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नई दिल्ली: टेक दिग्गज गूगल इंडिया ने लगभग 450 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला किया है। कंपनी ने कल यानी गुरुवार को देर रात एक ईमेल के जरिये कर्मचारियों को कथित तौर पर छंटनी की सूचना दी है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि इस 453 कर्मचारियों की छंटनी में पिछले महीने गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट इंक द्वारा किए गए 12,000 नौकरियों में कटौती शामिल है या नहीं।

मनीकंट्रोल के मुताबिक, कर्मचारियों को यह ईमेल गूगल इंडिया के कंट्री हेड और वाइस प्रेसिडेंट संजय गुप्ता ने भेजा है। हिंदू बिजनेसलाइन ने अपने सूत्रों के हवाले से एक रिपोर्ट भी जारी की, जिसमें बताया कि गूगल इंडिया ने अभी तक इस मामले पर पूछे गए सवाल का जवाब नहीं दिया है।

बता दें कि जनवरी 2023 में ही गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कंपनी की पूरी वर्कफोर्स में से 6 फीसदी कर्मचारियों को निकालने का एलान किया था। इस समय कर्मचारियों को बाहर निकालने की पूरी जिम्मेदारी सुंदर पिचाई ने लेते हुए उन्हें इस छटनी का मेल भेजा था।

छंटनी के अलावा गूगल ने लिंक्डइन पर कई सारी पोस्ट पर वेकेंसी का विज्ञापन भी डाला है।

जिन लोगों को भी हम बाहर निकाल रहे हैं वो इस रिव्यू के परिणामस्वरूप है। ये छंटनी गूगल की पेरेंट फर्म अल्फाबेट, प्रोडक्ट एरिया, फंक्शंस, लेवल्स और रीजन्स के स्तर पर की गई है। ये छंटनी उस समय की गई है जब गूगल के मालिकाना हक वाले यूट्यूब का नया सीईओ आने वाला है। ये भारतीय मूल के नील मोहन होंगे जो पुराने सीईओ सुजन वोज्स्की की जगह लेने वाले हैं।

 

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