प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के महाकुंभ मेला में श्रद्धालुओं का सैलाब माघ पूर्णिमा के बाद भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार को नैनी रेलवे स्टेशन पर उमड़ी भारी भीड़ के कारण हालात बेकाबू हो गए। स्टेशन परिसर में इतनी अधिक भीड़ हो गई कि लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी।
भीड़ के दबाव को देखते हुए प्रशासन को आपातकालीन प्लान लागू करना पड़ा और कई रास्तों को ब्लॉक करना पड़ा। स्टेशन पर बढ़ी भीड़ के कारण श्रद्धालु स्थानीय दुकानों में घुस गए। इससे चारों तरफ अव्यवस्था का आलम दिखा। हालांकि, सुरक्षाकर्मियों और स्थानीय व्यापारियों ने श्रद्धालुओं को राहत पहुंचाने की व्यवस्था की।
भारी भीड़ के कारण लोगों को सांस लेने में भी परेशानी होने लगी। इसी दौरान छह श्रद्धालु बेहोश हो गए। उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चाका में भर्ती कराया गया। इनमें से एक युवक कानपुर का निवासी बताया जा रहा है, लेकिन बेहोशी के कारण वह अपना पता या कोई अन्य जानकारी नहीं दे पा रहा था। उसके पास मोबाइल भी नहीं था, जिससे पुलिस और डॉक्टरों को उसकी पहचान करने में परेशानी हुई।
लागू किया गया डायवर्जन प्लान
रविवार को उमड़ी भारी भीड़ के कारण पुलिस को इमरजेंसी प्लान लागू करना पड़ा। संगम स्नान के लिए अचानक उमड़ी भीड़ के कारण पुलिस ने यातायात डायवर्जन लागू कर दिया। नैनी और मेवालाल बगिया क्षेत्र में बैरिकेडिंग लगाकर वाहनों का रूट बदला गया। वहीं, डाकखाने के पास रास्ता ब्लॉक कर दिया गया, जिससे पूरे इलाके में यातायात बाधित हो गया। रेलवे स्टेशन पर वन-वे व्यवस्था लागू की गई, जहां संगम जाने वाले यात्रियों को प्लेटफॉर्म नंबर चार से नैनी मलहरा आरओबी होते हुए चकदोंदी की ओर भेजा गया।
झूंसी स्टेशन पर भी बेकाबू भीड़
महाकुंभ मेला में उमड़ी भीड़ का असर झूंसी रेलवे स्टेशन पर भी दिखा। रेलवे प्रशासन ने स्टेशन परिसर में बने छह आश्रय स्थलों में श्रद्धालुओं को तीन-चार घंटे तक रोके रखा। श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ के कारण कई लोगों की गर्मी और घबराहट से तबीयत बिगड़ गई। छपरा की दो महिलाओं और बलिया के एक व्यक्ति को बेहोशी की हालत में एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया।
सुरक्षाबलों और व्यापारियों ने की मदद
रेलवे स्टेशन पर श्रद्धालुओं की मदद के लिए सशस्त्र सीमा बल के जवान तैनात रहे। जवानों ने श्रद्धालुओं की पानी की बोतलें भरकर दीं और जरूरतमंदों को छांव में बैठाया। भीड़ में फंसे बिहार के गोपालगंज निवासी नंदजी शाह को पत्नी और तीन बच्चों के साथ जवानों ने सुरक्षित जगह पहुंचाया। कई महिलाएं और बुजुर्ग दुकानों में शरण लेने को मजबूर हुए, व्यापारियों ने उनकी मदद की।
भीड़ बढ़ने की आशंका
प्रशासन और रेलवे के अतिरिक्त इंतजामों के बावजूद श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अधिकारियों का मानना है कि आने वाले दिनों में भी इसी तरह भीड़ बढ़ने की संभावना है, जिसके चलते अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की जा रही है। 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के साथ महाकुंभ मेला का समापन होने वाला है। इसको लेकर श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड तोड़ रही है।