ताज़ा खबरें
केजरीवाल के खिलाफ कार्यवाही पर रोक से दिल्ली हाईकोर्ट का इंकार

गुवाहाटी: असम में उग्रवादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम यानी उल्फा ने भाजपा के एक नेता के बेटे का अपहरण कर लिया है और उनकी रिहाई के बदले एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी है। पुलिस के मुताबिक रत्नेश्वर मोरान के बेटे कुलदीप मोरान को एक अगस्त को अगवा कर लिया गया था। सोमवार को उल्फा ने एक वीडियो जारी कर कुलदीप की रिहाई के एवज में एक करोड़ की फिरौती की मांग की है। वीडियो में नजर आ रहा है कि कुलदीप मोरान को पांच नकाबपोश हथियारबंद लोगों ने घेर रखा है। हरी टी-शर्ट पहने कुलदीप घुटने के बल खड़े दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में उन्हें कहते दिखाया गया है कि वह बहुत कमजोर हो गए हैं और उनकी सेहत भी काफी गिर गई है। कुलदीप अपने माता-पिता और असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से खुद की रिहाई के लिए मदद की गुहार लगाते दिख रहे हैं। क्षेत्र में उल्फा द्वारा अपहरण की घटनाएं आम बात हैं, लेकिन फिरौती के लिए वीडियो रिलीज करना नई बात है। गौरतलब है कि इस साल हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी को पहली बार असम में सत्ता हासिल हुई है।

गुवाहाटी/तिनसुकिया: स्वतंत्रता दिवस के जश्न के बीच असम के चरायदेव और तिनसुकिया जिले में उल्फा-इंडीपेंडेंट के संदिग्ध उग्रवादियों ने पांच विस्फोट किये, हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ। पुलिस के अनुसार तिनसुकिया के बाहरी इलाके लैपुली के इंदिरा गांधी स्कूल के निकट सुबह 7.15 बजे आईईडी विस्फोट हुआ। पुलिस अधीक्षक एपी तिवारी ने बताया कि विस्फोट चरायदेव जिले के तेंगापुखरी इलाके में एक खाली सड़क पर 7.40 बजे हुआ। तिवारी ने कहा कि ऐसा लगता है कि आतंकवादियों ने बम जमीन के अंदर फिट किया था। इसके बाद डुमडुमा इलाके के बदलाभाटा चाय बागान के लाइन नंबर 6 में दूसरा धमाका हुआ। तीसरा विस्फोट मसूवा इलाके में हुआ। पुलिस का कहना है कि चौथा धमाका फिलोबरी के गमतुमाटी इलाके में हुआ । इसी इलाके के बाहबोन गांव में उल्फा-आई के उग्रवादियों ने 12 अगस्त की रात दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी और छह अन्य लोगों को घायल कर दिया था। अधिकारियों ने कहा कि कल चार किलोग्राम आईईडी मुकुम इलाके में बरामद किया गया। बीते पांच अगस्त को कोकराझार जिले के बालाजन में एनडीएफबी (सोंगबिजीत) के उग्रवादियों ने 14 लोगों की हत्या कर दी थी और 20 से अधिक लोगों को घायल कर दिया था।

गुवाहटी: संसद के दोनों सदनों से पारित वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) संविधान संशोधन विधेयक को असम विधानसभा ने शुक्रवार को सर्वसम्मति से अनुमोदित कर दिया। इसके साथ ही पूरे देश में एक समान अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था के प्रावधान वाले विधेयक को अनुमोदित करने वाला असम पहला राज्य बन गया है। विधानसभा अध्यक्ष रंजीत कुमार दास ने सदन में इसकी घोषणा की। विपक्षी कांग्रेस और एआईयूडीएफ के सदस्यों ने विधेयक का समर्थन किया, लेकिन इससे पहले असम पर जीएसटी के प्रभाव के बारे में विधानसभा में चर्चा कराए जाने की मांग कि गई। अध्यक्ष ने उनकी मांग को अस्वीकार कर दिया। जीएसटी के लिए संविधान के 122वें संशोधन विधेयक 2014 को असम विधानसभा द्वारा अनुमोदन किए जाने के बाद विधानसभा अध्यक्ष दास और राज्य के वित्त मंत्री हिमंत विश्वा शर्मा ने एक दूसरे का मुंह मीठा किया। वित्त मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल चाहते थे कि जीएसटी अनुमोदित करने वाला असम पहला राज्य बने ताकि इससे राज्य के उद्योगों में सकारात्मक संकेत जाए। मुख्यमंत्री की ओर से शर्मा ने विधेयक को पेश किया था। शर्मा ने कहा कि ब्राजील और कनाडा के बाद भारत तीसरा देश होगा जहां केंद्र और राज्यों में जीएसटी संग्रह एक नई संस्था जीएसटी परिषद के जरिए किया जाएगा। जीएसटी संविधान संशोधन विधेयक को राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने से पहले कम से कम 15 राज्यों द्वारा इस पर अपनी सहमति जतानी होगी।

गुवाहाटी: असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने शनिवार को कहा कि कोकराझार जिले में हुए हमले में उग्रवादी संगठन एनडीएफबी:एस सीधे तौर पर शामिल था। सोनोवाल ने कहा, ‘कोकराझार हिंसा में एनडीएफबी-एस की सीधी संलिप्तता मिली है।’ उन्होंने कहा कि पुलिस को मारे एक उग्रवादी के पास मिले मोबाइल फोन से महत्वपूर्ण जानकारी और कांटैक्ट नंबर मिले हैं। कोकराझार की बाजार में हुए इस हमले में 14 लोगों की मौत हो गई थी और 21 घायल हुए। मुख्यमंत्री ने छह साल के लड़के सहित गंभीर रूप से घायल लोगों से मुलाकात की और डाक्टरों को पीड़ितों की विशेष देखभाल करने का निर्देश दिया। बाद में उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि डाक्टरों ने उन्हें जानकारी दी है कि सभी घायल खतरे से बाहर हैं। यह पूछे जाने पर कि उनका प्रशासन चरमपंथी संगठन और उनकी गतिविधियों के खिलाफ क्या कार्रवाई करेगी, मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मेरी सरकार लोगों के जान माल की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। मेरी सरकार ने सुरक्षा बलों को उग्रवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं।’’ वरिष्ठ मंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने संवाददाताओं से कहा कि कि 14 घायलों को पास के बारपेटा मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया जबकि उनमें से पांच को जीएमसीएच भेजा गया।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख