चंडीगढ़ (जनादेश ब्यूरो): हरियाणा-पंजाब बॉर्डर पर किसान अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं। इस बीच खनौरी बॉर्डर से भूख हड़ताल शुरू करने से पहले संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता जगजीत डल्लेवाल को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। गौरतलब है कि डल्लेवाल ने संसद सत्र शुरू होने के साथ अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल का एलान किया था। इससे पहले वह भूख हड़ताल शुरू करते पुलिस रात दो बजे उन्हें अपने साथ लेकर चली गई।
जानकारी के मुताबिक उन्हें पंजाब पुलिस ने हिरासत में लिया है। उनको लुधियाना के डीएमसी अस्पताल में रखा गया है, उन तक कोई पहुंच न पाए इसलिए अस्पताल को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया है। वहीं इस घटना क्रम के चलते किसानों में आक्रोश है।
डल्लेवाल ने अस्पताल में शुरू की भूख हड़ताल
हालांकि डल्लेवाल ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है। वह अस्पताल में कुछ भी खा नहीं रहे हैं। डल्लेवाल को हिरासत में लेने के बाद किसान नेता सुखजीत सिंह हरदोझंडे ने भूख हड़ताल पर बैठने का फैसला लिया है।
दिल्ली कूच पर हरियाणा-पंजाब के बीच बैठक
इसके साथ किसानों का जत्था खनौरी बॉर्डर की तरफ रवाना होने शुरू हो गया है। इधर हरियाणा और पंजाब सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच इस मसले को लेकर बातचीत हो रही है। जानकारी के मुताबिक किसानों को दिल्ली जाने के लिए रास्ता देने को लेकर बातचीत हुई। सूत्रों के मुताबिक बन गई है। हरियाणा सरकार 4 फीट का रास्ता किसानों को दिल्ली जाने के लिए देगी। जिससे किसान बिना ट्रैक्टर ट्रालियों के आगे बढ़ सकें। हालांकि अभी इसका औपचारिक एलान बाकी है।
2 बजे रात को पुलिस ने डल्लेवाल हिरासत में लिया
शंभू बॉर्डर पर आंदोलनकारी किसानों का नेतृत्व कर रहे किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि सोमवार रात करीब 2 बजे डल्लेवाल को खनौरी बॉर्डर से उठा लिया गया है। उन्हें कहां ले गए हैं, इसकी जानकारी नहीं है। जिन्होंने डल्लेवाल को उठाया है, उनमें कई पुलिसवाले हिंदी भाषा बोल रहे थे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि डल्लेवाल को मुख्यमंत्री भगवंत मान की ज्यूरिडिक्शन से उठाया गया है, इसलिए पंजाब सरकार को किसानों के प्रति अपनी स्थिति स्पष्ट करनी होगी। बताना होगा कि उन्हें कहां ले गए हैं? अन्यथा गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
डीआईजी ने बताया डल्लेवाल को क्यों उठाया
डल्लेवाल की हिरासत को लेकर जानकारी देते हुए पटियाला रेंज के डीआईजी मनदीप सिंह सिद्धू ने कहा कि डल्लेवाल ने मरणव्रत की घोषणा की थी। उनकी उम्र और सेहत की वजह से प्रशासन चिंता में था। मरणव्रत के ऐलान के बाद भीड़ हो जाती है, जिससे सेहत सुविधाएं नहीं पहुंच पाती। इसलिए मेडिकल जांच कराने के लिए उनको लुधियाना डीएमसी लेकर आए हैं।
बठिंडा और कैथल के किसान आक्रोशित
बठिंडा से खनौरी बॉर्डर पर जा रहे किसानों को पुलिस ने बठिंडा-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर जेठूके गांव में बैरिकेड लगाकर रोक दिया। इसके बाद किसानों ने हाईवे जाम करने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। हरियाणा के कैथल में कई किसान संगठनों ने इकट्ठे होकर रोष मार्च निकालते हुए सचिवालय में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन ने सचिवालय में पुलिस बल तैनात किया गया था।