रांची: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को छह नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने वर्चुअली हरी झंडी दिखाकर इन ट्रेनों को रवाना किया। रेलवे मंत्रालय का कहना है कि इन ट्रेनों से संपर्क सुविधा, सुरक्षित यात्रा और यात्रियों के लिए सुविधाएं बढ़ेंगी। इन नई वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत के बाद इनकी संख्या 54 से बढ़कर अब 60 हो गई है। इस तरह वंदे भारत ट्रेनें रोज 120 फेरों के जरिए 24 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 280 से अधिक जिलों को कवर करेंगी।
बिहार-झारखंड समेत चार राज्यों को फायदा
नई ट्रेनें, जिन छह नए मार्गों को कवर करेंगी, वे टाटानगर-पटना, ब्रह्मपुर-टाटानगर, राउरकेला-हावड़ा, देवघर-वाराणसी, भागलपुर-हावड़ा और गया-हावड़ा हैं। यानि आज की छह वंदे भारत ट्रेने बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के यात्रियों के सफर को आसान बनाएंगी। पहली वंदे भारत ट्रेन 15 फरवरी, 2019 को शुरू की गई थी। यह ट्रेनें 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की क्षमता रखती हैं।
3.17 करोड़ से अधिक यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया
रेल मंत्रालय के मुताबिक, 14 सितंबर 2024 तक 54 ट्रेनों (अन-डाउन मिलाकर 108 फेरे) के बेड़े के साथ वंदे भारत ने कुल मिलाकर लगभग 36,000 यात्राएं पूरी की हैं और 3.17 करोड़ से अधिक यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया है। मूल वंदे भारत ट्रेन सेट अब वंदे भारत 2.0 में बदल गया है, जिसमें तेज गति, कवच, एंटी-वायरस सिस्टम और वाईफाई जैसी और भी उन्नत सुविधाएं हैं।
पीएमओ ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी बयान के मुताबिक, वंदे भारत पोर्टफोलियो का लगातार विस्तार हो रहा है और बेहतर संपर्क सुविधा के लिए इसमें नई ट्रेन को शामिल किया जा रहा है। इसमें कहा गया कि मेक इन इंडिया पहल के तहत स्वदेशी रूप से डिजाइन की गई ये ट्रेन लाखों यात्रियों को लक्जरी और अत्याधुनिक सुविधाएं देती है।