ताज़ा खबरें
कैशकांड पर विनोद तावड़े ने राहुल-खड़गे-श्रीनेत को भेजा कानूनी नोटिस

गुवाहाटी: हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और पंजाब के मौलवियों और मुफ्तियों ने फैसला किया है कि वे ऐसे घरों के लड़कों का निकाह नहीं कराएंगे जिनके घरों में शौचालय नहीं हैं। जमीयत उलमा ए हिन्द के महासचिव मौलाना महमूद ए मदनी ने कहा कि तीन राज्यों में शौचालय की शर्त को मुसलमानों की शादी के लिए अनिवार्य कर दिया गया है और इसे जल्द ही देश के अन्य सभी राज्यों में लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश, पंजाब और हरियाणा के मौलवियों तथा मुफ्तियों ने फैसला किया है कि वे ऐसे मुस्लिम लड़कों का निकाह नहीं कराएंगे जिनके घरों में शौचालय नहीं हैं। पूर्व राज्यसभा सदस्य मदनी ने यह बात पिछले हफ्ते यहां खानापाड़ा में स्वच्छता पर आयोजित असम सम्मेलन के उद्घाटन के दौरान कही। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि देशभर में सभी धर्मों के धार्मिक नेताओं को फैसला करना चाहिए कि वे उन लड़कों की शादी नहीं कराएंगे जिनके घरों में शौचालय नहीं हैं। स्वच्छता पर जोर देते हुए उन्होंने लोगों से कहा कि वे शौचालयों का इस्तेमाल करें और न सिर्फ असम को, बल्कि समूचे देश को स्वच्छ बनाएं।

गुवाहाटी: कड़ी सुरक्षा के बीच गणतंत्र दिवस मना रहे असम में आज (गुरूवार) उल्फा के वार्ता विरोधी धड़े द्वारा किए गए सिलसिलेवार धमाकों से उपरी असम दहल उठा। पुलिस ने बताया कि धमाका चराईदेव, शिवसागर, डिब्रूगढ़ और तिनसुकिया जिले में हुआ। हालांकि हमले में किसी के हताहत होने या किसी संपत्ति के क्षतिग्रस्त होने की कोई रिपेार्ट नहीं है। पुलिस ने बताया कि आईडी कम तीव्रता वाले थे और धमाके आतंकी समूह ने केवल अपनी मौजूदगी दर्ज कराने के लिए किए । डिब्रूगढ़ में विस्फोट चौकीढींगी परेड ग्राउंड से 500 मीटर दूर हुआ जहां एक आधिकारिक समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराया जा रहा था। उन्होंने बताया कि इलाके में कड़ी सुरक्षा होने के चलते आतंकियों ने बम को एक चाय बागान के पास नाले में फेंक दिया था। चराईदेव जिले में धमाका ढोलबगान के पेट्रोल पंप के पास और बीहू बोर में हुआ। पड़ोसी जिले शिवसागर में लेंगीबोर और माजपंज में विस्फोट हुआ। पुलिस ने बताया कि तिनसुकिया जिले में दो आईडी धमाके हुए, एक सिसीमी गांव में एक खाली टंकी के पास और दूसरा सुकना पुखुरी इलाके के ढोला पुल के पास।

तिनसुकिया: असम-अरुणाचल सीमा पर जयरामपुर के निकट रविवार को सुरक्षाकर्मियों के एक काफिले पर उग्रवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में असम राइफल्स के दो जवान शहीद हो गए और दो अन्य घायल हो गए। पुलिस के अनुसार, हमलावर युनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) के वार्ता विरोधी गुट और खापलांग के नेतृत्व वाले नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड (एनएससीएन-के) से संबद्ध थे। असम के पुलिस महानिदेशक मुकेश सहाय ने कहा कि सुरक्षा बलों ने उग्रवादियों के खिलाफ अभियान शुरू किया है। तिनसुकिया के पुलिस अधीक्षक मुग्धाज्योति महंता ने कहा कि 15-2० उग्रवादियों ने घात लगाकर हमला किया। गैर सरकारी सूत्रों ने कहा कि हमले के बाद उग्रवादी असम राइफल्स के कुछ हथियार और गोला बारूद लेकर भाग गए। उल्फा और एनएससीएन-के ने गत साल नवम्बर में तिनसुकिया जिले में सेना के एक काफिले पर घात लगा कर हमला किया था, जिसमें तीन जवान शहीद हो गए थे।

गुवाहाटी: भाजपा की पहली चुनावी जीत से तरूण गोगोई नीत कांग्रेस सरकार के 15 साल के शासन का खत्म होना, हिन्दू बांग्लादेशियों को नागरिकता देने के प्रस्तावित विधेयक का विरोध और नौकरी के लिए नकदी घोटाले में असम लोक सेवा आयोग (एपीएससी) के प्रमुख की गिरफ्तारी वर्ष 2016 में असम की बड़ी घटनाओं में रही। राज्य में हिंसा की कई घटनाएं भी हुईं। अगस्त में कोकराझार में एक बाजार में एनडीएफबी उग्रवादियों के हमले में 14 लोगों की मौत हो गई जबकि तिनसुकिया जिले के पेनगेरी में उल्फा एक उग्रवादियों के हमले में सेना के तीन जवान शहीद हो गये। राज्य में एक सींग वाले गेंडों को मारने की घटनाएं जारी रहीं और शिकारियों ने इस प्रकार के 16 जीवों को मार डाला। उधर, मानव हाथी संघर्ष चिंताजनक स्तर तक पहुंच गया और काजीरंगा एवं मानस राष्ट्रीय उद्यानों से अतिक्रमणकारियों को हटाने के अभियान के बावजूद इस साल करीब 20 हाथी मारे गये। भाजपा के लिए विधानसभा चुनाव अग्निपरीक्षा थे जिसने पूर्वोत्तर में खाता खोलने के लिए आक्रामक अभियान चलाया तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा पार्टी प्रमुख अमित शाह ने अभियान का नेतृत्व किया। भाजपा और इसके सहयोगी दलों ने अप्रैल में दो चरणों में हुए चुनावों में 88 सीटें जीतीं तथा कांग्रेस ने 122 सीटों पर चुनाव लड़ते हुए केवल 26 पर जीत हासिल की। तत्कालीन केन्द्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल के नेतृत्व में भाजपा ने 89 में से 60 सीटें जीतीं तथा इसके सहयोगी दलों अगप ने 14, बीपीएफ ने 12 तथा रभा एवं टीवा आइक्या मंचों ने एक एक सीट हासिल की।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख