ताज़ा खबरें
केजरीवाल ने कांग्रेस से गठबंधन पर लगाया विराम, कहा- अकेले लड़ेंगे
मुंबई के कुर्ला में बेस्ट बस ने गाड़ियों को मारी टक्कर, 3 लोगों की मौत

चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार वीरवार शाम थम गया है। चुनाव प्रचार के आखिरी दिन सभी राजनीतिक दलों के दिग्गज नेताओं ने प्रदेश के अलग-अलग जगहों में रैली और जनसभाएं की। अब 90 सीटों के लिए पांच अक्तूबर को मतदान होगा। वहीं, आठ अक्तूबर को चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे। मतदान को लेकर पोलिंग पार्टियां शुक्रवार को मतदान केंद्रों पर रवाना होंगी।

राज्य में कुल 20,632 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। सबसे ज्यादा केंद्र फरीदाबाद सीट पर 1650 केंद्र है, जबकि सबसे कम डबवाली विधानसभा क्षेत्र में 400 केंद्र है। इसके बाद पंचकूला में 455 मतदान केंद्र है। चुनाव के लिए रिजर्व इवीएम सहित कुल 27,866 ईवीएम (बैलेट यूनिट) का उपयोग होगा। इसके साथ 26,774 वीवीपैट मशीनों का उपयोग किया जाएगा। 24,719 कंट्रोल यूनिट भी बनाए गए हैं।

चुनाव आयोग को राज्य में सी-विजिल एप के जरिए 28 हजार शिकायतें मिली हैं। इन सभी पर 100 मिनट के अंदर कार्रवाई की गई है।

नई दिल्ली: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को करारा झटका लगा है। पूर्व सांसद अशोक तंवर ने चुनाव से ऐन वक्त पहले कांग्रेस हाथ थाम लिया है। हैरानी की बात ये है कि अशोक तंवर गुरुवार को जींद के सफीदों में बीजेपी के लिए प्रचार कर रहे थे। इसके कुछ घंटे बाद वह महेंद्रगढ़ में राहुल गांधी से मिले। इसके बाद उनके कांग्रेस में शामिल होने की खबर आई। तंवर 5 साल में 4 राजनीतिक पार्टियां बदल चुके हैं। अशोक तंवर ने 5 साल पहले हुड्‌डा से मतभेद की वजह से ही कांग्रेस छोड़ी थी।

अशोक तंवर ने 1993 में अपनी राजनीतिक पारी कांग्रेस से ही शुरू की थी। 2003 में वह कांग्रेस पार्टी के छात्र विंग, एनएसयूआई और 2005 में यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गए थे। यूथ कांग्रेस में उन्होंने राहुल गांधी के साथ काम किया। राहुल गांधी ने ही 2014 में अशोक तंवर को हरियाणा प्रदेश कांग्रेस की जिम्मेदारी सौंपी थी। अशोक तंवर सिरसा से कांग्रेस सांसद और 2014-2019 के बीच हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के चीफ थे। इसी दौरान उन्होंने पार्टी छोड़ दी।

चंडीगढ़: हरियाणा में विधानसभा चुनाव प्रचार के आखिरी दिन गुरुवार (3 अक्टूबर) को पूर्व सांसद अशोक तंवर ने कांग्रेस में वापसी कर ली। तंवर का ये कदम बीजेपी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।

हालांकि बीजेपी ने कहा है कि ऐसे लोगों से न नुकसान होता है और न ही फायदा होता है। पूर्व गृहमंत्री और अंबाला कैंट से बीजेपी उम्मीदवार अनिल विज ने मीडिया से बातचीत में कहा, ''ये (अशोक तंवर) प्रवासी पक्षी हैं, इस डाल से उस डाल फुदकते रहते हैं। इनका कोई अपना घर नहीं होता है। ये इसी प्रवृति के लोग होते हैं। क्यों गए वो वही बता सकते हैं।''

उन्होंने तंवर के कांग्रेस में जाने से बीजेपी को होने वाले संभावित नुकसान पर कहा, ''ऐसे लोगों को जनता जानती है। दलबदलु से हरियाणा की जनता बदला लेती है। हरियाणा की जनता राजनीति से बाहर फेंक देती है। बीजेपी में कौन लाया, क्यों लाया मुझे नहीं पता। हमने हमेशा सम्मान किया। लेकिन उन्होंने असलियत दिखा दी। बीजेपी का बोझ कम हुआ।''

चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की 20 दिन की पैरोल को मंजूरी दे दी है। चुनाव आयोग की स्वीकृति मिलने के बाद मंगलवार को सरकार ने इस संबंध में फैसला लेकर रोहतक के मंडल आयुक्त को सूचित कर दिया है। मंडल आयुक्त की अधिकारिक स्वीकृति के बाद बुधवार को गुरमीत राम रहीम रोहतक की सुनारियां जेल से बाहर आ सकता है।

शिकायत में चुनाव परिणाम प्रभावित होने की जताई आशंका

इसी बीच कांग्रेस ने डेरामुखी को पैरोल का विरोध करते हुए भारतीय चुनाव आयोग में शिकायत दी है। हरियाणा कांग्रेस के लीगल सेल के अध्यक्ष केसी भाटिया ने चुनाव आयोग को भेजी शिकायत में कहा है कि डेरामुखी के जेल से बाहर आने पर चुनाव परिणाम प्रभावित होने की आशंका है। इसलिए डेरामुखी को पैरोल नहीं दी जाए। वहीं, निर्वाचन विभाग के नोडल अधिकारी मनीष कुमार लोहान का कहना है कि डेरामुखी को कानूनन पैरोल का अधिकार है। इसलिए निर्वाचन विभाग ने डेरामुखी को सशर्त पैरोल की मंजूरी दी है। पैरोल के दौरान डेरामुखी को हरियाणा में कहीं भी जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख