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नई दिल्ली: जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की रिहाई के बाद कई बड़े नेता उनके समर्थन में बयान दे रहे हैं। अब तक इस फेहरिस्त में वही लोग शामिल हुए थे,जो भाजपा विरोधी हैं, लेकिन अब पार्टी के अंदर भी कन्हैया के पक्ष में आवाज उठने लगी हैं और इसकी शुरुआत भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने की है। कन्हैया के पक्ष में बिहारी बाबू के नाम से मशहूर शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा है कि उन्हें जमानत पर रिहा किए जाने से वे बहुत खुश हैं। शत्रुघन ने ट्वीट किया कि कन्हैया को बेल मिलने की खुशी है। इसके साथ ही आशा करते हैं कि जो समर्थन उन्हें मिला है, उसके सहारे वे विरोधियों को उचित जवाब दे पाएंगे। एक अन्य ट्वीट में शत्रुघ्न सिन्हा ने लिखा, 'मैं उम्मीद करता हूं और प्रार्थना करता हूं कि वे सभी लोग जिन्हें लगता है कि कन्हैया के साथ गलत हुआ है वे उनके समर्थन में आगे आएं। उन सबके साथ का हकदार होने में कन्हैया अपनी सार्थकता साबित कर पाएं।'

नई दिल्ली: भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि कन्हैया कुमार 'मुफ्त में प्रचार का आनंद' ले रहे हैं। नायडू ने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय के छात्रों को राजनीति करने की बजाय पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि कन्हैया की दिलचस्पी राजनीति में है, तो उसे अपनी 'पसंदीदा पार्टी' में शामिल हो जाना चाहिए, जिसकी 'नुमाइंदगी अभी संसद में इकाई अंक में भी नहीं है।' उन्हें विश्वविद्यालयों में ऐसी गतिविधियों पर लगाम लगाने में अधिकारियों की मदद करने दें। वहीं, जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने अपने 'आजादी' वाले भाषण से गैर-भाजपा नेताओं की खूब तारीफ बटोरी है। अपने भाषण में कन्हैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। कन्हैया की तारीफ करते हुए गैर-भाजपा नेताओं ने शुक्रवार को जोर देकर कहा कि उन्होंने जो कुछ भी कहा है वह सही है।

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में कहा कि महात्मा गांधी के हत्यारे की पूजा करने वालों के खिलाफ राज्य सरकारों को सख्त कदम उठाने चाहिए। राजनाथ ने कहा कि केंद्र सरकार ने किसी राज्य को ऐसा करने से रोका नहीं है। राजनाथ सिंह ने कहा कि आखिर कोई कैसे नाथूराम गोडसे की पूजा कर सकता है? राष्ट्रपिता की हत्या करने वाले के समर्थन में अगर कोई भी कार्यक्रम आयोजित किया जाता है तो ऐसे मामलों में राज्य सरकारें खुद कार्रवाई करें। केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि लॉ एंड ऑर्डर का मुद्दा राज्य से जुड़ा हुआ है, अगर कोई ऐसी किसी गतिविधि में शामिल है तो राज्य सरकारें अपने स्तर पर उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए स्वतंत्र हैं। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कठेरिया के भड़काऊ भाषण देने पर कहा कि मैंने उनके भाषण की सीडी देखी है, उसमें कहीं भी किसी समुदाय के खिलाफ कुछ भी आपत्तिजनक नहीं बोला गया है।

नई दिल्ली: विभिन्न राजनीतिक दलों ने आज (शुक्रवार) पूर्व लोकसभा अध्यक्ष पीए संगमा के निधन पर शोक जताया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्वोत्तर के विकास में उनके महत्वपूर्ण योगदान को रेखांकित करते हुए उन्हें अपने दम पर अपनी जगह बनाने वाला नेता बताया। संगमा के निधन पर शोक और दुख जाहिर करते हुए उनके संसदीय सहयोगियों ने 11वीं लोकसभा में बतौर स्पीकर उनके कार्यकाल को याद किया। सदस्यों ने उनके मैत्रीपूर्ण व्यवहार और मिलनसार व्यक्तित्व को याद किया जो हर किसी को उनकी ओर खींचता था। प्रधानमंत्री ने संगमा के निधन पर शोक जाहिर करते हुए उन्हें अपनी मेहनत के बल पर राजनीतिक परिदृश्य और समाज में जगह बनाने वाला नेता बताया। मोदी ने साथ ही कहा कि पूर्वोत्तर के विकास में संगमा का बहुत बड़ा योगदान रहा है और वह उनके निधन से दुखी हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘लोकसभा स्पीकर के तौर पर संगमा के कार्यकाल को ‘भुलाया नहीं जा सकता।

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