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नई दिल्ली: सरकार ने 'राजीव गांधी खेल अभियान योजना' का नाम अब बदलकर 'खेलो इंडिया' कर दिया है। केंद्रीय खेल मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने बुधवार को कहा कि'राजीव गांधी खेल अभियान योजना'का नाम अब बदलकर 'खेलो इंडिया' कर दिया गया है। राजीव गांधी खेल अभियान योजना को पिछली यूपीए सरकार ने शुरू किया था। लेकिन इस योजना को मौजूदा सरकार ने बदलकर खेलों इंडिया किया है और इसमें से पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम हटा दिया है। सरकार के इस फैसले पर विपक्षी कांग्रेस ने जहां गहरी नाराजगी जताई है लेकिन सोनोवाल का कहना है कि इसका राजनीति से कोई लेना देना नहीं है। इस फैसले का उद्देश्य देश में प्रतिस्पर्धात्मक माहौल पैदा करना है। कांग्रेस के नेतृत्व वाली पिछली यूपीए सरकार ने राजीव गांधी खेल अभियान योजना को फरवरी 2014 में पंचायत युवा क्रीड़ा और खेल अभियान की जगह शुरू किया था। पिछली सरकार के कार्यकाल में शुरू की गई दो अन्य खेल परियोजनाओं शहरी खेल आधारभूत ढांचा योजना और राष्ट्रीय खेल प्रतिभा खोज योजना का भी खेल इंडिया में विलय कर दिया गया है।

नई दिल्ली: एनआईए ने मंगलवार को कहा कि समझौता विस्फोट मामले में लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित के खिलाफ कोई सबूत नहीं है, लेकिन मालेगांव विस्फोट मामले को लेकर उसके खिलाफ जांच जारी है। एनआईए के महानिदेशक शरद कुमार ने नई दिल्ली में कहा, 'समझौता विस्फोट मामले में उसके खिलाफ कोई सबूत नहीं है। वह कभी भी आरोपी नहीं था। मुझे हैरानी है कि समझौता विस्फोट मामले में उसका नाम क्यों जोड़ा जा रहा है।' उन्होंने कहा कि 2008 में मालेगांव विस्फोट के सिलसिले में एटीएस मुंबई ने पुरोहित के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था और इस मामले में एनआईए जांच कर रहा था। एनआईए ने समझौता विस्फोट मामले के सिलसिले में आठ लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है जिनमें नभ कुमार सरकार उर्फ स्वामी असीमानंद, दिवंगत सुनील जोशी उर्फ सुनीलजी, रामचंद्र कलसंगरा, संदीप दांगे (दोनों फरार हैं), लोकेश कुमार, कमल चौहान, अमित और राजेंद्र चौधरी शामिल हैं। मामला 18 फरवरी, 2007 को हरियाणा के पानीपत के पास अटारी एक्सप्रेस (समझौता) ट्रेन में हुए बम विस्फोटों की आपराधिक साजिश से संबंधित है। विस्फोट और उसके बाद ट्रेन के डिब्बों में आग लगने से 68 लोग मारे गए थे और महिलाआं एवं बच्चों सहित 12 ट्रेन यात्री घायल हो गए थे।

नई दिल्ली: देश के ज्यादातर हिस्सों में लोगों को बेहद गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। दोपहर को अधिकांश शहर सुने नज़र आते हैं। राष्ट्रीय राजधानी सहित प्रमुख शहरों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया। दिल्ली में तापमान 40 .6 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से चार डिग्री अधिक था। हवा में आद्र्रता स्तर 22 से 65 प्रतिशत के बीच रहा। ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भी बेहद गर्मी रही और ज्यादातर जगहों पर तापमान करीब 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने गुरुवार से कम से कम तीन दिन गर्म हवाएं चलने का पूर्वानुमान लगाया है। ओडिशा सरकार ने आज स्कूल की छुट्टियां 26 अप्रैल तक बढ़ा दीं और सूखाग्रस्त क्षेत्रों में गर्मियों की छुट्टियों में भी मध्यान्ह भोजन योजना जारी रखने का फैसला किया। उत्तर प्रदेश के कई शहरों में भी तापमान ज्यादा रहा और लखनऊ और इलाहाबाद में क्रमश: 42 .6 और 45. 2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों वाराणसी, सुल्तानपुर और कानपुर में तापमान क्रमश: 43 . 4, 44 और 42 . 4 डिग्री सेल्सियस रहा।

नई दिल्ली: इशरत जहां मामले में सोनिया गांधी पर नये सिरे से निशाना साधते हुए भाजपा ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने तत्कालीन गृह मंत्री पी चिदंबरम को मामले में दूसरा हलफनामा दाखिल करने को कहा था क्योंकि संप्रग ‘आतंकवादियों को तो बर्दाश्त कर सकती थी लेकिन प्रधानमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी को नहीं’। भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने चिदंबरम से कहा कि बताएं कि किसने उनसे हलफनामे में बदलाव करने को कहा था जिसमें इशरत के लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य होने और गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री मोदी के जीवन को खतरे होने के संदर्भ थे। उन्होंने साफ तौर पर कांग्रेस अध्यक्ष का जिक्र करते हुए एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘श्रीमान पी चिदंबरम देश को बताएं। षड्यंत्र रचने वाली कौन थीं? क्योंकि हम सब जानते हैं कि कांग्रेस पार्टी एक ही पते से चलती है। आप पता जानते हैं। रिमोट कंट्रोल वही चलाती हैं।’ पात्रा ने आरोप लगाया कि सोनिया गांधी, तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और चिदंबरम ने इशरत के आतंकवादी होने तथा मोदी की जान को खतरा होने के बारे में एनआईए तथा अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई द्वारा दी गयी जानकारी दबाई।

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