ताज़ा खबरें
'जब तक मैं जिंदा हूं, किसी योग्य शिक्षक की नौकरी नहीं जाएगी': ममता
राहुल गांधी बेगुसराय में 'पलायन रोको नौकरी दो' यात्रा में हुए शामिल
यूपी: पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी के दस ठिकानों पर ईडी के छापे
सेंसेक्स 3000 अंक गिरा, निफ्टी भी 1000 अंक लुढ़का, 19 करोड़ स्वाहा
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने 131 दिन बाद खत्म किया अनशन

नई दिल्ली: सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने अक्टूबर-दिसंबर 2022 तिमाही के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़ों को जारी कर दिया है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, तीसरी तिमाही में भारत की जीडीपी 4.4 फीसद रिकॉर्ड की गई है। आरबीआई ने भी इतनी ही ग्रोथ का अनुमान जारी किया था।

दिसंबर 2022 तिमाही के जीडीपी आंकड़ों की तुलना पिछली जुलाई-सिंतबर तिमाही 2022 से करें तो भारतीय अर्थव्यवस्था के सामने बहुत-सी चुनौतियां नजर आती हैं। आपको बता दें कि जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत की जीडीपी की वृद्धि 6.3 प्रतिशत थी, जबकि अप्रैल-जून तिमाही (क्यू1) में भारत की वृद्धि दर 13.5 प्रतिशत आंकी गई थी। यह बात ध्यान देने वाली है कि जून 2022 तिमाही में जीडीपी में इतनी अधिक उछाल लो-बेस के चलते थी।

सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने एफवाई 2022-23 के लिए जीडीपी का दूसरा अग्रिम अनुमान भी जारी कर दिया है।

नई दिल्ली: जीएसटी काउंसिल की 49 वीं बैठक के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सभी जीएसटी मुआवजे का भुगतान किया जाएगा। वित्त मंत्री ने कहा कि सभी राज्यों के अभी तक के जीएसटी कंपनसेशन को आज जारी कर दिया जाएगा। निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार माल और सेवा कर यानी जीएसटी मुआवजे के पूरे 16,982 करोड़ रुपये का भुगतान अपनी जेब से करेगी।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीएसटी दरों को निर्धारित करने वाली परिषद की एक बैठक के बाद कहा, "हमने आज घोषणा की है कि जीएसटी मुआवजे का पूरा लंबित बकाया चुका दिया जाएगा।" उन्होंने कहा कि जीएसटी मुआवजे के लंबित शेष कुल 16,982 करोड़ रुपये को मंजूरी दे दी जाएगी। वित्त मंत्री ने कहा कि फिलहाल यह राशि मुआवजा निधि में उपलब्ध नहीं है। हमने इस राशि को अपने स्वयं के खर्च से जारी करने का निर्णय लिया है। वित्त मंत्री ने साफ किया कि केंद्र सरकार राज्यों के लिए इस मुआवजो की रकम को जारी करने के बाद पूरे पांच साल के लिए निर्धारित जीएसटी कंपनसेशन सेस करेगी।

नई दिल्ली: टेक दिग्गज गूगल इंडिया ने लगभग 450 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला किया है। कंपनी ने कल यानी गुरुवार को देर रात एक ईमेल के जरिये कर्मचारियों को कथित तौर पर छंटनी की सूचना दी है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि इस 453 कर्मचारियों की छंटनी में पिछले महीने गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट इंक द्वारा किए गए 12,000 नौकरियों में कटौती शामिल है या नहीं।

मनीकंट्रोल के मुताबिक, कर्मचारियों को यह ईमेल गूगल इंडिया के कंट्री हेड और वाइस प्रेसिडेंट संजय गुप्ता ने भेजा है। हिंदू बिजनेसलाइन ने अपने सूत्रों के हवाले से एक रिपोर्ट भी जारी की, जिसमें बताया कि गूगल इंडिया ने अभी तक इस मामले पर पूछे गए सवाल का जवाब नहीं दिया है।

बता दें कि जनवरी 2023 में ही गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कंपनी की पूरी वर्कफोर्स में से 6 फीसदी कर्मचारियों को निकालने का एलान किया था। इस समय कर्मचारियों को बाहर निकालने की पूरी जिम्मेदारी सुंदर पिचाई ने लेते हुए उन्हें इस छटनी का मेल भेजा था।

नई दिल्‍ली: ट्विटर ने भारत में अपने तीन कार्यालयों में से दो को बंद कर दिया है। कंपनी ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने के लिए कहा है। एलन मस्क ने जब से ट्विटर को खरीदा है, तब से कई बड़े बदलाव कंपनी में देखने को मिले हैं। कंपनी ने पिछले साल के अंत में भारत में अपने लगभग 200 से अधिक कर्मचारियों में से 90% से अधिक को निकाल दिया था। अब राजनीतिक केंद्र नई दिल्ली और वित्‍तीय केंद्र मुंबई में अपने कार्यालयों को बंद कर दिया है।

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, ट्विटर का भारत में अब सिर्फ एक ऑफिस रह गया है। कंपनी ने बेंगलुरु के दक्षिणी टेक हब में एक कार्यालय का संचालन अभी जारी रखा है, जिसमें ज्यादातर इंजीनियर काम करते हैं। ट्विटर के ही एक कर्मचारी ने नाम न बताने की शर्त पर ये जानकारी साझा की है। अरबपति मुख्य कार्यकारी अधिकारी मस्क ने 2023 के अंत तक ट्विटर को वित्तीय रूप से स्थिर करने के प्रयास के तहत दुनिया भर में कर्मचारियों की छंटनी की और कार्यालयों को बंद कर दिया है। भारत में गूगल जैसी सोशल मीडिया कंपनी लंबे समय के लिए कई परियोजनाओं पर काम कर रही है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख