नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा सत्र में सोमवार को भी जोरदार हंगामा देखने को मिला। सदन में स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़ी कैग रिपोर्ट पर चर्चा हो रही है। सत्तापक्ष के सदस्य कैग रिपोर्ट में व्यक्त की गई अस्पतालों की बदहाली को लेकर पूर्ववर्ती आम आदमी पार्टी (आप) सरकार को घेर रहे हैं तो वहीं विपक्ष के सदस्यों ने इसका विरोध और सदन में जमकर हंगामा किया। आप विधायकों के हंगामें के बीच सदन की कार्यवाही को दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
विधानसभा में भाजपा विधायक कुलवंत राणा अपने इलाके की सड़क की समस्या रख रहे थे। पूर्व विधायक पर जांच की आवश्यकता कहते ही तभी किसी आप विधायक ने टोका। जिस पर भाजपा विधायक कुलवंत राणा भड़क गए। जिसके बाद संजीव झा ने कहा धमकाओं नहीं और खूब बहस हुई। बाद में स्पीकर विजेंद्र गुप्ता को अपनी चेयर से खड़ा होना पड़ा। दोनों विधायकों से बैठने की अपील की है।
आम आदमी पार्टी के विधायक गोपाल राय ने कहा कि यह बहुत ही निंदनीय कार्य था कि विधानसभा के पहले सत्र की शुरुआत में ही भाजपा के दबाव में विधानसभा अध्यक्ष ने तानाशाही पूर्ण कार्रवाई की।
हम विधानसभा में अपना पक्ष रखेंगे: गोपाल राय
उन्होंने कहा, आज आखिरी दिन है और सदन में हमारे सभी विधायक जा रहे हैं। हम सदन की चर्चा में हिस्सा लेंगे और अपना पक्ष रखेंगे।
दिल्ली विधानसभा में सोमवार को स्वास्थ्य विभाग से संबंधित कैग की रिपोर्ट पर चर्चा होने वाली है। रिपोर्ट दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य क्षेत्र में किए गए कामकाज को लेकर पेश हुई थी। जिसके बाद कई महत्वपूर्ण सवाल उठ रहे हैं। भाजपा विधायक इस मामले को लेकर तत्कालीन आम आदमी पार्टी सरकार पर तीखा हमला कर रहे हैं।
एलजी को सौंपा धन्यवाद प्रस्ताव का पत्र
दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने विधानसभा सत्र में उपराज्यपाल के अभिभाषण पर विधानसभा की तरफ से पारित धन्यवाद प्रस्ताव का पत्र एलजी विनय कुमार सक्सेना को सौंप दिया है।
24 मार्च से शुरू हो रहा दिल्ली का बजट सत्र
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र 24 मार्च से शुरू हो रहा है। जिसकी घोषणा मुख्यमंत्री ने की है। निश्चित रूप से भाजपा की सरकार दिल्ली के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। हम बार-बार इस बात पर जोर दे रहे हैं कि जिस तरह से पिछले 10-11 वर्षों में दिल्ली का विकास अवरुद्ध हुआ है, उसे एक निश्चित दृष्टिकोण के साथ पुनः पटरी पर लाना बहुत जरूरी है। आगे कहा कि मुझे खुशी है कि हमारी पूरी सरकार ने इस मामले में बहुत गंभीरता से सोचा है। पिछले 7-8 दिनों में ही योजना बनाकर, मीटिंग करके अपना काम शुरू कर दिया है। यह तय है कि यह बजट दिल्ली के लोगों के लिए होगा।