहा कि भाजपा राज में किसान की सबसे ज्यादा दुर्दशा है। उसके साथ न्याय नहीं हो रहा है। उसकी जमीन कर्ज में फंसी है, कृषि मंडियों में किसान लुट रहा है, सिंचाई का संकट है। विद्युत आपूर्ति बाधित है, किसान निराशा और कुंठा में आत्महत्या कर रहा है। भाजपा को अन्नदाताओं को धोखा देने में भी कोई गुरेज नहीं है। केंद्र में भाजपा सरकार का अंतिम वर्ष है, किसानों को लाभ पहुंचाने का ख्याल उसे अब तक क्यों नहीं आया था?

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