नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): माता-पिता और यौन संबंधों पर सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर रणवीर इलाहाबादिया द्वारा की गईं आपत्तिजनक टिप्पणियों पर बवाल जारी है। हालांकि सोमवार को व्यापक पैमाने पर आलोचना होने के बाद यूट्यूबर ने माफी मांगी और कहा कि उन्हें ‘कॉमेडी’ नहीं आती। लेकिन उनकी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पहले केस दर्ज और अब आईटी मामलों की संसदीय समिति इलाहाबादिया को नोटिस भेजने पर विचार कर रही है, इसके अलावा कमेटी इलाहाबादिया को समन भी कर सकती है।
अभद्र भाषा की सीमा पार होना स्वीकार्य नहीं: सांसद प्रियंका चतुर्वेदी
रणवीर इलाहाबादिया विवादित बयान संसद में पहुंच गया है। कई सांसदों ने उनकी शिकायत की है। सूचना प्रौद्योगिकी पर बनी एक संसदीय पैनल उन्हें इस मामले में नोटिस भेज सकती है। उन्हें विवाद से जुड़े सवालों के जवाब देने के लिए पैनल के सामने पेश होने के लिए कहा जा सकता है। शिवसेना (उद्धव गुट) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इस मुद्दे को संसद में उठाने की बात कही थी।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा था, 'कॉमेडी के नाम पर किसी भी तरह की अभद्र भाषा की सीमा पार होना स्वीकार्य नहीं है। आपको एक मंच मिलता है, इसका मतलब यह नहीं है कि आप कुछ भी बोलें।
फ्रीडम ऑफ स्पीच की धज्जियां उड़ाई जा रही: वारिश पठान
असदुद्दीन ओवौसी की पार्टी एआईएमआईएम के नेता वारिस पठान ने भी इस मामले पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने रणवीर अल्लाहबादिया की टिप्पणी को लेकर कहा कि "उनका बयान बहुत ही आपत्तिजनक है, वेस्टर्न कल्चर में भी ऐसा नहीं हो रहा है, जो यहां चल रहा है।
उन्होंने फ्रीडम ऑफ स्पीच की धज्जियां उड़ाकर रख दी है। रणवीर ने जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल माता-पिता के लिए किया है, यह शर्म की बात है"।
दूसरी ओर सोशल मीडिया यूजर्स ने अपने अकाउंट्स पर रणवीर इलाहाबादिया और इंडिया गॉट लेटेंट को बैन करने की मांग की है। साथ ही रणवीर को अनसब्सक्राइब भी करना शुरू कर दिया। इस मामले में उनके खिलाफ मुंबई और गुवाहाटी में एफआईआर भी दर्ज की गई है। उनके साथ ही शो में मौजूद आशीष चंचलानी, जसप्रीत सिंह, समय रैना, अपूर्व मखीजा और शो से जुड़े अन्य लोगों के खिलाफ पुलिस शिकायतें दर्ज हुई है।