चंडीगढ़ (जनादेश ब्यूरो): पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से तल्खी के बाद संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की अगुवाई में किसान आज चंडीगढ़ में पक्का लगाने के लिए ट्रैक्टर ट्रॉली के साथ कूच करेंगे। सीएम मान ने चेतावनी दी है कि पंजाब को धरना स्टेट बना रखा है। मोर्चे में आने वाले किसानों को हिरासत में लिया जाएगा। चंडीगढ़ पुलिस ने भी पंजाब के साथ लगते 18 एंट्री पॉइंट को सील कर दिया है, जहां 1200 जवानों को तैनात किया गया है।
जबकि संयुक्त किसान मोर्चा ने साफ कर दिया है कि मोर्चा ट्रैक्टर ट्रॉली के साथ हर हाल में चंडीगढ़ कूच करेगा। सरकार जहां भी उनको रोकेगी, वे धरने पर बैठ जाएंगे।
कई एसकेएम नेता हिरासत में- कुछ नजरबंद
एसकेएम के पक्के मोर्चे के एलान को देखते सोमवार देर रात से ही पंजाब पुलिस ने किसान नेताओं की धरपकड़ शुरू कर दी, जो मंगलवार को पूरा दिन जारी रही। इस दौरान किसान नेताओं को घरों से हिरासत में ले लिया गया, कुछ को नजरबंद भी कर दिया गया। पुलिस कार्रवाई को देखते हुए अधिकतर किसान नेता अंडरग्राउंड हो गए।
मोर्चे के मुताबिक बलबीर सिंह राजेबाल समेत उनके 9 नेताओं को हिरासत में ले लिया गया। इनमें रुलदू सिंह मानसा, जंगवीर सिंह चौहान, गुरमीत सिंह भाटीवाल, नछत्तर सिंह जैतों, वीरपाल सिंह ढिल्लों, बिंदर सिंह गोलेवाल, गुरनाम भीखी और हरमेश सिंह ढेसी शामिल हैं।
पुलिस ने भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के प्रधान जोगिंदर सिंह उगराहां, रमिंदर सिंह पटियाला, बुटा सिंह, हरिंदर सिंह लखोवाल, सतनाम सिंह, गुरमीत सिंह और राजिंदर सिंह दीप सिंह वाला के घर पर छापा मारा। पुलिस की इस कार्रवाई के बाद एसकेएम से जुड़ी जत्थेबंदियों ने अपना रोष जाहिर करने के लिए पंजाब सरकार के पुतले भी फूंके। एसकेएम नेता रमिंदर सिंह पटियाला ने कहा कि हम चंडीगढ़ जरूर जाएंगे। सरकार ने जहां रोका, वहीं धरने देकर बैठ जाएंगे। किसान ट्रैक्टर ट्रॉलियों के साथ चंडीगढ़ जाएंगे। इसी तरह किसान नेता जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि चंडीगढ़ कूच के लिए सभी साथियों को साथ आने की अपील की है। उन्होंने सरकार से चंडीगढ़ में सेक्टर-34 ग्राउंड में मोर्चा लगाने के लिए जगह भी मांगी। उगराहां ने बताया कि उनके सैकड़ों किसान नेताओं के घरों पर छापा मारा गया और कई किसान नेताओं को हिरासत में लिया गया है।
किसान इन मांगों को लेकर कर रहे प्रदर्शन
किसान छह फसलों पर प्रदेश सरकार से न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू करने, कर्ज माफी को लेकर नई योजना लाने, गन्ना किसानों को ब्याज समेत बकाया राशि देने, आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को मुआवजा देने, सरहिंद फीडर नहर पर लगी मोटरों के बिल माफ करने और सरकार और किसानों के बीच समन्वय के लिए सब-कमेटी बनाने समेत कुल 18 मांगें पूरी करने की मांग कर रहे हैं।
किसानों को चंडीगढ़ में शांतिपूवर्क प्रदर्शन करने दें: पंधेर
किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि किसानों को चंडीगढ़ में शांतिपूवर्क प्रदर्शन करने की अनुमति दी जानी चाहिए। वह एसकेएम के नेताओं को गिरफ्तार करने की निंदा करते हैं। पंधेर ने कहा कि बुधवार को प्रदेशभर में सीएम मान के पुतले जलाए जाएंगे। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी की कोर कमेटी में यह फैसला लिया गया है। किसान नेताओं ने कहा कि किसान ट्रैक्टर ट्रॉलियों के अलावा बसों व निजी गाड़ियों में चंडीगढ़ पहुंचेंगे। एक सप्ताह का राशन और जरूरी सामान लेकर आएंगे।
