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बस्ती: उत्तर प्रदेश के बस्ती में युवाओं का खून निकालकर बेचने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस ने इसके मास्टरमाइंड के रूप में एक नकली डॉक्टर और उसके एक सहयोगी को गिरफ्तार किया। शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि यह गिरोह गरीब युवकों को 500 रुपये का लालच देकर हर माह उनका खून निकालता था। उन्हें लाने वालों को भी 500 रुपये कमीशन दिया जाता था। गिरोह निम्न गुणवत्ता वाले इस खून की सप्लाई शहर के दो और संतकबीरनगर के एक प्राइवेट अस्पताल को करता था।

ये अस्पताल अपने यहां भर्ती मरीजों को यही खून चढ़ा कर उनसे मोटी रकम वसूलते थे। पुलिस ने न जाने किस हड़बड़ी में दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इस पर सवाल भी उठने लगे हैं कि उन्हें रिमांड पर लेकर विस्तार से पूछताछ और अस्पतालों पर छापेमारी क्यों नहीं की गई। मामला उछल जाने और लखनऊ से पूछताछ होने के बाद अब पुलिस दोनों को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है।

इलाहाबाद: भूमि अधिग्रहण मामले में बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती को बड़ी राहत मिली है। दरअसल, नोएडा के बादलपुर गांव में जमीन अधिग्रहण मुक्त कराकर बेचने के आरोप में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने याचिका को खारिज कर दिया है। संदीप भाटी नाम के याचिकाकर्ता ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में बसपा सुप्रीमो के खिलाफ याचिका दायर करके जमीन पर अवैध निर्माण की सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी। इसी मामले में सुनवाई के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट याचिका को आज खारिज कर दिया। 2017 में कोर्ट ने मायावती के पिता और भाई को नोटिस जारी किया था। आरोप था कि 47433 वर्गमीटर कृषि योग्य जमीन को आबादी वाली जमीन बताकर करोड़ों के मुआवजे दिए गए हैं। इसी मामले में याची संदीप भाटी ने बसपा सुप्रीमो के खिलाफ याचिका करके सीबीआई जांच की मांग की थी।

आपको बता दे कि इससे पहले साल 2002 में बसपा सुप्रीमो मायावती ने ताज की खूबसूरती बढ़ाने के नाम पर 175 करोड़ रुपए की परियोजनाएं लॉन्च की थी। बसपा सुप्रीमो पर आरोप था कि पर्यावरण मंत्रालय से हरी झंडी मिले बगैर ही सरकारी खजाने से 17 करोड़ रुपए जारी कर दिए गए थे।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने आज विधानसभा में 34,833.24 करोड रूपये का अनुपूरक बजट पेश किया। इस बजट में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर कई योजनाओं के वित्तपोषण की व्यवस्था है। इससे पहले देवरिया शेल्टर होम के मामले पर तत्काल चर्चा की मांग को लेकर सपा ने खासा हंगामा किया। विधानसभा में जैसे ही 11 बजे सदन बैठा तो नेता प्रतिपक्ष व सपा दल के नेता रामगोविंद चौधरी ने देवरिया के मामले पर नियम 311 के तहत चर्चा कराने की मांग की। उन्होंने इस घटना को शर्मनाक बताते हुए कहा कि इससे विदेशों में देश की छवि खराब हुई है। सरकार कानून व्यवस्था के मोर्चे पर विफल रही है। कांग्रेस व बसपा सदस्यों ने भी इस पर सहमति जताई।

रामगोविंद चौधरी ने कहा कि अगर नैतिकता बची है तो सरकार को इस्तीफा दे देनी चाहिए। बसपा के लालजी वर्मा ने भी प्रकरण के न्यायिक जांच की मांग की। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सदस्यों से शांत हो जाने की अपील करते हुए कहा कि पहले प्रश्नकाल हो जाने दें इसके बाद नियम 56 पर इस मुद्दे पर अपनी बात कही जा सकती है। लेकिन सपा सदस्य वेल में आकर नारेबाजी करते रहे। सपा ने कानून-व्यवस्था पर सरकार के असफल रहने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का इस्तीफा मांगा।

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा युवा पीढ़ी का भविष्य बर्बाद करने में लगी है। वह युवा पीढ़ी को अंधविश्वास और रूढ़िवादिता के अंधेरे में फंसाए रखना चाहती है। उसे नौजवानों के भविष्य निर्माण की कतई चिंता नहीं है।ये बात अखिलेश यादव ने सोमवार को पार्टी मुख्यालय में हुई समाजवादी युवजन सभा की बैठक में कहीं।

उन्होंने कहा कि भाजपा समाजवादी विचाराधारा को बदनाम करने की रणनीति पर काम कर रही है। वह भ्रम, अफवाह और गुमराह करने की साजिश करती है। लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है। नौजवानों को झूठे मुकदमों में फंसाया जा रहा है। विश्वविद्यालयों में छात्रों को दाखिला देने में बंदिशें लगाई जा रही हैं। भाजपा बेरोजगारी के मुद्दे पर मौन हैं। सत्ताधारियों के कारण बहन-बेटियों का मान सम्मान खतरे में है। अपराध नियंत्रण के लिए यूपी डायल-100 व्यवस्था को बर्बाद कर दिया गया है। अखिलेश ने इस बात पर जोर दिया कि जनगणना के आधार पर अवसर और हक-सम्मान की व्यवस्था होनी चाहिए। सामाजिक न्याय के लिए समाजवादी पार्टी ही संघर्ष करती आई है। बिना गैर बराबरी को मिटाए सामाजिक सद्भाव नहीं हो सकता है।

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