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नई दिल्ली: केन्द्र सरकार ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि कोहिनूर हीरे के संबंध में कुछ समाचार पत्रों में छपी रिपोर्टें तथ्यों पर आधारित नहीं है और सरकार इस बेशकीमती हीरे को वापस लाने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी। एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया कि कोहिनूर हीरे के संबंध में प्रेस में आई कुछ खबरें तथ्यों पर आधारित नहीं है। सरकार सौहार्दपूर्ण तरीके से इस हीरे को स्वदेश लाने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए हरसंभव प्रयास किये जाएंगे। विज्ञप्ति में सरकार ने कहा है कि इस संबंध में एक मामला न्यायालय में है। इस बारे में एक जनहित याचिका उच्चतम न्यायालय में दायर की गई है जिसे अभी न्यायालय सुनवाई के लिए स्वीकार नहीं किया है। न्यायालय ने सॉलिसिटर जनरल से इस संबंध में सरकार का पक्ष बताने को कहा था जो अभी बताया जाना है।

सॉलिसिटर जनरल ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए संदर्भ के आधार पर न्यायालय को मौखिक रूप से इस हीरे के इतिहास की जानकारी दी है।

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