ताज़ा खबरें
आजम खान को तीन मामलों में मिली जमानत, लेकिन अभी जेल में रहेंगे
बिहार विधानसभा चुनाव: तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ेगा महागठबंधन
बंगाल में दिसंबर तक काम कर सकेंगे शिक्षक, सुप्रीम कोर्ट ने दी राहत
ऐसे लोकतंत्र की कल्पना नहीं की थी, जहां जज कानून बनाएंगे: धनखड़
सुप्रीम कोर्ट ने वक्फ कानून पर सरकार को दिया सात दिन का वक्त

पटना: बिहार में बाढ़ से अब तक 26 लोगों की मौत हो गई, जबकि 22 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. राज्य में कोसी समेत कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. बिहार आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया कि अकेले किशनगंज में बाढ़ की वजह से आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि पूर्णिया में सात अन्य कालकवलित हो गए. कटिहार और मधेपुरा जिले में दो-दो व्यक्तियों की जान चली गई. अररिया एवं सहरसा में एक एक व्यक्ति बाढ़ में अपनी जान गंवायी. विभाग के बयान के अनुसार पूर्णिया, किशनगंज, अररिया, दरभंगा, मधेपुरा, भागलपुर, कटिहार, सहरसा, सुपौल और गोपालगंज जिलों में बाढ़ से करीब 21.99 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. इस बाढ़ में करीब 1.83 लाख हेक्टेयर जमीन भी डूब गई है. विशाल क्षेत्र में लगी फसल नष्ट हो गई. वैसे क्षति का आकलन किया जा रहा है. कुल 392 पक्के मकान क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि 4703 कच्चे मकानांे को भारी नुकसान पहुंचा. करीब 4639 झोपड़ियां भी बाढ़ में डूब गईं. मकानों की क्षति करीब 67.91 लाख रुपये की है. आपदा प्रबंधन विभाग ने बयान में बताया कि मुजफ्फरपुर के बेनीबाद में बागमती, दरभंगा के कमतौल में अघवारा, खगड़िया के बालटारा में कोसी, कटिहार के कुरसेवा में कोसी, पूर्णिया के धेंगरा में महानंदा और कटिहार में झावा नदियां खतरे के निशान से उपर बह रही हैं. बाढ़ वाले क्षेत्रों से लोगों को निकालने के लिए 8,850 नौकाएं लगायी गई हैं. अब तक 3.89 लाख लोग बाढ़ वाले क्षेत्र से निकाले गए हैं.

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख