मुंबई: महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति गठबंधन सरकार ने सोमवार को राज्य विधानसभा में आसानी से बहुमत साबित कर दिया। शिवसेना विधायक उदय सामंत, भाजपा विधायक संजय कुटे, पूर्व मंत्री दिलीप वालसे पाटिल और निर्दलीय विधायक रवि राणा द्वारा पेश किया गया विश्वास प्रस्ताव ध्वनि मत से पारित हुआ।
विधानसभा में जब विश्वास प्रस्ताव को मंजूरी दी गई तो कुछ विपक्षी सदस्य अनुपस्थित थे। इनमें शिवसेना (यूबीटी) विधायक आदित्य ठाकरे भी शामिल थे। विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने घोषणा की कि सदन ने विश्वास प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। भाजपा-शिवसेना-राकांपा 'महायुति' गठबंधन के पास 288 सदस्यीय राज्य विधानसभा में 230 सीटें हैं। विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 144 है।
राहुल नार्वेकर फिर चुने गए विधानसभा अध्यक्ष
राहुल नार्वेकर को 15वीं विधानसभा का निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया। विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाड़ी (मविआ) ने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा।
फडणवीस ने कहा कि नार्वेकर 1960 में राज्य के गठन के बाद से इस पद पर दोबारा चुने जाने वाले निचले सदन के दूसरे सदस्य हैं।
बालासाहेब भारदे दो बार विधानसभा अध्यक्ष चुने गए थे। इस बीच शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी ने विधानसभा अध्यक्ष के रूप में राहुल नार्वेकर के चुनाव का ''बहिष्कार'' किया क्योंकि राहुल ने अपने पिछले कार्यकाल के दौरान असंवैधानिक सरकार चलाने में मदद की थी।