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नई दिल्ली: पश्चिम बगांल विधानसभा चुनावों में भवानीपुर सीट से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री दीपा दासमुंशी को अपना उम्मीदवार घोषित किया। अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की ओर से जारी 42 प्रत्याशियों की दूसरी सूची में दासमुंशी का नाम आया है। पार्टी अभी तक 95 उम्मीदवारों की सूची जारी कर चुकी है। कांग्रेस ने संकेत दिया है कि वह 294 सदस्यीय पश्चिम बंगाल विधानसभा के लिए 100 से ज्यादा सीटों पर चुनाव नहीं लड़ेगी। शेष सीटों पर वाम दल चुनाव लडे़ंगे। विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश में कांग्रेस और वाम दलों के बीच तालमेल हुआ है। पिछले लोकसभा चुनावों के दौरान पति प्रियरंजन दासमुंशी की सीट रायगंज पर दीपा को सीपीएम के मोहम्मद सलीम के हाथों हार झेलनी पड़ी थी। उन चुनावों में ममता बनर्जी ने प्रियरंजन दासमुंशी के भाई सत्य रंजन दास मुंशी को दीपा के खिलाफ टिकट दिया था। दूसरी सूची में जिन बड़े नेताओं का नाम आया है, उनमें रानाघाट उत्तर पश्चिम सीट से वरिष्ठ नेता शंकर सिंह और बिधाननगर सीट से अरुणाभ घोष प्रमुख हैं।

कालचिनी (पश्चिम बंगाल): एक विवादित स्टिंग ऑपरेशन की आंच का सामना कर रही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि राज्य विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस को बदनाम करने के लिए विपक्षी पार्टियों ने एक 'नेक्सस' बनाया है। कालचिनी में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए बनर्जी ने यह भी कहा कि 'मीडिया का एक धड़ा' विपक्षी पार्टियों के साथ है और वह उसे बाद में 'उजागर' करेंगी। उन्होंने कहा, 'पिछले चार सालों में हमने काफी विकास कार्य किए हैं। देश में कोई अन्य राजनीतिक पार्टी नहीं हैं जो इतना विकास करने में सफल रही हो। लेकिन विपक्षी पार्टियों को यह विकास नजर नहीं आ रहा है।' उन्होंने कहा, 'उन्होंने तृणमूल कांग्रेस को बदनाम करने के लिए एक नेक्सेस बनाया है। मीडिया का एक धड़ा भी उनके साथ है। मैं अभी उनका नाम नहीं लूंगी, लेकिन भविष्य में मैं उन्हें उजागर करूंगी।'

कोलकाता: भाजपा ने एक न्यूज पोर्टल के उस ‘स्टिंग’ के मद्देनजर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के त्यागपत्र की मांग की है जिसमें दावा किया गया है कि तृणमूल कांग्रेस के मंत्रियों और विधायकों ने राजनीतिक समर्थन देने की एवज में रिश्वत प्राप्त की। इसी स्टिंग को लेकर माकपा ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। तृणमूल कांग्रेस ने हालांकि विपक्षी दलों पर विधानसभा चुनाव से पहले एक ‘राजनीतिक षड्यंत्र’ रचने का आरोप लगाया और एक समाचार पोर्टल द्वारा किये गए स्टिंग आपरेशन को ‘गढ़ा’ हुआ करार दिया। एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सिद्धार्थ नाथ सिंह ने ममता से तत्काल इस्तीफा मांगा। उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें (ममता को) चुनाव से पहले कुछ दिनों के लिए भी मुख्यमंत्री पद पर नहीं रहना चाहिए। उनकी पार्टी के नेता भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और उन्होंने उन लोगों का नेतृत्व किया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम चुनाव आयोग की पूर्ण पीठ से मांग करते हैं कि वह कदम उठाये ताकि वीडियो में दिख रहे तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को चुनाव लड़ने की इजाजत नहीं दी जाए।’’

सिलीगुड़ी: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने प्रतिद्वंद्वियों को तृणमूल कांग्रेस से राजनीतिक रूप से लड़ने की चुनौती देते हुए सोमवार को उन पर ‘दुष्प्रचार’ का सहारा लेने का आरोप लगाया और कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में उन्हें एक ‘बड़ा शून्य’ मिलेगा। बनर्जी ने यहां एक चुनावी सभा में कहा, ‘तृणमूल कांग्रेस जनता की पार्टी है। हमने अपने साढ़े चार वर्ष के कार्यकाल के दौरान जनता के लिए कई विकास कार्य किये हैं और उनकी सेवा की है। जब भी चुनाव आते हैं वे दुष्प्रचार पर उतर जाते हैं। उनके पास कोई मुद्दा नहीं है। हमसे राजनीतिक रूप से लड़ें।’ उन्होंने कहा, ‘माकपा, कांग्रेस और भाजपा ने लोगों को दो रुपये प्रतिकिलो की दर से चावल क्यों नहीं दिया? उन्होंने षड्यंत्र रचने के अलावा कुछ भी नहीं किया। हम उनकी तरह गंदी राजनीति नहीं करते। हम राज्य के आठ करोड़ लोगों को दो रुपये प्रतिकिलो की दर से चावल दे रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस, माकपा और भाजपा ने एक सतरंगा गठबंधन बनाया है।’ उन्होंने कहा, ‘दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) का भाजपा के साथ एक गठबंधन है।

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