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नई दिल्ली: आईसीआईसीआई बैंक ने बुधवार को 10 लाख से अधिक फास्टैग्स जारी करने के लक्ष्य को पार करने की घोषणा की। इस उपलब्धि को हासिल करने वाला आईसीआईसीआई देश का पहला बैंक बन गया है। बैंक ने एक बयान में कहा कि यह उपलब्धि इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि देश भर में अभी कुल 25 लाख टैग्स सकुर्लेशन में हैं। फास्टैग, रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन डिवाइस (आरएफआईडी) टैग है, जिसे वाहन के विंडस्क्रीन पर चस्पा किया जाता है।

यह आसानीपूर्वक उपयोग में आने वाला रिलोडेबल टैग है, जिसके जरिए टोल चार्ज अपने आप कट जाता है और आपको टोल प्लाजा पर नकद शुल्क देने के लिए रूकने की जरूरत नहीं होती। आईसीआईसीआई बैंक के कार्यकारी निदेशक अनूप बागची ने कहा, आईसीआईसीआई बैंक देश का पहला ऐसा बैंक है जिसने 10 लाख 'फास्टैग्स' जारी करने की उपलब्धि हासिल की है।

हमारा मानना है कि ईटीसी ने टोल लोकेशंस पर लगने वाले जाम को रोककर मोटरचालकों के लिए काफी सुविधा बढ़ा दी है, चूंकि ड्राइवर्स को टोल पर रुक कर शुल्क देने की आवश्यकता नहीं रह गई है, जिससे उनका काफी समय बचता है।

ईटीसी प्लेटफॉर्म के जरिए मोटर चालक सिंगल 'फास्टैग' का उपयोग कर बैंक द्वारा अधिगृहित विभिन्न टोल प्लाजा को भुगतान कर सकते हैं। वर्तमान में बैंक द्वारा राज्य एवं राष्ट्रीय राजमार्गो दोनों पर 210 टोल बूथ को संभालता है, जो ईटीसी प्रोग्राम के तहत वर्तमान में संचालित बूथ की कुल संख्या के आधा से अधिक है. जिन राष्ट्रीय राजमार्गो पर ईटीसी परिचालन में है, उनमें 'गोल्डन क्वाड्रिलैटरल', 'उत्तर-दक्षिण और पूर्व-पश्चिम गलियारा' शामिल हैं जो देश के सडक़ यातायात का लगभग 70 प्रतिशत है।

बैंक ने ग्राहकों को फास्टैग्स की बिक्री एवं उनके प्रश्नों के समाधान हेतु देश भर में 500 प्रशिक्षित एवं समर्पित कार्मिकों को भी तैनात किया है, जिसके जरिए इसने ईटीसी प्लेटफॉर्म के आसानीपूर्वक क्रियान्वयन को सुनिश्चित किया है। ग्राहक बैंक की वेबसाइट से नए फास्टैग खरीद सकते हैं और बैंक के इंटरनेट बैंकिंग, यूपीआई एवं नेफ्ट प्लेटफॉम्र्स का उपयोग कर डिजिटल तरीके से टैग को लोड भी कर सकते हैं।

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