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वाशिंगटन: वाशिंगटन: अमेरिका में अगले चार साल किसका शासन चलेगा यानि दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश का राष्ट्रपति कौन होगा यह तय हो चुका है। रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव जीत लिया है और वे 20 जनवरी राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। चुनाव जीतने के बाद लोगो को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा कि अमेरिका को मरहम की जरूरत है और मैं आपके लोगों के लिए लड़ता रहूंगा।

5 नवंबर को मतदान के बाद वोटों की गिनती आज का काम चालू हो गया है। अभी तक की गिनती में अमेरिका के 50 राज्यों में 538 सीटों या अमेरिका के हिसाब से कहें तो इलेक्टोरल कालेज वोट के लिए चुनाव हुआ। इन सीटों में जीतने वाले प्रत्याशी को 270 का आंकड़ा पार करना था, जो डोनाल्ड ट्रंप कर चुके हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए हुई वोटिंग में गिनती के बाद जो परिणाम आए हैं, उससे साफ हो गया है कि सिनेट में रिपब्लिकन पार्टी को बहुमत मिल गया है। इसके अलावा अभी तक के परिणामों और रुझानों में डोनाल्ड ट्रंप 312 इलेक्टोरल वोट्स हासिल करके सत्ता में वापसी कर रहे हैं। 

वाशिंगटन: अमेरिका में मंगलवार को लाखों लोग 47वें राष्ट्रपति का चुनाव करने के लिए पूरे अमेरिका में मतदान केंद्रों की ओर पहुंच रहे हैं। यह चुनाव रिपब्लिकन नेता डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस के बीच है। यह चुनाव दशकों में व्हाइट हाउस के लिए सबसे महत्वपूर्ण मुकाबलों में से एक माना जा रहा है। यह चुनाव कई हफ्तों तक गतिरोध में रहा, जिसमें कुछ चुनाव पूर्वानुमानकर्ताओं ने 60 उपराष्ट्रपति हैरिस को पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप, पर पेंसिल्वेनिया जैसे कुछ प्रमुख युद्धक्षेत्र राज्यों में बढ़त दी।

अपने अभियान रैलियों में कमला हैरिस ने कहा कि मध्यम वर्ग का समर्थन करना, 100 मिलियन से अधिक अमेरिकियों को लाभ पहुंचाने के लिए कर कटौती करना, किफायती आवास सुनिश्चित करना और महिलाओं के प्रजनन अधिकारों की रक्षा के लिए गर्भपात पर प्रतिबंध हटाना राष्ट्रपति के रूप में उनकी शीर्ष प्राथमिकताएं होंगी।

अपनी ओर से, ट्रंप ने अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का संकल्प लिया है, ऊर्जा लागत को कम करने का वादा किया है, विदेशी वस्तुओं, विशेष रूप से चीन से आयात पर उच्च टैरिफ का प्रस्ताव दिया है।

ब्रिस्बेन: कनाडा में हिंदू मंदिर और हिंदू समुदाय के लोगों पर खालिस्तानियों के हमले की पूरी दुनिया में आलोचना हो रही है। अब विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी इस हमले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है और घटना को बेहद चिंताजनक बताया। कनाडा में हिंदू समुदाय के लोगों पर हमले की यह घटना ऐसे समय हुई है, जब भारत और कनाडा के संबंध पहले ही तनावपूर्ण हैं और इस घटना ने संबंधों में और खटास ला दी है। हालांकि घटना को लेकर कनाडा सरकार दबाव में है और खुद पीएम जस्टिन ट्रूडो ने भी इसकी आलोचना की है।

'कनाडा ने बिना सबूतों के भारत पर आरोप लगाने का पैटर्न विकसित किया'

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कनाडा के ब्रैम्पटन में हिंदू मंदिर पर हुए हमले की घटना पर मंगलवार को कड़ी आपत्ति जताई और कहा कि यह एक तरह से कनाडा में चरमपंथी ताकतों को दी जा रही 'राजनीतिक पनाह' की ओर इशारा करता है। कैनबरा में ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वॉन्ग के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मीडिया ने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से कनाडा की घटना को लेकर सवाल किए।

वाशिंगटन: संयुक्त राज्य अमेरिका में आज राष्ट्रपति का चुनाव है। यह दिन पूरे अमेरिका के लिए काफी अहम हो जाता है। लंबे समय से इस चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस दोनों एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। हालांकि इस चुनाव में दोनों उम्मीदवारों के बीच कांटे की टक्कर है। आज यानि 5 नवंबर (मंगलवार) को भारतीय समयनुसार 4:30 से वोटिंग शुरू होगी। कुछ वक्त बाद दुनिया को पता चल जाएगा कि सबसे ताकतवर और सबसे बड़े लोकतांत्रिक देशों में शामिल अमेरिका का नेतृत्व किसके हाथों में होगा। हालांकि दोनों प्रत्याशियों में टफ फाइट है। ऐसे में अब सवाल यह है कि अगर अमेरिकी चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस को बराबर वोट मिले यानि दोनों के बीच मुकाबला टाई हो गया, तो यह कैसे तय होगा कि कौन जीता?

अमेरिकी व्यवस्था के अनुसार, राष्ट्रपति बनने के लिए फैसला 538 सदस्यों वाले ‘इलेक्टोरल कॉलेज’ से होता है, जिसमें अमेरिका के हर राज्य को उतने इलेक्टर मिलते हैं, जितने उनके प्रतिनिधि अमेरिकी कांग्रेस में होते हैं।

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