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गुरुग्राम: पटौदी की अदालत ने बुधवार को कथित गो रक्षक और बजरंग दल कार्यकर्ता मोनू मानेसर को हत्या की कोशिश के मामले में 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। उसे बुधवार को चार दिन की पुलिस हिरासत समाप्त होने के बाद अदालत में पेश किया गया था। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी तरन्नुम खान की अदालत ने मोहित यादव उर्फ मोनू मानेसर को न्यायिक हिरासत के तहत भोंडसी जेल भेज दिया। पटौदी के सहायक पुलिस आयुक्त हरिंदर सिंह ने बताया, ‘‘मोनू मानेसर को आज अदालत के समक्ष पेश किया गया और मामले की जांच जारी रहने के मद्देनजर उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।''

इससे पहले सात अक्टूबर को अदालत ने गुरुग्राम पुलिस को मानेसर की चार दिन की हिरासत दी थी। उसे इस साल सात फरवरी को, पटौदी पुलिस थाने में हत्या की कोशिश संबंधी धारा के तहत दर्ज मामले में हथियार की बरामदगी के लिए कानपुर ले जाया गया था। अदालत के समक्ष पेश अर्जी में पुलिस ने बताया कि हिरासत के दौरान मानेसर की निशानदेही पर सफेद रंग की एक स्कॉर्पियो कार, एक राइफल और चार कारतूस बरामद किए गए हैं।

पानीपत: जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए पानीपत के लाल शहीद मेजर आशीष शुक्रवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। शहीद मेजर का पार्थिव शरीर शुक्रवार की सुबह 7 बजे पानीपत टीडीआई सिटी उनके घर पर लाया गया। आशीष का पार्थिव शरीर आने से पहले पानीपत में आर्मी के जवानों की टोली करीब 6 बजे घर पर पहुंच गई थी। आशीष के शव को घर पर ले जाया गया और परिजनों को आशीष के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन करवाए गए।

पार्थिव शरीर को देखने के बाद उनकी तीनों बहनें उनकी पत्नी और बूढ़े मां-बाप रोते बिलखते रहे और उनकी मां जय जवान जय किसान के नारे लगाती रहीं। उनकी मां ने कहा कि आशीष मेरा बेटा नहीं देश का बेटा था। उन्हें गर्व है और पूरे देश को उन पर गर्व है। आशीष के पार्थिव शरीर को करीब 10 बजे उनके पैतृक गांव में अंतिम विदाई देने के लिए रवाना किया गया। आशीष का पार्थिव शरीर पानीपत के जीटी रोड से होते हुए हजारों के जन समूह और काफिले के साथ करीब 10 किलोमीटर के सफर को तय करते हुए उनके पैतृक गांव बिंझौल में पहुंचा।

गुरुग्राम: हरियाणा पुलिस ने भिवानी में जिंदा जलाए नासिर-जुनैद हत्याकांड में बड़ी कार्रवाई की है। गौरक्षक मोनू मानेसर को गुरुग्राम से पुलिस ने हिरासत में लिया। इसके बाद आज नूंह कोर्ट में मोनू मानेसर को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। हरियाणा पुलिस अब उसे राजस्थान पुलिस के हवाले कर सकती है। मोनू मानेसर पर भिवानी में जिंदा जलाकर नासिर और जुनैद की हत्या का आरोप है।

मोनू मानेसर को मंगलवार को आईएमटी मानेसर से हरियाणा पुलिस के सीआईए स्टाफ ने पकड़ा है। दोपहर करीब 12 बजे सिविल ड्रेस में आए पुलिसकर्मी मोनू को अपने साथ ले गए। इसका एक सीसीटीवी फुटेज भी वायरल है। गुरुग्राम के अधिकारियों का कहना है कि गुरुग्राम पुलिस ने मोनू को नहीं उठाया है। बल्कि सीआईए स्टाफ ने हिरासत में लिया है।

आपको बता दें कि गौरक्षक मोनू मानेसर भिवानी में जिंदा जलाए नासिर और जुनैद हत्याकांड के बाद आठ महीने से फरार चल रहा था। 16 फरवरी, 2023 को हरियाणा के भिवानी में बोलेरो में जली हालत में दो शव मिले थे। जांच के बाद सामने आया था कि दोनों शव राजस्थान के गोपालगढ़ के जुनैद और नासिर के थे।

गुरुग्राम: जुनैद नासिर हत्याकांड मामले में हरियाणा पुलिस ने मोनू मानेसर को हिरासत में लिया है। मोनू मानेसर फ़रवरी में हुए जुनैद नासिर हत्याकांड में वांछित था। साथ ही मोनू मानेसर का नाम नूंह हिंसा में भी सामने आया था। बताया जा रहा है कि हरियाणा पुलिस मोनू मानेसर को राजस्थान पुलिस को सौंप सकती है।

मोनू मानेसर उर्फ मोहित यादव नूंह में एक गोरक्षक समूह का नेतृत्व करता है और गोरक्षकों के हमलों के वीडियो पोस्ट करने के लिए कुख्यात है। वह 'लव जेहाद' के खिलाफ अभियानों में भी सक्रिय है। आमतौर पर 'लव जेहाद' शब्द दक्षिणपंथियों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें मुस्लिम पुरुषों पर हिन्दू महिलाओं को बहकाने और उनका जबरन धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाया जाता है।

मोनू मानेसर पहली बार 2019 में सुर्खियों में आया था, जब कथित गोतस्करों का पीछा करते समय उस पर गोली चलाई गई थी। वह 2015 में गाय संरक्षण कानून लागू होने के बाद हरियाणा सरकार द्वारा गठित जिला गाय संरक्षण टास्क फोर्स का सदस्य भी था।

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