नई दिल्ली: केंद्र सरकार के स्वच्छता अभियान की कसौटी पर एक बार फिर महानगर दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई और मुंबई के रेलवे स्टेशन फिसड्डी साबित हुए हैं। इस साल स्टेशन सफाई रैंकिंग (सूचकांक) में राजस्थान के जोधपुर और जयपुर ने सर्वोच्च स्थान हासिल किया है। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र का वाराणसी स्टेशन 14वें स्थान से लुढ़ककर 69वें स्थान पर चला गया है। वहीं लखनऊ स्टेशन छठे स्थान से 64वें पर पहुंच गया है। मथुरा, ग्वालियर और हावड़ा सूचकांक में सबसे नीचे जगह पाकर देश के सबसे गंदे स्टेशनों में शुमार हो गए हैं।
रेल मंत्रालय ट्रेनों-स्टेशनों की सफाई के नाम पर यात्रियों से रेल किराये से इतर 0.5 फीसदी अधिक पैसा वसूल रहा है। रेलवे ने तीसरे पक्ष के रूप में क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया से स्टेशनों की सफाई की रैंकिंग का सर्वे कराया है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने स्टेशनों की सफाई रैंकिंग सर्वे 2018 को सोमवार को जारी करते हुए कहा कि स्वच्छता अभियान में ए-1 और ए श्रेणी के 407 स्टेशनों के अलावा 600 और स्टेशन शामिल किए जाएंगे। सालाना सर्वे की अवधि घटाकर छह माह कर दी जाएगी।
गोयल ने कहा, रेलवे स्टेशनों की स्वच्छता रैंकिंग में औसतन 18 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। 2018 के सर्वे में 90 फीसदी से अधिक अंक हासिल करने वाले स्टेशनों की संख्या 39 रही है, जबकि 2017 में यह आंकड़ा शून्य था। वहीं, 80 फीसदी से अधिक अंक पाने वाले स्टेशनों की संख्या 90 से बढ़कर 161 हो गई है।
रेल मंत्री ने बताया कि ए-1 श्रेणी में पहले स्थान पर जोधपुर रहा, जबकि दूसरे स्थान पर जयुपर रहा। तिरुपति स्टेशन तीसरे स्थान पर रहा है। गोयल ने कहा कि ए श्रेणी में मारवाड़ पहले, फुलेरा दूसरे व वारंगल तीसरे स्थान पर रहा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले स्टेशनों को लेकर समीक्षा की जाएगी। साल 2017 और 2018, दोनों सर्वे में आनंद विहार पांचवें स्थान पर और नई दिल्ली स्टेशन 39वें स्थान पर रहा। जबकि पटना स्टेशन पांच पायदान ऊपर चढ़कर 23वें स्थान पर और मुंबई 27वें स्थान से ऊपर चढ़कर 13वें स्थान पर आ गया। रैंकिंग में मथुरा सबसे नीचे 75वें स्थान पर, ग्वालियर 73वें स्थान पर, हावड़ा 71वें स्थान पर जबकि वाराणसी 69वें स्थान पर रहा है।
उल्लेखनीय है कि सर्वे में शौचालय, पटरियां, कूड़ादान, स्टेशन परिसर और प्लेटफॉर्म की सफाई का आधार मानक होता है। इसमें यात्रियों, सफाईकर्मी और स्टेशन स्टाफ से बातचीत भी शामिल है। रेल मंत्रालय ने 407 रेलवे स्टेशनों की सफाई का सर्वे कराया है। इनमें 75 स्टेशन ए1 श्रेणी में, जबकि शेष स्टेशन ए, बी श्रेणी में रखे गए हैं। ए1 श्रेणी में 50 करोड़ से अधिक का व्यवसाय करने वाले स्टेशनों को शामिल किया गया है।