ताज़ा खबरें
राज्यसभा में विपक्ष का हंगामा, सदन की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित
अडानी मुद्दे पर इंडिया गठबंधन सांसदों के संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन
हाथरस में राहुल गांधी से पीड़ित परिवार ने कहा- न घर मिला न नौकरी
मुंबई के कुर्ला में बेस्ट बस ने गाड़ियों को मारी टक्कर, 3 लोगों की मौत

चंडीगढ़: कई जाट नेताओं ने आरक्षण की मांग को लेकर अपने आंदोलन को खत्म करने से इनकार करते हुए और कहा है कि जब तक सरकार समुदाय को ओबीसी श्रेणी में शामिल करने के लिए अध्यादेश नहीं लाएगी तब तक आंदोलन चलता रहेगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा शनिवार को बयान जारी कर उनकी मांगों को 'स्वीकार' करने की बात के बाद उनकी यह प्रतिक्रिया आई है। नेताओं ने यह भी मांग की कि शुक्रवार को गोलीबारी में मारे गए व्यक्ति के परिजन को 50 लाख रुपये का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने कहा, 'हम लोग तब तक अपना आंदोलन वापस नहीं लेंगे जब तक राज्य सरकार अध्यादेश लाकर जाटों को आरक्षण नहीं दे देती है।' उन्होंने  कहा, 'हम खट्टर की तरफ से महज बयान को स्वीकार नहीं करेंगे। सरकार को पहले अध्यादेश लाना होगा।

चंडीगढ़: जाट आरक्षण आंदोलन शनिवार को और भी तेज हो गया। इस बीच हरियाणा की भाजपा सरकार ने कहा कि इसने समुदाय की मांगों को 'स्वीकार' कर लिया है जो ओबीसी श्रेणी में आरक्षण की मांग कर रहे हैं। आंदोलनकारियों से अपना आंदोलन खत्म करने की अपील करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शनिवार दोपहर को बयान जारी कर आंदोलनकारियों से अपील की कि 'वे अपने घरों को लौट जाएं, क्योंकि सरकार ने उनकी मांगों को स्वीकार कर लिया है।' उन्होंने इस पर विस्तार से जानकारी नहीं दी। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को चंडीगढ़ में सर्वदलीय बैठक के बाद कहा था, 'जाटों को आरक्षण देने का तरीका ढूंढा जाएगा।' जाट नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में ओबीसी श्रेणी के तहत आरक्षण की मांग कर रहे हैं। आंदोलनकारियों ने शनिवार को 'सरकार से लिखित आश्वासन' की मांग करते हुए कहा कि 'हर बार खोखले वादों से मूर्ख नहीं बना सकते।'

रोहतक: हरियाणा में जाट आरक्षण आंदोलन की वजह से भड़की हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। झज्जर में शनिवार शाम को हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई। सेना के सूत्रों ने बताया कि जिले में तैनात की गई सेना की टुकड़ी ने उग्र प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए गोलियां चलाईं। कैथल में भी एक शख्स की मौत हुई है। रोहतक और झज्जर जिले में 14 जख्मी लोगों को इलाज के लिए लाया गया। हिंसा भड़कने के बाद हिसार और हांसी में भी कर्फ्यू लगा दिया गया। सबसे खराब हालात रोहतक में हैं, जहां प्रदर्शनकारियों ने आने-जाने के सब रास्ते ब्लॉक कर दिए हैं। शुक्रवार को रोहतक में हुई हिंसा में कई पेट्रोल पम्प, मॉल, कम्युनिटी हॉल और दुकानों को लूटा गया, आग लगा दी गई। सिंधू टीकरी बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों ने कई ट्रकों में आग लगा दी। राज्य के स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। रेवाड़ी में आंदोलनकारियों ने रेल पटरियों पर अवरोध खड़े कर दिए हैं इससे दिल्ली और जयपुर जाने वाली रेलगाड़ियों पर ब्रेक लग गया है।

चंढीगढ़: जाटों के लिए ओबीसी कोटे के तहत आरक्षण की मांग कर रहे जाट नेताओं ने हरियाणा सरकार की ओर से दिए गए प्रस्ताव को ठुकरा दिया और कहा कि उनका आंदोलन मांग पूरी होने तक जारी रहेगा। शनिवार को भी हिंसा जारी है। आज एक रेलवे स्टेशन, एक थाना और कुछ भवनों में आग लगा दी गई। वहीं रोहतक जिले के कुछ स्थानों पर पहुंचने के लिए सेना को हेलीकॉप्टर का प्रयोग करना पड़ा। आज तीन और शहरों में कर्फ्यू लगाया गया जिसमें सोनीपत, गोहाना और झज्जर शामिल हैं जहां रात के दौरान और दिन में भी आगजनी की छिटपुट घटनाएं हुईं। सेना ने रोहतक और भिवानी जिलों में फ्लैग मार्च किया। राज्य में रेल और सड़क परिवहन प्रभावित रहा जिस कारण दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर और चंडीगढ़ के लिए विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्गों से सेवा बाधित रही। इसमें राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 44 (दिल्ली अंबाला) और एनएच 10 (दिल्ली हिसार फाजिल्का) भी बाधित रहा। रेल अधिकारियों ने कई रेलगाड़ियों को रद्द कर दिया।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख