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नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक के लिए यह मुश्किल भरा समय है। आने वाले दिनों में केंद्रीय बैंक के लिए महंगाई पर काबू रखना बेहद चुनौतिपूर्ण होगा। तुर्की की मुद्रा लीरा के डूबने का असर दुनियाभर में पड़ा है और घरेलू मुद्रा रुपया भी इससे अछूती नहीं है। तुर्की के आर्थिक संकट से रुपया मंगलवार को डॉलर के मुकाबले घटकर 70.09 पर पहुंच गया। यह इसका ऐतिहासिक रिकॉर्ड निम्न स्तर है। हालांकि बाद में कुछ नुकसान के बाद रुपये 69.8525 तक संभला।

कारोबारियों का कहना है कि संभवत: आरबीआई की ओर से कुछ बैंकों ने डॉलरों की बिकवाली की। खुदरा मुद्रास्फीति का घटकर 9 महीने के निचले स्तर (4.17 प्रतिशत) पर और रुपया का ऐतिहासिक रिकॉर्ड निम्न स्तर पर आना निश्चित तौर पर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) पर कुछ कड़े कदम उठाने के लिए दबाव बना रहा है। साउथ अफ्रीकी लेंडर फर्स्टरैंड लिमिटेड की स्थानीय इकाई (मुंबई) के प्रमुख परेश नायर ने कहा कि गिरावट ने रुपये की स्थिति में अस्थिरता पैदा की। रुपया की गिरावट रोकने के लिए आरबीआई ने जरूर हस्तक्षेप किया होगा।

नई दिल्ली: केंद्र सरकार के स्वच्छता अभियान की कसौटी पर एक बार फिर महानगर दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई और मुंबई के रेलवे स्टेशन फिसड्डी साबित हुए हैं। इस साल स्टेशन सफाई रैंकिंग (सूचकांक) में राजस्थान के जोधपुर और जयपुर ने सर्वोच्च स्थान हासिल किया है। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र का वाराणसी स्टेशन 14वें स्थान से लुढ़ककर 69वें स्थान पर चला गया है। वहीं लखनऊ स्टेशन छठे स्थान से 64वें पर पहुंच गया है। मथुरा, ग्वालियर और हावड़ा सूचकांक में सबसे नीचे जगह पाकर देश के सबसे गंदे स्टेशनों में शुमार हो गए हैं।

रेल मंत्रालय ट्रेनों-स्टेशनों की सफाई के नाम पर यात्रियों से रेल किराये से इतर 0.5 फीसदी अधिक पैसा वसूल रहा है। रेलवे ने तीसरे पक्ष के रूप में क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया से स्टेशनों की सफाई की रैंकिंग का सर्वे कराया है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने स्टेशनों की सफाई रैंकिंग सर्वे 2018 को सोमवार को जारी करते हुए कहा कि स्वच्छता अभियान में ए-1 और ए श्रेणी के 407 स्टेशनों के अलावा 600 और स्टेशन शामिल किए जाएंगे। सालाना सर्वे की अवधि घटाकर छह माह कर दी जाएगी।

नई दिल्ली: मोदी सरकार ने देश में सी प्लेन सर्विस को फैलाने का रास्ता साफ कर दिया है। सरकार ने देश के विभिन्न हिस्सों में सी-प्लेन उतारने के लिए अड्डे बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। उक्त जानकारी आज नागरिक उड्डयन मंत्रालय की तरफ से दी गई। मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि सर्वप्रथम सी-प्लेन के अड्डे गुजरात के साबरमती, सरदार सरोवर बांध और ओडिशा की चिल्का झील के पास बनेंगे। नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्वीट करते हुए लिखा देश के विभिन्न राज्यों में सी-प्लेन के अड्डे बनाने की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी गई है, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और धार्मिक मान्यता रखने वाली जगहों से कनेक्टिविटी अच्छी होगी।

मंत्री सुरेश प्रभु ने बताया कि सी-प्लेन के हवाई अड्डे बनाने के नियम और लाइसेंस के नियमों के बारे में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) पहले ही जानकारी दे चुका है। भारत में सी-प्लेन को नई पहचान पीएम मोदी द्वारा उसके इस्तेमाल के बाद मिली थी। पिछले साल दिसंबर में पीएम मोदी ने गुजरात में सी-प्लेन का सफर किया था। तब पीएम मोदी साबरमती तट से सी-प्लेन में बैठकर अंबाजी मंदिर तक गए थे।

नई दिल्ली: इस्लाम का पवित्र त्योहार बकरीद जिसे ईद-उल-अज़हा और ईद-उल-ज़ुहा भी कहा जाता है, आने वाला है। माना जा रहा है इस बार बकरीद 21 या 22 अगस्त को पड़ सकती है। ईद-उल-ज़ुहा के दिन मुस्लिम समुदाय के लोग बकरे या किसी अन्य पशु की कुर्बानी देते हैं। इस्लाम में इस दिन को फर्ज़-ए-कुर्बान का दिन कहा गया है। लेकिन बकरीद के पहले ही मोदी सरकार ने एक अहम फैसला ले लिया है। मोदी सरकार ने सभी सी पोर्ट्स से बकरियों और भेड़ों के निर्यात पर रोक लगा दी है। देश में सभी बंदरगाहों से पशुधन निर्यात पर सरकार ने अनिश्चितकालीन रोक लगा दी है। जानवरों के हितों के लिए काम करने वाली संस्थाओं की मांग को देखते हुए सरकार ने यह निर्णय लिया है।

पेटा ने की सरकार से गुजारिश

हाल ही में पशुओं के हितों के लिए काम करने वाली संस्था पेटा ने सभी राज्य सरकारों को पत्र लिखकर मांग की है कि बकरीद के अवसर पर होने वाले पशुओं की अवैध तरीके से कुर्बानी को रोका जाए। पेटा ने कहा है कि पशुओं का वध सिर्फ लाइसेंस वाले बूचड़खाने में ही होना चाहिए। जिसके देखते हुए सरकार ने ये कदम उठाया हैं।

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