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लखनऊ: यूपी की योगी सरकार की अयोध्‍या में राम के नाम पर 134 करोड़ खर्व करने की तैयारी है। यह रकम उसे केंद्र सरकार से मिलेगी जिससे वो अयोध्‍या को सजाए-संवारेगी। खासकर भगवान राम के महल, राजा दशरथ के महल और राम की जल समाधि वाले घाट का जीर्णोद्धार किया जाएगा। इसके अलावा शहर और तीर्थ यात्रियों को लिए भी कई योजनाएं हैं।

इनका ऐलान छोटी दिवाली के दिन मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ अयोध्‍या में करेंगे। अयोध्‍या में वो भगवान राम की अगवानी भी करेंगे। उस दिन अयोध्‍या में ऐसी दिवाली मनेगी जैसी त्रेता में राम के आने पर मनी होगी।

अयोध्‍या आने वाले लाखों तीर्थयात्री रामलला के मंदिर को जाते हैं, लेकिन उस गुप्तार घाट पर विरले ही जाते हैं जहां भगवान राम जल समाधि ली थी। अभी यहां 19वीं शताब्‍दी के शुरू में राजा दर्शन सिंह का बनवाया घाट है जिसके ऊपर एक विशाल सीता-राम मंदिर है। सरकार 37 करोड़ से ज्‍यादा खर्च कर इसे नए सिरे से बनाएगी लेकिन पुराने आर्किटेक्‍चर से। इसी तरह कनक भवन और दशरथ महल का भी जीर्णोद्धार करीब 11.5 करोड़ की लागत से होगा।

लखनऊ: लोक सेवा आयोग ने उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा सिविल जज जूनियर डिविजन (पीसीएस जे) 2016 का अंतिम परिणाम शुक्रवार को जारी कर दिया। लखनऊ के इंद्रानगर की स्वरांगी शुक्ला ने परीक्षा में टॉप किया है। हकीकतनगर, दिल्ली के विनोद जोशी को दूसरा और यूपी के ही लालगंज, प्रतापगढ़ के विनोद कुमार पांडेय को तीसरा स्थान मिला है।

आयोग के सचिव जगदीश ने बताया कि पीसीएस जे 2016 की मुख्य परीक्षा का परिणाम 18 अगस्त 2017 को घोषित किया गया था। इसमें 669 अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए सफल किया गया था। 13 सितंबर से पांच अक्तूबर के बीच आयोग में हुए इंटरव्यू में 665 अभ्यर्थी शामिल हुए। इस भर्ती के जरिए सिविल जज जूनियर डिविजन के 218 पदों पर चयन किया गया है। परिणाम आयोग की वेबसाइट पर देखा जा सकता है।

सचिव ने बताया कि परीक्षा परिणाम में जिन अभ्यर्थियों के नाम के आगे प्रोविजनल लिखा है उन्हें निर्धारित समयावधि में वांछित अभिलेख आयोग दफ्तर में जमा करने होंगे। ऐसा न करने पर उनका अर्भ्यथन/चयन निरस्त कर दिया जाएगा।

गाजियाबाद: आरुषि हत्याकांड में इलाहाबाद हाईकोर्ट से बरी हो चुके तलवार दंपति को दो दिन और डासना जेल में रहना पड़ सकता है। शुक्रवार शाम तक इलाहाबाद हाईकोर्ट से आदेश की सत्यापित कॉपी गाजियाबाद में सीबीआई की विशेष अदालत तक नहीं पहुंच पाई। ऐसे में रिहाई का मामला दो दिन की छुट्टी होने के चलते अटक गया है। अब सोमवार को ही रिहाई की संभावना है।

उम्रकैद की सजा काट रहे तलवार दंपति को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गुरुवार दोपहर दोषमुक्त ठहराया था। फैसले के बाद शुक्रवार को डॉ. राजेश तलवार और उनकी पत्नी डॉ. नूपुर तलवार की रिहाई की संभावना बढ़ गई थी।

डासना जेल के अधीक्षक दधिराम मौर्य ने कहा कि किसी कैदी को रिहा करने के दो तरीके हैं। या तो हाईकोर्ट के आदेश की प्रति सीधे जेल प्रशासन को भेजी जाए या इसे सीबीआई अदालत के जरिए भेजा जाए, जिसने उन्हें सजा सुनाई थी। मौर्य ने कहा, अगर हमें फैसले की हॉर्ड कॉपी सौंप दी जाएगी तो हम रिहा कर देंगे। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने 2008 के इस दोहरे हत्याकांड के मामले में तलवार दंपति को गुरुवार को बरी कर दिया था।

इलाहाबाद: डेंटिस्ट युगल राजेश और नूपुर तलवार को वर्ष 2008 में हुई उनकी किशोरी पुत्री आरुषि और घरेलू नौकर हेमराज की हत्या के आरोप से बरी करते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने युगल को दोषी करार देने वाले निचली अदालत के जज की तुलना 'गणित के अध्यापक' तथा 'फिल्म निर्देशक' से की, जो इधर-उधर छितराए हुए तथ्यों में से कहानी गढ़ रहा हो।

हाईकोर्ट ने कड़े शब्दों में कहा कि तलवार दंपति को दोषी करार देने वाले जज ने न्याय की सामान्य प्रक्रिया से 'भटककर' काम किया। हाईकोर्ट के फैसले में कहा गया, "जज गणित के किसी अध्यापक की तरह काम नहीं कर सकते, जो किसी भी संख्या को फर्ज़ कर तुलनाओं से किसी गणितीय प्रश्न को हल कर रहा है।

किसी फिल्म निर्देशक की तरह निचली अदालत के जज ने बेहद छितराए हुए तथ्यों के आधार पर गढ़ी गई कहानी पर ज़ोर दिया, लेकिन इस बात पर कतई ज़ोर नहीं दिया कि वास्तव में हुआ क्या था।" 

नोएडा स्थित अपने आवास में वर्ष 2008 में हुई हत्याओं के लिए दोषी करार दिए जाने के बाद से चार साल से जेल में बंद तलवार दंपति को आज (शुक्रवार को) जेल से रिहा कर दिया जाएगा। 14 साल की होने से कुछ ही दिन पहले आरुषि का शव उसके बेडरूम में मिला था, और उसका गला रेता हुआ था।

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