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पीलीभीत: छात्रों से प्रसिद्ध कवि इकबाल का गीत 'लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी' गवाने के कारण पिछले सप्ताह निलंबित किए गए पीलीभीत में सरकारी प्राइमरी स्कूल के प्रधानाध्यापक फुरकान अली को चेतावनी देकर बहाल कर दिया गया है और उनका स्थानांतरण दूसरे स्कूल में कर दिया गया है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र स्वरूप ने कहा कि फुरकान हालांकि एक शिक्षक के रूप में काम करेंगे ना कि प्रधानाध्यापक के रूप में। अली के दिव्यांग होने की जानकारी मिलने के बाद मानवता के आधार पर उन्हें उसी क्षेत्र में दूसरे स्कूल में तैनात कर दिया गया है।

बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी ने कहा, “फुरकाल अली को अंतिम और सख्त चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है। उनसे कहा गया है कि वह विभागीय कानूनों का पालन करें और वरिष्ठ अधिकारियों के निदेर्शन में अपनी ड्यूटी करें।” फुरकान अली को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की शिकायत पर निलंबित किया गया था जिसमें कहा गया था कि प्रधानाध्यापक छात्रों को, जिनमें अधिकतर बहुसंख्यक समुदाय के बच्चे हैं, जबरन प्रार्थना 'लब पे आती है दुआ' गवाते हैं। विहिप के अनुसार, यह प्रार्थना आम तौर पर मदरसों में गाई जाती है।

लखनऊ: कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में न्याय की आस लेकर उनके परिजनों ने रविवार को सीएम आवास में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान कमलेश तिवारी की मां, पत्नी और बेटा मौजूद रहे। कमलेश तिवारी के परिवार ने 11 मांग का एक पत्र मुख्यमंत्री को सौंपा। कमलेश का परिवार लखनऊ में कमलेश तिवारी की प्रतिमा लगाने की मांग कर रहा है। खुशीर्द बाग का नाम बदलकर कमलेश बाग रखने के साथ ही अपराधियों पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की गई है।

कुल 11 प्रमुख मांग को सीएम योगी आदित्यनाथ के सामने रखा गया है। मुख्यमंत्री ने आनन-फानन में पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह को भी तलब किया। उनके साथ एसआइटी प्रभारी पुलिस महानिरीक्षक एसके भगत भी पहुंचे। मुख्यमंत्री ने कमलेश तिवारी के परिवार के सामने ही ओपी सिंह से हत्या की जांच की प्रगति का ब्यौरा भी लिया और हत्यारों को जल्दी ही पकड़ने का निर्देश दिया। हिन्दू नेता की हत्या में अभी तक पुलिस ने छह लोगों को हिरासत में लिया है। आरोपियों से पूछताछ कर पुलिस अन्य आरोपियों तक पहुंचने के प्रयास में लगी है।

रामपुर: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि योगी सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि मैं सीएम को योगी नहीं मानता, योगी तो वह होते हैं जो दूसरों के दुख को अपना समझते हैं, लेकिन मुख्यमंत्री में यह बात नहीं है। ऐसे में मैं उन्हें योगी की श्रेणी में नहीं मानता। यह बातें पूर्व मुख्यमंत्री ने रामपुर में सपा प्रत्याशी और आजम खां की पत्नी तजीन फातिमा के समर्थन में आयोजित एक चुनावी रैली में कही।

बता दें कि रामपुर में उपचुनाव हो रहा है और शनिवार को चुनाव प्रचार का अंतिम दिन था, 21 नवंबर को यहां वोटिंग होगी। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा भाजपा का ध्यान सिर्फ रामपुर के चुनाव पर है। प्रदेश की जनता के साथ क्या हो रहा है इससे उनसे कोई मतलब नहीं है। अखिलेश ने कानून व्यवस्था पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा प्रदेश में हो रही हत्याएं सरकार की पोल खोल रही है। अखिलेश यादव ने कहा कि पुंलिस और प्रशासन सबसे जल्दी बदलते हैं, अभी दौड़ा रहे हैं, कल आपके साथ होंगे।

लखनऊ: हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी हत्याकांड में यूपी पुलिस ने 24 घंटे में खुलासा कर दिया है। पुलिस ने घटना में शामिल तीन लोगों को गुजरात के सूरत से गिरफ्तार किया है। वहीं, बिजनौर से षड्यंत्र में शामिल मौलाना अनवारुल हक और मौलाना नईम कासनी को हिरासत में लिया गया है। यूपी डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि घटनास्थल से जांच के दौरान मिले मिठाई के डिब्बे से अहम सुराग मिले और गुजरात पुलिस की मदद से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि कमलेश तिवारी के परिजनों द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी में बिजनौर निवासी अनवारूल हक और नईम काजमी के नाम हैं और उन्हें भी हिरासत में ले कर पूछताछ की जा रही है।

डीजीपी ने प्रारंभिक जांच के आधार पर बताया कि 2015 के बयान के कारण इस घटनाक्रम को अंजाम दिया गया है। इसके साथ ही इसमें किसी आतंकी संगठन की संलिप्तता के कोई सबूत अभी तक नहीं मिले हैं। उन्होंने बताया कि अपराधी खास कपड़े पहनकर आए थे। हत्याकांड के तार गुजरात से जुड़े हैं। सूरत के मौलाना मोसिन सलीम शेख, फैजान जिलानी और रशीद को गिरफ्तार किया है।

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