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वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि भारत टैरिफ में कटौती करने के लिए सहमत हो गया है। ट्रंप ने कहा, "भारत हम पर बहुत ज्यादा टैरिफ लगाता है। आप भारत में कुछ भी बेच नहीं सकते हैं।" इससे पहले ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका से ज्यादा टैक्स वसूलने वाले सभी देशों पर 2 अप्रैल 2025 से रेसिप्रोकल टैरिफ लागू हो जाएंगे। ट्रंप का कहना है कि टैरिफ से अमेरिकी मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार बढ़ेगा।

टैरिफ को लेकर चीन और अमेरिका आमने-सामने

टैरिफ को लेकर अमेरिका और चीन इस समय आमने-सामने हैं। चीन ने चेतावनी देते हुए है कि वो इसके लिए तैयार हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीनी वस्तुओं पर टैरिफ बढ़ा दिया है। इसे लेकर अब दोनों देश खुलकर आमने-सामने आ गये हैं। अमेरिका ने चीनी इंपोर्ट पर 20 प्रतिशत टैरिफ का एलान किया, जिसके बाद चीन की निगाहें भारत पर टिक गई है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने शुक्रवार को भारत और चीन को मिलकर काम करने आधिपत्यवाद और सत्ता की राजनीति का विरोध करने में अहम भूमिका निभाने की अपील की है।

न्यूयॉर्क: मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा ने भारत प्रत्यर्पण पर रोक लगाने के अनुरोध वाली याचिका शीर्ष अदालत से खारिज होने के बाद नया दांव चला है। उसने मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स के सामने एक नई अर्जी दाखिल की है। पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक (64) राणा वर्तमान में लॉस एंजिल्स के मेट्रोपॉलिटन डिटेंशन सेंटर में बंद है।

26/11 हमले का आरोपी तहव्वुर राणा ने 27 फरवरी को अमेरिका की शीर्ष अदालत के एसोसिएट जस्टिस और नौवें सर्किट की सर्किट जस्टिस एलेना कागन के सामने बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका के लंबित मुकदमे पर रोक लगाने के लिए आपात आवेदन प्रस्तुत किया था। शीर्ष कोर्ट की वेबसाइट पर छह मार्च को प्रकाशित एक नोट में कहा गया, 'अर्जी... न्यायमूर्ति कागन ने अस्वीकार की।'

राणा के वकीलों की ओर से गुरुवार को दायर की गई अर्जी के मुताबिक, तहव्वुर राणा ने पहले न्यायमूर्ति कागन के सामने पेश बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका के लंबित मुकदमे पर रोक लगाने संबंधी अपनी आपात अर्जी अब नवीनीकृत की है। ऐसे में अनुरोध किया जाता है कि नवीनीकृत अर्जी मुख्य न्यायाधीश रॉबर्ट्स के समक्ष पेश की जाए।

लंदन: लंदन में विदेश मंत्री एस जयशंकर की गाड़ी के सामने आकर खालिस्तान समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद उनकी सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे। इसे लेकर अब ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय ने कहा, "हम विदेश मंत्री एस जयशंकर की यूके यात्रा के दौरान चैथम हाउस के बाहर हुई घटना की कड़ी निंदा करते हैं। यूके शांतिपूर्ण विरोध के अधिकार का समर्थन करता है, लेकिन सार्वजनिक कार्यक्रमों को डराने, धमकाने या बाधित करने का कोई भी प्रयास पूरी तरह से अस्वीकार्य है।"

लंदन में खालिस्तान समर्थक नारे लगा रहे प्रदर्शनकारियों के एक छोटे समूह में शामिल एक व्यक्ति ने उस समय सुरक्षा घेरा तोड़कर विदेश मंत्री एस जयशंकर की कार को रोकने का प्रयास किया जब वह थिंक टैंक चैथम हाउस के मुख्यालय से बाहर निकल रहे थे। भारत ने अलगाववादियों और चरमपंथियों के इस छोटे समूह की भड़काऊ गतिविधियों की निंदा की. भारत ने विदेश मंत्री एस जयशंकर की सुरक्षा में चूक की इस घटना की निंदा की और ब्रिटिश सरकार से अपने राजनयिक दायित्वों का पालन करने का आह्वान किया।

बीजिंग: अमेरिकी राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद से ही टैरिफ के मुद्दे पर डोनाल्ड ट्रंप ने चीन समेत कई देशों के खिलाफ सख्त रुख अपना रखा है। आज अमेरिकी संसद को संबोधित करते हुए टंप ने भारत और चीन समेत अन्य देशों पर 2 अप्रैल से पारस्परिक टैरिफ लगाने का एलान कर दिया। इस बीच ने अमेरिका के इस सख्त रुख पर चीन कड़ी प्रतिक्रिया दी है। चीन ने साफ कर दिया है कि अगर अमेरिका टैरिफ युद्ध या फिर किसी भी तरह का युद्ध ही चाहता है तो चीन इसके लिए तैयार है और चीन अंत तक लड़ेगा।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि चीनी आयात पर अमेरिकी टैरिफ बढ़ाने के लिए फेंटेनाइल मुद्दा बहुत ही घटिया बहाना है। हमारे अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए हमारे प्रतिरोध पूरी तरह से वैध और जरूरी हैं। उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका के अंदर फेंटेनाइल संकट के लिए कोई और नहीं, बल्कि खुद अमेरिका ही जिम्मेदार है। अमेरिकी लोगों के प्रति मानवता और सद्भावना की भावना से, हमने इस मुद्दे से निपटने में अमेरिका की मदद करने के लिए मजबूत कदम उठाए हैं।

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