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अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर पर आरोप है कि उसने अपनी पत्नी को वॉट्सऐप और एसएमएस के जरिए तीन तलाक दे दिया है। प्रोफेसर खालिद बिन यूसुफ खान पर उनकी पत्नी यासमीन खालिद ने तलाक मिलने के बाद धमकी दी है कि अगर उसके साथ न्याय नहीं हुआ तो वो एएमयू के वीसी के घर के सामने बच्चों संग आत्महत्या कर लेगी।

यासमीन ने बताया कि उनके पति खालिद यूसुफ एएमयू में संस्कृत विभाग के चेयरमैन हैं और बीते 27 सालों से वहां पर कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि अगर 11 दिसंबर तक मुझे न्याय नहीं मिला तो मैं अपने तीन बच्चों के साथ मिलकर वीसी के घर के सामने आत्मदाह कर लूंगी।

यासमीन ने बताया कि मुझे खालिद ने घर से बाहर निकाल दिया और मैं इंसाफ के लिए यहां-वहां भटकती रही। लेकिन किसी ने मेरी मदद नहीं की। इसके बाद शुक्रवार को मैं पुलिस की मदद से किसी तरह अपने घर में घुसने में कामयाब हुई।

लखनऊ: भाजपा सांसद वरुण गांधी ने वंशवाद की राजनीति को लेकर बड़ा बयान दिया है। उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से सांसद वरुण ने कहा कि मैं फिरोज वरुण गांधी हूं। यदि मेरा सरनेम गांधी नहीं होता, तो क्या मैं 29 साल की उम्र में सांसद बन सकता था?

वरुण गांधी ने कहा कि मैं ऐसा भारत देखना चाहता हूं, जहां मेरे वरुण दत्त, वरुण घोष या वरुण खान होने से कोई फर्क न पड़े। सबको बराबर मौके मिलने चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर वह गांधी नहीं होते तो 29 वर्ष की उम्र में उन्हें लोकसभा सांसद बनने का मौका नहीं मिलता।

उन्होंने कहा कि इस तरह की संस्कृति व्यवसाय, क्रिकेट और फिल्मों में भी है और इसे खत्म किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, 'हमें सुनिश्चित करने का प्रयास करना चाहिए कि हिंदुस्तान का सर्वांगीण स्वरूप उभरे, जहां सभी को समानता और अवसर के लाभ मिलें।

उन्होंने कहा कि वह सांसदों का वेतन लगातार बढ़ने के खिलाफ हैं जो सांसद खुद ही बढ़ा लेते हैं। उन्होंने कहा कि सांसदों को खुद से अपना वेतन नहीं बढ़ाना चाहिए।'

गोण्डा: उत्तर-प्रदेश की कैसरगंज संसदीय सीट से भारतीय जनता पार्टी के सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने निकाय चुनावों में संगठन द्वारा अपनी उपेक्षा किए जाने से नाराज होकर बगावत का ऐलान कर दिया है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम की तर्ज पर ‘गोण्डा की जनता से मन की बात’ कार्यक्रम में सिंह भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि वह नवाबगंज नगर पालिका के लिए पार्टी द्वारा घोषित प्रत्याशी का खुलकर विरोध करेंगे, चाहे इसके लिए उन्हें लोकसभा की सदस्यता ही क्यों न गंवानी पड़े।

बीते विधानसभा चुनाव के बाद से ही पार्टी के स्थानीय संगठन से नाराज चल रहे भाजपा सांसद ने अपने संसदीय कार्यालय परिसर ‘गोनार्द लान’ में शहर की जनता से बात करने के लिए ‘मन की बात’ कार्यक्रम आयोजित किया।

समर्थकों से खचाखच भरे पण्डाल में सांसद जब बोलने के लिए खड़े हुए तो बहुत भावुक हो गए। उन्होंने टिकट बंटवारे को लेकर संगठन पर करारा आरोप मढ़ा।

सिंह ने कहा कि टिकट बंटवारे को लेकर हमसे (पिता-पुत्र) संगठन ने एक बार चर्चा तक नहीं की। पार्टी नेतृत्व को गुमराह किया गया। ऊपर तक सही बात नहीं पहुंचाई गई।

लखनऊ: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा निजी क्षेत्र में 50 फीसदी आरक्षण का मुद्दा उठाये जाने पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज कहा कि कोरी बयानबाजी की बजाय नीतीश अपने स्तर पर कुछ करके दिखाये।

मायावती ने एक बयान में कहा कि बिहार में भाजपा के साथ सत्ता में बैठे लोगों को केंद्र में अपनी गठबंधन सरकार से निजी क्षेत्र में आरक्षण की केवल मांग करने की बजाय सीधे आरक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए।

मायावती ने कहा, इस मामले में कोरी बयानबाजी करके मीडिया में केवल सुर्खियां बटोरकर सस्ती लोकप्रियता प्राप्त करने से काम नहीं चलने वाला है बल्कि बिहार के मुख्यमंत्री को पहले अपने स्तर पर कुछ काम करके दिखाना चाहिए।

दरअसल, बिहार के मुख्यमंत्री ने निजी क्षेत्र की नौकरियों में पिछड़े वर्ग के लोगों को 50 फीसदी आरक्षण का समर्थन किया है। उन्होंने इस बारे में राष्ट्रीय स्तर पर बहस कराने का सुझाव भी दिया है। नीतीश कुमार ने कल कहा था, यह मेरी राय है कि निजी क्षेत्र में भी आरक्षण होना चाहिए। इस बारे में राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा होनी चाहिए।

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