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लखनऊ: कमलेश तिवारी हत्याकांड में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कोई भी कसर नहीं छोड़ रही है। इस कड़ी में उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से आज सोमवार को हत्या के मुख्य आरोपी मुइनुद्दीन और अशफाक पर ढाई लाख के ईनाम की घोषणा की गई है। सूरत के रहने वाले इन दोनों आरोपियों के बारे में पुलिस ने लखनऊ के लालबाग स्थित होटल खालसा इन जानकारियां जुटाईं थी। होटल में दोनों आरोपियों ने आईडी के तौर पर अपना आधार कार्ड दिया था। आधार कार्ड से हत्यारों की पहचान सूरत निवासी शेख अशफाक हुसैन और पठान मोइनुद्दीन अहमद के रूप में हुई थी।

इससे पहले पुलिस जांच में तेजी दिखाते हुए कई खुलासे कर चुकी है। हत्याकांड का खुलासा करते हुए यूपी डीजीपी ओपी सिंह ने बताया था कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पूरी कोशिश की जा रही है। बताते चलें कि शनिवार रात को होटल प्रबन्धन से सूचना मिलने पर लखनऊ पुलिस ने इस होटल को खंगाला था। हत्यारों जिस कमरे (जी-103) में रुके थे वहां से खून से सने भगवा कपड़े, हत्या में इस्तेमाल चाकू और बैग बरामद हुआ था। इसके अलावा शेविंग क्रीम, ब्लेड समेत कई और चीजें भी मिली।

रामपुर: हिन्दू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या के बहाने सपा मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। कहा कि सरकार ने कमलेश को सुरक्षा मुहैया कराई थी। इसे योगी सरकार ने हटा ली और आखिरकार उनकी हत्या हो गई। ये बात खुद कमलेश की मां कह रही हैं। उनके बयान से ही सरकार की सारी विफलता समझ में आ जाएगी। अखिलेश ने कहा कि अब सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। जनता भाजपा को जवाब देगी।

शनिवार को रामपुर किले के मैदान में उप चुनाव की रैली को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार कमलेश की हत्या में भी नई कहानियां बना रही है। हत्या में पुलिस ने उनको पकड़ा है जिन्होंने 2015 में साजिश रची थी। अगर उस समय साजिश रची गई थी तो सरकार ने ढाई साल क्या किया। सच ये है कि असल हत्यारे पुलिस की पकड़ से दूर हैं। अखिलेश ने कहा कि हम योगी को योगी नहीं मानते क्योंकि योगी का अर्थ होता है दूसरों का दु:ख समझने वाला जबकि मौजूदा सरकार लोगों का दुख नहीं समझ रही है। ढाई साल में कोई विकास नहीं हुआ है।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के देवबंद में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नेता ने हिंदू समुदाय से 'धनतेरस पर बर्तनों के बजाय लोहे से बनी तलवारें' खरीदने के लिए कहा है। धनतेरस हर साल दीपावली से पहले मनाया जाता है। परंपरा के अनुसार, धनतेरस पर लोग बर्तन या धातु से बनी चीजें खरीदते हैं। इस वर्ष, धनतेरस 25 अक्टूबर (शुक्रवार) को मनाया जाएगा।

देवबंद नगर के भाजपा अध्यक्ष गजराज राणा ने शनिवार रात मीडिया से कहा, “अयोध्या मसले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला जल्द ही आने की उम्मीद है और हमें भरोसा है कि यह राम मंदिर के पक्ष में होगा। हालांकि, इससे माहौल बिगड़ सकता है, इसलिए सोने के आभूषणों और चांदी के बर्तनों के बजाय लोहे की तलवारें इकट्ठा करना उचित है। जरूरत के समय में ये तलवारें हमारी रक्षा करने में काम आएंगी।” हालांकि, राणा ने स्पष्ट किया कि उन्होंने किसी भी समुदाय या धर्म के खिलाफ 'एक शब्द' भी नहीं कहा है। उन्होंने कहा, “यहां तक कि हम अपने धार्मिक रिवाजों में हथियारों की पूजा करते हैं और हमारे देवी-देवताओं ने भी परिस्थितियों के आधार पर हथियारों का इस्तेमाल किया है।

लखनऊ: हिन्दू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में पुलिस को एक और सफलता हाथ लगी। पता चला कि हत्यारे सूरत से लखनऊ आने के बाद लालबाग के होटल खालसा इन’ में रुके थे। शनिवार रात को होटल प्रबन्धन से सूचना मिलने पर ही लखनऊ पुलिस इस होटल पहुंची थी। हत्यारों के कमरे (जी-103) में खून से सने भगवा कपड़े, हत्या में इस्तेमाल चाकू और बैग बरामद हुआ। इसके अलावा शेविंग क्रीम, ब्लेड समेत कई और चीजें भी मिली। होटल में दोनों युवकों ने आईडी के तौर पर अपना आधार कार्ड दिया था। आधार कार्ड से हत्यारों की पहचान सूरत निवासी शेख अशफाक हुसैन और पठान मोइनुद्दीन अहमद के रूप में हुई।

शनिवार सुबह डीजीपी ने जब इस हत्याकाण्ड का खुलासा किया तो सिर्फ साजिशकर्ताओं के ही नाम बताये गए थे। हालांकि गुजरात एटीएस ने यूपी पुलिस को हत्यारों के नाम भी बता दिये थे। पर, पुलिस इन दोनों के नामों का खुलासा करने से बच रही थी। रविवार को होटल खालसा इन में हत्यारों के रुके होने का खुलासा होने के बाद इनके नाम सार्वजनिक कर दिये गये।

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