ताज़ा खबरें
गुजरात मॉडल सिर्फ छलावा, राज्य पर पांच लाख करोड़ का कर्ज: कांग्रेस
केरलः नफरती भाषण मामले में बीजेपी नेता पीसी जॉर्ज को जेल भेजा गया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चार भारतीय कंपनियों पर लगाया प्रतिबंध
बिहार का कटिहार धमाके से दहला! दो महिलाओं समेत चार लोग घायल
सर्वविदित है, चुनावी वर्ष में पीएम को बिहारियों की चिंता सताएगी: तेजस्वी
अब इधर-उधर नहीं... पीएम मोदी के नेतृत्व में काम आगे बढ़ेगा: नीतीश
एमसीडी की आप सरकार ने 'हाउस टैक्स' भरने वालों को दी बड़ी राहत

लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने कार्यकाल में हुए कथित अवैध खनन मामले पर सीबीआई की कार्यवाही के बाद खुद से पूछताछ की आशंका के बारे में रविवार को कहा कि वह सीबीआई को जवाब देने के लिये तैयार हैं, मगर भाजपा यह याद रखे कि वह जिस संस्कृति को छोड़कर जा रही है, कल उसे भी उसका सामना करना पड़ेगा।

अखिलेश ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में खुद पर सीबीआई जांच की आंच पड़ने की आशंका के सवाल पर कहा ‘‘ सपा इस कोशिश में है कि ज्यादा से ज्यादा लोकसभा सीटें जीते। जो हमें रोकना चाहते हैं, उनके पास सीबीआई है। एक बार कांग्रेस ने सीबीआई जांच करायी थी, तब भी पूछताछ हुई थी। अगर भाजपा यह सब करा रही है और सीबीआई पूछताछ करेगी तो हम जवाब देंगे। मगर जनता भाजपा को जवाब देने के लिये तैयार है।’’ उन्होंने कहा ‘‘आखिर सीबीआई छापेमारी क्यों कर रही है। जो पूछना है हमसे पूछ ले, लेकिन भाजपा के लोग यह याद रखें कि जो संस्कृति वे छोड़कर जा रहे हैं, उसका कल उन्हें भी सामना करना पड़ेगा।’’

लखनऊ: भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री संघप्रिय गौतम ने अपनी ही पार्टी पर निशाना साधा है और बेहतरी के लिए सुझाव दिया है। संघप्रिय गौतम के इस बयान से पार्टी में खलबली मच गई है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को उप प्रधानमंत्री बना देना चाहिए और गृहमंत्री राजनाथ सिंह को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाना चाहिए। संघप्रिय गौतम ने साथ ही कहा कि अमित शाह को राज्यसभा में कमान संभालनी चाहिए, जबकि राष्ट्रीय अध्यक्ष की बागडोर शिवराज सिंह चौहान को सौंपी जानी चाहिए। इस बदलाव से भाजपा कार्यकर्ताओं में विश्वास बढ़ेगा।

संघप्रिय गौतम ने इस संबंध में एक पत्र भी रिलीज किया है। इस पत्र में उन्होंने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के बारे में कहा है कि उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाकर धार्मिक कार्यों में लगा देना चाहिए। संघप्रिय गौतम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में कहा है कि उन्होंने देश की ख्याति को बढ़ाया है और वो देश के सबसे चहेते नेताओं में से एक हैं। लेकिन उन्होंने यह मानने से इनकार कर दिया कि भाजपा दोबारा सत्ता में आएगी। उन्होंने कहा कि देश की मौजूदा हालत को देखकर 2019 लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के आने की संभावना काफी कम है।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गठित एसआईटी ने भ्रष्टाचार के आरोप में फंसे तीन मंत्रियों के निजी सचिव ओम प्रकाश कश्यप, रामनरेश त्रिपाठी और संतोष अवस्थी को गिरफ्तार किया गया। एक निजी चैनल द्वारा दिखाए गए स्टिंग में तीनों सचिव विधानसभा में रिश्वत लेते हुए देखे गए थे। शनिवार को तीनों को कोर्ट में पेश किया गया और इन्हें जेल भेज दिया गया।

स्टिंग ऑपरेशन के सामने आने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीनों सचिवों को निलंबित करते हुए एफआईआर करने के निर्देश दिए थे। साथ ही एडीजी (लखनऊ) जोन राजीव कृष्णन की अध्यक्षता में एक एसआईटी का गठन किया था। कृष्णन ने कमान संभालते ही मामले की रिपोर्ट मांगी थी। इस मामले में 28 दिसंबर को हजरतगंज कोतवाली में मंत्री अर्चना त्रिपाठी के निजी सचिव रामनरेश त्रिपाठी, मंत्री संदीप सिंह के निजी सचिव संतोष कुमार अवस्थी और मंत्री ओम प्रकाश राजभर के निजी सचिव ओम प्रकाश कश्यप के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। एडीजी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि एसएसपी पूर्वी सर्वेश कुमार मिश्र और सीओ हजरतगंज को सबूत जुटाने के लिए दिल्ली भेजा गया था।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी सबसे बड़े खनन घोटाले में फंसते नजर आ रहे हैं। इस मामले में सीबीआई पूर्व मुख्यमंत्री से पूछताछ करेगी। जिस वक्त यह घोटाला हुआ उस वक्त अखिलेश के पास ही खनन मंत्रालय था। सीबीआई इस मामले में उनकी भूमिका की जांच करेगी। इस मामले में सीबीआई ने 12 जगहों पर पड़ताल की है। अखिलेश यादव के कार्यकाल के दौरान गायत्री प्रसाद प्रजापति की सरपरस्ती में यह अवैध खनन का घोटाला सौ करोड़ से अधिक का था। अखिलेश यादव के साथ-साथ उस अवधि में जितने भी मंत्री थे सभी जांच के दायरे में आएंगे।

उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में हुए अवैध खनन घोटाला मामले में सीबीआई ने शनिवार को तत्कालीन डीएम बी.चन्द्रकला के लखनऊ आवास पर छापा मारा था। यहां सीबीआई की टीम ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किये। इस मामले को लेकर विजय द्विवेदी ने याचिका दायर की थी। इस मामले की सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने जांच सीबीआई को सौंप दी थी।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख