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नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने अन्नाद्रमुक प्रमुख एवं तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता और द्रमुक अध्यक्ष एम करूणानिधि को चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी किया। आयोग ने कहा कि इनके चुनाव घोषणापत्र इसके दिशानिर्देशों का पूरी तरह से पालन नहीं करते हैं। दोनों नोटिस की भाषा वस्तुत: एक जैसी है जिसमें कहा गया है कि दोनों दल के घोषणापत्र प्रथमदृष्ट्या आयोग के दिशानिर्देशों को पूरी तरह पूरा नहीं करते। चुनाव आयोग ने उन्हें 15 मई तक शाम पांच बजे तक जवाब देने का समय दिया है जिसमें उन्हें आयोग के दिशानिर्देशों का पालन नहीं करने को लेकर अपने रूख को स्पष्ट करना है। साथ ही इन दलों को घोषणापत्र में किए गए वादों का औचित्य बताना है। आयोग ने चेतावनी दी है कि अगर दोनों नेता कारण बताओ नोटिस का जवाब नहीं देते हैं तो यह उनके दलों के खिलाफ आगे की उचित कार्रवाई करेगा। कारण बताओ नोटिस चुनावी घोषणापत्र को लेकर लोगों की शिकायत के आधार पर जारी किया गया है।

चेन्नई: चिलचिलाती गरमी में चुनाव प्रचार के दो महीने के लंबे दौर के बाद तमिलनाडु विधानसभा चुनाव का शोर आज  (शनिवार) थम गया। मतदान सोमवार को होगा। राज्य के 234 विधानसभा चुनाव क्षेत्रों के पांच करोड़ 79 लाख मतदाता मुख्यमंत्री पद के चार दावेदारों, अन्नाद्रमुक की जे जयललिता, द्रमुक के एम. करूणानिधि, डीएमडीके के विजयकांत और पीएमके के अंबुमणि रामदास समेत 3776 उम्मीदवारों की चुनावी किस्मत का फैसला करेंगे। चुनाव प्रचार का शोर आज शाम पांच बजे थम जाएगा इससे अपने उम्मीदवारों के लिए प्रचार करने वाले उन नेताओं को थोड़ी राहत मिलेगी जिन्होंने राज्य भर में घूम-घूम कर मतदाताओं को आकषिर्त करने की कोशिश की। राज्य में बहुपक्षीय चुनाव हो रहा है। अन्नाद्रमुक, द्रमुक, पीडब्ल्यूएफ-डीएमडीके-टीएमसी गठबंधन, भाजपा नीत गठबंधन और पीएमके चुनाव में उतरे हैं। जयललिता लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बन कर राज्य में एक इतिहास रचने की कोशिश कर रही हैं जहां हाल के दशकों में कोई पार्टी दोबारा सत्ता में नहीं लौटी है। राज्य में 32 जिलों में फैले 234 विधानसभा क्षेत्रों में 65,616 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। 2011 में इनकी तादाद 54,016 थी।

चेन्नई: मद्रास हाई कोर्ट ने तमिलनाडु सरकार को निर्देश दिया है कि वह एक कैदी के ज्ञापन पर 14 मई या उससे पहले आदेश दे जिसमें 16 मई को हो रहे विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ रहे कैदी ने प्रचार करने के लिए पैरोल पर रिहा करने की मांग की है। न्यायमूर्ति वी भारतीदासन ने कैदी की बहन धनशेखरन द्वारा दायर की गई याचिका पर यह निर्देश दिया। वह तिरवोट्टियूर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ रहा है। उसने कारगर तरीके से चुनाव प्रचार करने के लिए पैरोल की मांग की है। न्यायाधीश ने कहा, 'चूंकि चुनाव 16 मई को होना है। तीसरे प्रतिवादी गृह सचिव को निर्देश दिया जाता है कि वह याचिकाकर्ता के 09 मई के ज्ञापन पर 14 मई या उससे पहले आदेश दें।' भाषा

चेन्नई: तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में अपने-अपने घोषणा पत्रों में मुफ्त उपहारों की पेशकश करने वाली द्रविड़ पार्टियों पर सीधे सीधे हमला बोलते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने आज मतदाताओं से ऐसे प्रलोभनों में नहीं आने की अपील की और कहा कि वे (द्रविड़ पार्टियां) आपकी समस्याओं का समाधान नहीं करेंगी। चेन्नई में एक चुनावी रैली के दौरान मायावती ने कहा, ‘क्षेत्रीय पार्टियां आपको मोबाइल फोन जैसे मुफ्त उपहारों का लालच देंगी। लेकिन वे आपकी समस्याओं को नहीं सुलझा पाएंगी।’ अपने घोषणापत्रों में सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक ने जहां सत्ता में आने पर मोबाइल फोन और 100 यूनिट बिजली मुफ्त देने का वादा किया है वहीं द्रमुक ने मुफ्त 3जी, 4जी कनेक्शन देने का आश्वासन दिया है। मायावती ने राज्य विधानसभा चुनाव में बसपा उम्मीदवार के लिए लोगों से वोट की अपील करते हुए कहा कि लोगों को नौकरियां और गरीबी से मुक्ति चाहिए।

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