पंजाब को धरना स्टेट बना रखा है, बर्दाश्त नहीं: मान
सीएम मान ने किसानों के साथ बैठक पर कहा कि पंजाब को धरना स्टेट बना रखा है, जो बर्दाश्त नहीं है। बंद के कारण पंजाब का पहले ही बहुत नुक्सान हो चुका है। मान ने कहा कि मैंने किसान नेताओं से पूछा कि चंडीगढ़ में मोर्चा लगाने को लेकर उनका क्या स्टैंड है तो उनका जवाब था कि मोर्चा जरूर लगाएंगे। मतलब बैठक भी करनी है और पक्का मोर्चा भी लगाना है, लेकिन ये दोनों साथ-साथ नहीं चल सकते, इसलिए मैंने कह दिया कि मोर्चा लगा लो। मान ने कहा कि मेरी नरमी को मेरी कमजोरी न समझा जाए। सरकार की तरफ से सख्त एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि रोजाना रेल, सड़क रोकने का रवैया सही नहीं है। किसानों की सभी मांगें केंद्र से संबंधित हैं। सीएम ने कहा कि किसानों का यह कहना था कि अगर हम मोर्चे का एलान न करते तो सरकार ने मीटिंग का समय नहीं देती, जबकि पहले भी वह किसानों के साथ बैठक करते रहे हैं। किसान यूनियन के नेताओं से ज्यादा खेतों में जाता रहा हूं। किसानी से जुड़ा हूं। मैंने उनसे डरकर बैठक नहीं की। मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न किसान यूनियनों के बीच ''क्रेडिट वॉर'' चल रहा है, जो समानांतर सरकार चलाकर अराजकता फैलाने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार समाज के विभिन्न वर्गों से संबंधित मुद्दों को बातचीत के माध्यम से हल करने के लिए हमेशा तैयार है।
प्रदर्शन से पहले पुलिस ने करीब 15 किसान नेताओं को हिरासत में लिया
पुलिस ने पांच मार्च को चंडीगढ़ में संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से किए जा रहे विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए कई किसान नेताओं को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया है। सूत्रों के अनुसार मोहाली पुलिस ने कार्रवाई करते हुए जिले के करीब 15 किसान नेताओं को हिरासत में लिया है। मंगलवार को सुबह पुलिस ने किसान यूनियन के जिला प्रधान किरपाल सिंह स्याऊ को उनके गांव से गिरफ्तार कर लिया। सूबा नेता परमदीप सिंह बैदवान को भी उनके गांव मटौर में नजरबंद कर दिया गया है। यह जानकारी किसान यूनियन के महासचिव लखविंदर सिंह सरपंच कराला ने दी है।
इसी तरह पुलिस ने किसान यूनियन एकता डकौंदा के जिला प्रधान जगजीत सिंह जग्गी कराला को भी सुबह हिरासत में लिया है। किसान नेता और वकील जसपाल सिंह दप्पर, मनप्रीत सिंह अमलाला, हरी सिंह चडियाला, अजायब सिंह मलकपुर, रजिंदर ढोला, करम सिंह और लखविंदर सिंह सदापुर को भी सुबह हिरासत में लिया गया है। इस संबंधी जसपाल सिंह दप्पर ने बताया कि सभी किसान नेताओं को सुबह तीन बजे से लेकर 6 बजे तक अलग-अलग थानों में यह कह कर लाया गया कि उनको सरकार का आदेश मिला है कि पांच मार्च को किसान धरने में शामिल होने वाले किसानों को हिरासत में लिया जाए। उन्होंने बताया कि मंगलवार दोपहर को उनके अलावा तीन किसान अजायब सिंह व लखविंदर सिंह को छोड़ दिया गया। उन तीनों को लेहली पुलिस चौकी ले जाया गया था। जसपाल सिंह दप्पर ने बताया कि जीरकपुर, लालड़ू और डेराबस्सी के किसान ट्रैक्टर ट्रालियों समेत चंडीगढ़ की ओर कूच करेंगे।