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अनंतनाग: जम्मू एवं कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती शनिवार को अनंतनाग उपचुनाव जीत गईं। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 12,000 से अधिक वोटों के अंतर से हराया। यहां से महबूबा सहित आठ उम्मीदवार मैदान में थे, जिनमें कांग्रेस के हिलाल अहमद शाह और नेशनल कांफ्रेंस के इफ्तिखार हुसैन मिसगर भी शामिल हैं। यहां 22 जून को मतदान हुआ था। यह सीट सात जनवरी को महबूबा के पिता व राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के बाद रिक्त हुई थी। 4 अप्रैल को महबूबा ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इसके बाद उन्हें राज्य की द्विसदनीय विधायिका के किसी एक सदन की छह माह के भीतर सदस्यता लेनी थी। यहां मतगणना शनिवार सुबह शुरू हुई, जिसमें कांग्रेस समर्थकों के विरोध के कारण कुछ समय के लिए व्यवधान भी पड़ा। उन्होंने फर्जी वोटिंग का आरोप लगाते हुए पीठासीन अधिकारी से शिकायत की थी, जिसे नजरअंदाज कर दिए जाने के बाद पार्टी समर्थकों ने हंगामा शुरू कर दिया था। हंगामे की वजह से मतगणना की प्रक्रिया कुछ देर के लिए बाधित हुई।

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में पिछले 24 घंटे में सेना ने सात आतंकियों को मार गिराया है। आज (शुक्रवार) सुबह हंदवाड़ा में सेना ने एक आतंकी को ढेर कर दिया जबकि कल दो अलग-अलग मुठभेड़ों में छह आतंकियों को मार गिराया गया था। यह मुठभेड़ लोलाब और दुर्गमुला में हुई। सेना को इन दोनों जगहों पर आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी जिसके बाद ये ऑपरेशन चलाया गया। सेना के मुताबिक, इलाके में अभी कुछ और आतंकी छिपे हुए हो सकते हैं लिहाजा उसका तलाशी अभियान जारी है। जनवरी से अब तक कश्मीर में सुरक्षाबलों की कार्रवाई में 70 से ज़्यादा आतंकी मारे जा चुके हैं।

श्रीनगर: हुर्रियत कान्फ्रेंस के उदारवादी धड़े के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने आज मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती पर पलटवार करते हुए कहा कि विधायक कश्मीर पर केंद्र के एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं जबकि घाटी के लोगों के अधिकारों और हितों की उपेक्षा कर रहे हैं। मीरवाइज ने आली मस्जिद में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘तथाकथित जम्मू कश्मीर विधानसभा में केवल दिल्ली के एजेंडे को आगे बढ़ाने का काम हो रहा है जबकि कश्मीर के लोगों के अधिकारों और हितों की पूरी तरह उपेक्षा हो रही है।’ महबूबा ने मीरवाइज पर आरोप लगाए थे कि वह अपने भाषणों में केवल संविधान के अनुच्छेद 370 जैसे विवादास्पद मुद्दों को उठा रहे हैं और कहा कि इससे राज्य अस्थिर हो सकता है। मीरवाइज ने कहा कि कश्मीर के लोग विधायकों के ‘कृत्यों’ के कारण गहरे राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक संकट में फंस गए हैं और कश्मीर का धार्मिक नेतृत्व लोगों की समस्याओं पर कभी चुप नहीं बैठेगा। महबूबा के बयान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग इस तरह का बयान दे रहे हैं वे राज्य की जमीनी हकीकत से ‘नावाकिफ’ हैं या ‘सत्ता में मद में चूर होने के कारण’ हकीकत पर गौर नहीं कर रहे हैं। मीरवाइज ने कहा, ‘जो लोग जनसमूह का प्रतिनिधित्व करने की बात करते हैं उन्होंने वास्तव में लोगों के जल, बिजली परियोजनाओं, जंगल और अन्य प्राकृतिक संसाधनों को अपने निजी स्वार्थपूर्ति के लिए बेच दिया है।’

श्रीनगर: उत्तरी कश्मीर में सीमावर्ती कुपवाडा जिले में आज सुरक्षा बलों के साथ भीषण मुठभेड में तीन आतंकवादी मारे गये। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल एन एन जोशी ने बताया कि खुफिया सूचना के आधार पर राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह ने कुपवाड़ा जिले के दोबवान लोलाब के जंगलों में अभियान चलाया था। सुरक्षा बल के जवान घने जंगल में एक विशेष इलाके की ओर बढ रहे थे तभी आतंकवादियों ने स्वचलित हथियारों से उन पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में जवानों ने भी गोलियां चलाई। दोनों पक्षों के बीच मुठभेड में अब तक तीन आतंकवादी मारे गए हैं। अंतिम सूचना मिलने तक मुठभेड जारी थी। मौके पर पहुंचे अतिरिक्त सुरक्षा बलों ने समूचे इलाके की घेराबंदी कर ली है।

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