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गुवाहाटी: तिब्बत के आध्यात्मिक गुर दलाई लामा ने बलपूर्वक धर्मांतरण की आलोचना करते हुए कहा कि यह ‘गलत है और समाज के लिए अच्छा नहीं है।’ असम सरकार द्वारा आयोजित ‘नमामि ब्रह्मपुत्र’ नदी महोत्सव के दौरान दलाई लामा ने कहा, ‘‘बलपूर्वक धर्मांतरण गलत है क्योंकि बुनियादी रूप से किसी को भी कोई धर्म चुनने और किसी भी धर्म को स्वीकार करने की पूरी आजादी है।’’ उन्होंने कहा कि पारम्परिक धर्म को मानना ही बेहतर होता है क्योंकि धर्म परिवर्तन से ‘भ्रम की स्थिति पैदा होती है’ लेकिन अगर कोई व्यक्ति धर्मांतरण करता है तो ऐसा स्वैच्छिक रूप से किया जाना चाहिए ना कि बलपूर्वक क्योंकि ‘यह अच्छा नहीं होता और ऐसा नहीं होना चाहिए।’ दलाई लामा ने कहा कि अन्य परंपराओं, उनके मूल्यों के अध्ययन के जरिये ही धार्मिक सद्भाव, आपसी समझ और दूसरों के लिए सम्मान को सुनिश्चित किया जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं जब तिब्बत में था, तो मेरी सोच थी कि बौध धर्म सबसे अच्छा है लेकिन भारत आने के बाद जब मैं हिन्दुओं, मुसलमानों, यहूदियों, ईसाइयों, पारसियों और अन्य मत रखने वालों से मिला तो मुझे महसूस हुआ कि हर परंपरा में ऐसे मूल्य हैं, जिन्हें विश्व शांति के लिए बढ़ावा दिये जाने की जरूरत है।

गुवाहाटी: असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने पूर्वोत्तर में आर्थिक विकास और ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ की सफलता सुनिश्चित करने के लिये भारत-जापान के बीच मजबूत साझेदारी को लेकर दीर्घाकालिक दृष्टिकोण का आह्वान किया। ‘भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में आर्थिक विकास के लिये भारत-जापान साझेदारी’ विषय पर आयोजित कार्यशाला में अपने संबोधन में सोनोवाल ने कहा, ‘‘राज्य एवं जापान की आपसी जरूरतों को समझने और राज्य का आर्थिक विकास करने के लिये असम सरकार राज्य एवं जापान के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच बातचीत सहित कई कदम उठा रही है।’’ उन्होंने कहा कि असम और जापान के बीच पर्यटन, संस्कृति, शिक्षा, कारोबार और जैविक कृषि उत्पादों में मजबूत साझेदारी है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर को देश का एक जैविक हब बनाने से संबद्ध प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दृष्टिकोण राज्य में प्रकृति के अनुरूप आर्थिक विकास ला सकता है और इस संदर्भ में उन्होंने पूर्वोत्तर की मदद के लिये असम-जापान सहयोग की मांग की।

गुवाहाटी: असम के कृषि सचिव कुजेन्द्र दोले को आज (बुधवार) पांच दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। दोले को सतर्कता अधिकारियों एवं भ्रष्टाचार निरोधक अधिकारियों ने कल कार्यालय में एक ठेकेदार से उसके लंबित बिलों को मंजूरी देने के एवज में कथित तौर पर 15,000 रूपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा था। सतर्कता अधिकारियों ने बताया कि ठेकेदार ने सूचित किया था कि उससे उसके लंबित बिलों को मंजूरी देने के एवज में रिश्वत मांगी जा रही है। गिरफ्तारी के बाद दोले के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और विशेष न्यायाधीश की अदालत में उन्हें पेश किया गया। विशेष न्यायाधीश ने उन्हें पांच दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

 

गुवाहाटी: इस्लामी धर्मगुरओं के एक समूह ने ‘फतवा’ जारी कर असम की एक प्रतिभाशाली किशोरी गायिका को किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में प्रस्तुति देने से मना किया है। हालांकि इससे बेपरवाह गायिका ने बुधवार को कहा कि वह ऐसी किसी भी धमकी से डरने वाली नहीं है। असम में अपनी तरह के इस पहले मामले में जारी ‘फतवे’ में इंडियन आइडल जूनियर के वर्ष 2015 के संस्करण की उप विजेता 16 वर्षीय नाहिद आफरीन को 25 मार्च को होने वाले एक संगीत कार्यक्रम से दूर रहने के लिए कहा गया है। इसमें दावा किया गया है कि यह कार्यक्रम ‘शरिया के विरुद्ध’ है। मध्य असम के होजई और नागांव जिले में मंगलवार (14 मार्च) को बड़ी संख्या में बांटे गये पर्चे के माध्यम से यह ‘फतवा’ जारी किया गया। असम के मुख्यमंत्री सर्वानन्द सोनोवाल ने ‘फतवे’ की निंदा करते हुए पुलिस से गायिका को सुरक्षा उपलब्ध कराने को कहा है। सोनोवाल ने एक बयान जारी कर कहा, ‘‘कला और संस्कृति के खिलाफ इस तरह के आदेश अस्वीकार्य हैं और यह किसी के सांस्कृतिक अधिकारों की स्वतंत्रता के उल्लंघन के बराबर है।’’ असमी में प्रकाशित पर्चे में 46 उलेमाओं, संगठनों और व्यक्तियों के नाम हैं। इसमें 16 वर्षीय नाहिद को मनोरंजन कार्यक्रमों से यह कहते हुए दूर रहने को कहा गया है कि इस तरह के कार्यक्रम भविष्य की पीढ़ियों को ‘भ्रष्ट’ बनाएंगे। पर्चे में कहा गया है, ‘‘जादू, नृत्य, नाटक, थियेटर इत्यादि शरिया नियमों के विरुद्ध हैं। संगीत से जुड़े शो भी शरिया नियमों के खिलाफ है और भविष्य की पीढ़ियां इससे भ्रष्ट होंगी।’’

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