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महाराष्ट्र के नतीजे पर उद्धव बोले- 'यह सिर्फ एक लहर नहीं, सुनामी थी'
संसद में वायनाड के लोगों की आवाज बनूंगी: चुनाव नतीजे के बाद प्रियंका
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मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में हार से हैरान शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि सुनामी ने महाविकास आघाड़ी (एमवीए) को बहा दिया है। उद्धव ने कहा कि उन्हें यह भी महसूस हो रहा है कि कुछ 'गड़बड़' है। उद्धव ने स्वीकार किया कि चुनाव परिणाम एमवीए के लिए एक झटका है। उन्होंने एमवीए को वोट देने वाले सभी लोगों के प्रति आभार जताया। उद्धव ने कहा, 'यह सिर्फ एक लहर नहीं थी, सुनामी थी। शायद यह ईवीएम की जीत है, लेकिन अगर यह जनता को स्वीकार्य है तो हमारे पास और कुछ कहने के लिए नहीं है।' उन्होंने चुनाव नतीजों को पूरी तरह से अप्रत्याशित बताया। कहा, 'हम महाराष्ट्र के अधिकारों के लिए लड़ते रहेंगे।'

महाराष्ट्र के नतीजे अप्रत्याशित, विश्लेषण करेंगे: राहुल गांधी

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र के चुनाव नतीजे अप्रत्याशित हैं, जिनका विस्तार से विश्लेषण किया जाएगा। साथ ही उन्होंने झारखंड की जीत को जल, जंगल, जमीन और संविधान की जीत बताया।

यही नहीं, उन्होंने वायनाड से प्रियंका गांधी वाड्रा की जीत पर कहा कि वह साहस, करुणा और अटूट समर्पण के साथ वायनाड को प्रगति और समृद्धि का प्रतीक बनाने का काम करेंगी।

राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, 'झारखंड के लोगों का आईएनडीआईए को विशाल जनादेश देने के लिए दिल से धन्यवाद। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, कांग्रेस और झामुमो के सभी कार्यकर्ताओं को इस विजय के लिए हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। प्रदेश में गठबंधन की यह जीत संविधान के साथ जल-जंगल-जमीन की रक्षा की जीत है।'

राहुल ने कहा- विस्तार से विश्लेषण करेंगे

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के नतीजे अप्रत्याशित हैं और इनका विस्तार से विश्लेषण किया जाएगा। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश के सभी मतदाता का धन्यवाद किया, भले ही वोट उन्होंने किसी पार्टी को दिया हो। राहुल ने केरल के वायनाड लोकसभा क्षेत्र से अपने पहले चुनाव में जीत के लिए प्रियंका गांधी वाड्रा की भी सराहना की।

राहुल ने कहा, 'वह हमारे प्रिय वायनाड को प्रगति और समृद्धि के एक प्रकाश स्तंभ में बदलने के लिए साहस, करुणा और अटूट समर्पण के साथ नेतृत्व करेंगी।' कुछ माह पूर्व हुए संसदीय चुनावों में रायबरेली और वायनाड दोनों जगहों से लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद राहुल ने वायनाड सीट छोड़ दी थी।

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