बदरीनाथ: रेल मंत्री सुरेश प्रभु शनिवार को सुबह करीब नौ बजे केदारनाथ धाम पहुंचे। यहां पूजा-अर्चना करने के बाद वह दोपहर 12 बजे बदरीनाथ धाम पहुंचे। उनके साथ केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन, सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और कृषि मंत्री सुबोध उनियाल भी हैं। यहां बदरीनाथ में रेल मंत्री ने चारधाम रेल प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया। उन्होंने इस रेल परियोजना को चारधाम यात्रा और सुरक्षा की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण बताया। रेलमंत्री ने कहा कि यह परियोजना उत्तराखंड के विकास में मील का पत्थर साबित होगी। इससे चारधाम यात्रा को सुगम और सस्ती हो जाएगी। साथ ही इससे चीन सीमा पर भारत अपनी सुरक्षा व्यवस्था मजबूत कर सकेगी। इससे पहले 12.20 बजे रेलमंत्री ने बदरीनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। बाहर आने पर बदरी-केदार मंत्री समिति ने उन्हें सम्मानित किया और स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री ने किसान विकास केंद्र का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि जोशीमठ में किसान विकास केंद्र यहां की खेती को बढ़ावा देने में मददगार साबित होगी। सीएम त्रिवेंद्र रावत ने भी रेल परियोजना को सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण बताया। कहा कि उत्तराखंड के विकास में इससे तेजी आएगी। उन्होंने रेल परियोजना का काम तेजी से शुरू और इसे तय समय पर पूरा कराने की अपील रेल मंत्री से की। बता दें कि रेल मंत्री सुरेश प्रभु दिल्ली से सीधे केदारनाथ मंदिर पहुंचे।
पहले उन्हें जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचना था। रेल मंत्री दो दिन के उत्तराखंड दौरे पर हैं। रविवार को रेल मंत्री गंगोत्री धाम जाएंगे, यहां रेल लाइन की संभावनाओं को तलाशा जाएगा। प्रभु रविवार को हर्षित भी जाएंगे। इसके बाद कार से गंगोत्री धाम को प्रस्थान करेंगे। रविवार को दोपहर बाद हेलीकॉप्टर से जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचेंगे, जहां से दिल्ली रवाना हो जाएंगे। ऋषिकेश से कर्णप्रयाग रेल लाइन के लिए जमीन के अधिग्रहण का काम चल रहा है। अब केंद्र ने रुद्रप्रयाग से सोनप्रयाग और कर्णप्रयाग से जोशीमठ तक भी रेल लाइन के विस्तार को मंजूरी दे दी है। सामरिक दृष्टि से यह रेल लाइन महत्वपूर्ण साबित होगी।