ताज़ा खबरें
एलजी ने सीएम आतिशी को केजरीवाल से ‘हजार गुना बेहतर’ बताया
कैशकांड पर विनोद तावड़े ने राहुल-खड़गे-श्रीनेत को भेजा कानूनी नोटिस

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समाजवादियों और आरएसएस की तुलना करते हुए आज कहा कि समाजवादी विचारधारा बहुत मजबूत है परंतु संगठन की कमी है और आरएसएस की विचारधारा में दम नहीं पर संगठन पर विशेष ध्यान है। पटना स्थित अंजुमन इस्लामिया हॉल में आयोजित समाजवादी एकजुटता सम्मेलन को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा कि समाजवादी विचारधारा बहुत मजबूत है परंतु संगठन की कमी है। आरएसएस की विचारधारा में दम नहीं पर संगठन पर विशेष ध्यान है। उन्होंने कहा कि समाजवादी विचार और उसका प्रभाव जबर्दस्त रहा है परंतु संगठन मजबूत नहीं रहा। शुरु से मिलना-टूटना लगा रहा। नीतीश ने कहा कि समाजवादियों ने राजनीतिक संगठन बनाने पर जोर नहीं दिया। समाजवादियों को अब संभल जाना चाहिये बिहार ने एकजुटता का एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। महागठबंधन के रुप में एकजुटता की ताकत दिखायी है। उन्होंने कहा कि आज देश में जो माहौल बन रहा है, वह ठीक नहीं है। समाजवादियों को एकजुट होना चाहिये, इसके अलावा बाकी लोग जो आरएसएस एवं भाजपा के विचारधारा को नहीं मानते हैं उनको भी एकजुट करना चाहिये। नीतीश ने कहा कि समाजवादियों में व्यक्तिगत रुप से बहुत दम है पर सामाजिक रुप से नहीं एकजुटता की कमी है।

गया: आदित्य सचदेव की हत्या के आरोपी रॉकी यादव की मां मनोरमा देवी ने गया कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। इसके बाद कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इससे पूर्व सोमवार को गया की कोर्ट ने मनोरमा देवी को तुरंत राहत न देते हुए अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई के लिए 19 मई की तारीख तय की थी। मनोरमा देवी के घर में शराब मिलने के बाद उन्हें जेडीयू से निष्कासित कर दिया गया था और उनकी गिरफ्तारी के आदेश दिए थे, तब से वह फरार हैं। रॉकी सड़क पर झगड़े में 20 वर्षीय एक युवक की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या का आरोपी है। इस घटना के बाद से ही वह फरार चल रहा था। गिरफ्तारी के बाद रॉकी यादव को मीडिया के सामने पेश किया गया, जहां उसने पत्रकारों से कहा, "मैंने किसी को गोली नहीं मारी... मैं दिल्ली में था, और इसलिए लौटा, क्योंकि मेरी मां ने मुझे बुलाया...।" रॉकी यादव के चचेरे भाई टेनी यादव ने सोमवार को गया कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। टेनी को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

पटना: बिहार के सीवान जिले में बीते दिनों एक प्रतिष्ठित दैनिक समाचार के जिला स्तर के वरिष्ठ पत्रकार राजदेव नंदन की हत्या मामले की अब सीबीआई जांच होगी। मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि राजदेव हत्‍याकांड की सीबीआई जांच करवाने के लिए बिहार सरकार तैयार है। गौर हो कि बिहार में पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या को लेकर रोष के बीच मृतक की पत्‍नी और पीड़ित परिवार ने घटना की सीबीआई जांच की मांग की थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना पर दुख जताया और कहा कि परिवार चाहता था इसलिए सरकार सीबीआई जांच के लिए तैयार है। उन्‍होंने कहा कि दोषियों को नहीं बख्शा जाएगा। पुलिस हर पहलू पर इस हत्‍याकांड की जांच कर रही है। मारे गए पत्रकार की पत्नी और पिता समेत परिवार ने घटना की सीबीआई जांच की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि उन्हें स्थानीय पुलिस पर भरोसा नहीं है। रंजन की पत्नी आशा देवी ने कहा था कि मेरे पति की दो दिन पहले हुई हत्या में कोई राजनैतिक कोण है क्योंकि उनकी किसी के साथ भी निजी रंजिश नहीं थी। लेकिन पेशागत कारण भी हो सकते हैं। उन्होंने घटना की सीबीआई जांच की मांग की। उन्होंने दोषियों को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की और इस बात का संकल्प जताया कि वह न्याय के लिए आखिरी सांस तक लड़ेंगी। रंजन के 75 वर्षीय पिता राधा चौधरी और भाई गौतम ने भी उनकी मांग को दोहराया था।

सीवान: बिहार में पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या को लेकर रोष के बीच पीड़ित परिवार ने घटना की सीबीआई जांच की मांग की जबकि भाजपा ने पीड़ित परिवार के समर्थन में पूरे राज्य में सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। घटना के सिलसिले में राजद के बाहुबली और सीवान से पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन से कथित तौर पर जुड़े हिस्ट्रीशीटर उपेंद्र सिंह समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। हालांकि, अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है। लखनऊ आए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना पर दुख जताया और कहा कि ‘दोषियों को नहीं बख्शा जाएगा।’ मारे गए पत्रकार की पत्नी और पिता समेत परिवार ने घटना की सीबीआई जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि उन्हें स्थानीय पुलिस पर भरोसा नहीं है। रंजन की पत्नी आशा देवी ने कहा, ‘मेरे पति की दो दिन पहले हुई हत्या में कोई राजनैतिक कोण है क्योंकि उनकी किसी के साथ भी निजी रंजिश नहीं थी। लेकिन पेशागत कारण भी हो सकते हैं।’ उन्होंने घटना की सीबीआई जांच की मांग की। उन्होंने दोषियों को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की और इस बात का संकल्प जताया कि वह न्याय के लिए आखिरी सांस तक लड़ेंगी। रंजन के 75 वर्षीय पिता राधा चौधरी और भाई गौतम ने भी उनकी मांग को दोहराया।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख