सिद्धार्थनगर: अयोध्या रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में बुधवार को सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पूरी हो गई। अब सभी कोर्ट के फैसला का इंतजार कर रहे हैं। इसी दौरान गुरुवार को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने दिवाली पर आतंकी हमले का अलर्ट जारी किया है। एनआईए के अनुसार चार संदिग्ध आतंकियों को नेपाल सीमा के पास गोरखपुर में देखा गया है। इसके बाद से सिद्धार्थनगर जिले की नेपाल से लगती 68 किमी की सीमा पर एसएसबी और यूपी पुलिस के जवानों को अलर्ट कर दिया गया है। सीमा पार से आने-जाने वालों की सघन तलाशी ली जा रही है।
सुरक्षा एजेंसियों से मिली जानकारी के अनुसार गोरखपुर में कुछ आतंकी घुस आए हैं। इससे राज्य सरकार ने आतंकी हमले का अलर्ट जारी कर दिया है और सुरक्षा कर्मियों को चप्पे-चप्पे पर तैनात रहने के निर्देश दिए हैं। बताया जा रहा है कि ये आतंकी नेपाल के रास्ते भारत में घुसे हैं। ये सभी शिफ्ट डिजायर कार में सवार हैं। जो बातचीत सुरक्षा एजेंसियों ने रिकॉर्ड की हैं उसमें कहा गया है कि कुछ संदिग्ध कश्मीर से दिल्ली पहुचेंगे। इसके कारण दिल्ली और यूपी सहित कई प्रदेशों में सुरक्षाबल विशेष चौकसी बरत रहे हैं। यह भी कहा जा रहा है कि आतंकियों के हुलिए भी सुरक्षा एजेंसियों के पास हैं। इसके आधार पर एजेंसियां इनकी धरपकड़ में जुट गई हैं।
खूफिया एजेंसियों ने भारत-नेपाल सीमा से आतंकी घुसपैठ का इनपुट दिया था। यूपी एटीएस ने अलर्ट को गंभीरता से लिया है। भारत-नेपाल की बढ़नी और सोनौली सीमा पर हर आने-जाने वालों पर नजर रखी जा रही है। साथ ही नेपाल बॉर्डर पर पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है। इस आतंकी हमले के अलर्ट को अयोध्या केस पर आने वाले फैसले से जोड़कर भी देखा जा रहा है।
आतंकियों का सॉफ्ट एंट्री जोन रहा है नेपाल बॉर्डर
पिछले तीन दशकों में दर्जनों खतरनाक आतंकी और संदिग्ध भारत-नेपाल की बढ़नी और सोनौली सीमा से दबोचे जा चुके हैं। सुरक्षा एजेंसियों की हर रिपोर्ट में भारत-नेपाल सीमा को अति संवेदनशील बताया जाता है। नेपाल में आईएसआई ने भारत विरोधी गतिविधियों को संचालित करने के लिए इंडियन मुजाहिद्दीन नाम के आतंकी संगठन का गठन कराया था। इसका गठन नेपाल में स्थित हिमालयन होटल में किया गया था। आईएम का यासीन भटकल ही सर्वेसर्वा था। सुरक्षा
एजेंसियों के अनुसार लश्कर-ए-तैय्यबा और जैश-ए-मोहम्मद आईएम को पूरा सहयोग भारत में आतंक फैलाने और गतिविधियां संचालित करने में करता है। कुछ दिन पहले नेपाल से पाकिस्तानी सेना का एक अफसर भी लापता हो गया था। आशंका जताई जा रही वह नेपाल या भारत में कहीं छिपा हो और आतंकी गतिविधियां संचालित कर रहा हो।
एसएसबी 50 वाहिनी के डिप्टी कमांडेंट बृजेश सिंह प्रतिहार ने बताया, गोरखपुर में संदिग्धों की उपस्थिति की सूचना के बाद नेपाल से लगती हुई सीमा पर एसएसबी जवानों को अलर्ट पर रखा गया है। किसी भी विपरीत परिस्थिति से निपटने के लिए उन्हें सख्त निर्देश दिए गए हैं।
नेपाल बॉर्डर से पकड़े गए आतंकी
1991 में सोनौली बॉर्डर पर पंजाब का उग्रवादी सुखविंदर सिंह पकड़ा गया
1993 में बढ़नी में भारत-नेपाल सीमा पर अजमेर सिंह व भाग सिंह नामक उग्रवादी पकडे़ गए
1993 में मुंबई कांड का आरोपी टाइगर मेमन सोनौली बॉर्डर पर दबोचा गया
-इनके अलावा नेपाल से अपनी गतिविधियां संचालित करने वाले पाकिस्तानी आतंकी जब्बार को एटीएस ने लखनऊ में पकड़ा था। जब्बार भी नेपाल सीमा के रास्ते ही भारत के घुसा था, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों के हत्थे चढ़ गया।
-बब्बर खालसा का खतरनाक उग्रवादी मक्कन सिंह बढ़नी में पकड़ा गया था
-भारत-नेपाल सीमा पर ही देश के लिए खतरा बने टॉप आतंकियों में शुमार अब्दुल करीम टुंडा को दिल्ली पुलिस ने दबोचने में कामयाबी हासिल की थी
-इंडियन मुजाहिद्दीन का खूंखार सिपहसलार यासीन भटकल नेपाल की सीमा पर पकड़ा गया। यासीन भटकल पर 10 लाख का इनाम भी था।
-अक्तूबर 2016 में डॉ. जावेद नामक एक संदिग्ध पाकिस्तानी पकड़ा गया था
-13 मई 2017 को हिजबुल आतंकी नासीर अहमद वानी को गिरफ्तार किया गया। उसका दोस्त भागनेइ फरार रहा।