पर्थ: भारतीय महिला टीम को भले ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा, लेकिन स्टार बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने अपनी शतकीय पारी से एक बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर ली। मंधाना ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में खेले गए तीसरे वनडे मुकाबले में शतक जड़ा जो उनका इस साल वनडे में चौथा शतक है। मंधाना इसके साथ ही एक कैलेंडर वर्ष में वनडे प्रारूप में चार सैकड़ा लगाने वाली पहली बल्लेबाज बन गई हैं।
मंधाना ने दिग्गजों को पीछे छोड़ा
मंधाना ने बेलिंडा क्लार्क (1997), मेग लेनिंग (2016), एमी सैटरवेट (2016), सोफी डिवाइन (2018), सिदरा अमीन (2022), नताली सिवर ब्रंट (2023) और लौरा वॉलवॉर्ट (2024) को पीछे छोड़ा जिन्होंने एक कैलेंडर वर्ष में तीन शतक लगाए हैं। मंधाना ने इसके साथ ही महिलाओं में सबसे ज्यादा वनडे शतक लगाने वाली एशियाई क्रिकेटर के तौर पर श्रीलंका की चामरी अट्टापट्टू के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। मंधाना और चामरी ने एक समान वनडे में नौ-नौ शतक लगाए हैं।
ब्रंट और इंग्लैंड की पूर्व कप्तान चारलोट एडवर्ड्स के नाम भी नौ-नौ शतक हैं। महिलाओं में वनडे में सबसे ज्यादा शतक लगाने का रिकॉर्ड मेग लैनिंग के नाम है जिन्होंने 15 शतक लगाए हैं। उनके बाद सूजी बेट्स (13) और टैमी ब्यूमोंट (10) का नंबर आता है।
रन बनाने के लिए संघर्ष कर रही थीं मंधाना
मंधाना ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर रन बनाने के लिए संघर्ष कर रही थीं और वह पहले दो मैचों में क्रमशः आठ और नौ रन बनाकर आउट हुई थीं। लेकिन तीसरे मैच में मंधाना का बल्ला जमकर बोला और उन्होंने 109 गेंदों पर 14 चौकों और एक छक्के की मदद से 105 रन की पारी खेली। मंधाना की पारी भी हालांकि भारत को जीत नहीं दिला सकी और टीम को 83 रन से हार का सामना करना पड़ा।
मैच का हाल
मैच की बात करें तो एनाबेल सदरलैंड की शतकीय पारी के बाद एश्ले गार्डनर की दमदार गेंदबाजी से ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय महिला टीम को पर्थ में खेले गए तीसरे वनडे मुकाबले में हराकर तीन मैचों की सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप किया। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सदरलैंड के 95 गेंदों पर नौ चौकों और चार छक्कों की मदद से 110 रन की पारी के दम पर 50 ओवर में छह विकेट पर 298 रन बनाए। जवाब में मंधाना ने शतकीय पारी खेली, लेकिन टीम 45.1 ओवर में 215 रन पर ऑलआउट हो गई।
लक्ष्य का पीछा करते हुए मंधाना ने हरलीन देओल के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 118 रनों की साझेदारी की। मंधाना शानदार फॉर्म में दिख रही थीं और उन्होंने भारत को लक्ष्य तक पहुंचाने की कोशिश की। हालांकि, हरलीन (39) के आउट होने के बाद भारतीय पारी लड़खड़ा गई और दूसरे छोर पर कोई अन्य बल्लेबाज मंधाना का साथ नहीं दे सका।