ताज़ा खबरें
सेना पर विवादास्पद टिप्पणी मामले में सांसद राहुल गांधी अदालत में तलब
यूपी की 'डबल इंजन' सरकार कर रही है डबल ब्लंडर: अखिलेश यादव
राज्यपाल ने विधानसभा सत्र नहीं बुलाकर किया संविधान का उल्लंघन: कांग्रेस
पंजाब को ऐसा मॉडल बनाएंगे, जिसे देखेगा पूरा देश: सीएम भगवंत मान

गाजियाबाद: आरुषि हत्याकांड में इलाहाबाद हाईकोर्ट से बरी हो चुके तलवार दंपति को दो दिन और डासना जेल में रहना पड़ सकता है। शुक्रवार शाम तक इलाहाबाद हाईकोर्ट से आदेश की सत्यापित कॉपी गाजियाबाद में सीबीआई की विशेष अदालत तक नहीं पहुंच पाई। ऐसे में रिहाई का मामला दो दिन की छुट्टी होने के चलते अटक गया है। अब सोमवार को ही रिहाई की संभावना है।

उम्रकैद की सजा काट रहे तलवार दंपति को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गुरुवार दोपहर दोषमुक्त ठहराया था। फैसले के बाद शुक्रवार को डॉ. राजेश तलवार और उनकी पत्नी डॉ. नूपुर तलवार की रिहाई की संभावना बढ़ गई थी।

डासना जेल के अधीक्षक दधिराम मौर्य ने कहा कि किसी कैदी को रिहा करने के दो तरीके हैं। या तो हाईकोर्ट के आदेश की प्रति सीधे जेल प्रशासन को भेजी जाए या इसे सीबीआई अदालत के जरिए भेजा जाए, जिसने उन्हें सजा सुनाई थी। मौर्य ने कहा, अगर हमें फैसले की हॉर्ड कॉपी सौंप दी जाएगी तो हम रिहा कर देंगे। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने 2008 के इस दोहरे हत्याकांड के मामले में तलवार दंपति को गुरुवार को बरी कर दिया था।

 

डासना जेल के बाहर मीडियाकर्मियों की भीड़

बहुचर्चित आरुषि हत्याकांड में फैसला आने के बाद डासना जेल में होने वाली गतिविधि पर नजदीक से नजर रखने के लिए जेल के बाहर मीडियाकर्मियों की भीड़ लगी हुई है क्योंकि इसी उच्च सुरक्षा वाले जेल में राजेश और नुपुर तलवार पिछले चार साल से बंद हैं।

भीड़ में मीडियाकर्मियों के अलावा अन्य लोग भी शामिल हैं। हर व्यक्ति तलवार दंपति के जेल से बाहर आने का इंतजार कर रहा है। जेल के बाहर इकट्ठा मीडियाकर्मी तलवार दंपति की रिहाई के हर क्षण को और उनकी जेल की जिंदगी को कवर करना चाहते हैं।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख