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अयोध्या: 2019 लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या के मुद्दे को एक बार फिर से गरमाने की तैयारी दिख रही है। शनिवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अयोध्या पहुंच रहे हैं। जबकि रविवार को साधु-संतों की विराट धर्म संसद होने जा रही है। उद्धव ठाकरे अयोध्या में रैली को संबोधित करने के अलावा साधु संतों के साथ भी बैठक भी करेंगे। अपने अयोध्या दौरे से पहले उन्होंने यह नारा भी दिया था कि 'हर हिंदू की यही पुकार पहले मंदिर फिर सरकार।' इसके अलावा बड़ी संख्या में शिवसेना के कार्यकर्ता भी जय श्री राम का नारा लगाते हुए ट्रेन से अयोध्या पहुंचने लगे हैं। विश्व हिंदू परिषद ने भी सभी लोगों से अयोध्या पहुंचने की अपील की है। अयोध्या मुद्दा गरमाने के बाद यहां फिर से 1992 जैसे हालात बनते दिख रहे हैं। अयोध्या में भारी संख्या में लोगों की उपस्थिति को देखते हुए काफी तादाद में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है।

अयोध्या पहुंचने लगे हैं शिवसैनिक

अयोध्या में शिवसेना के कार्यकर्ता जय श्री राम का नारा लगाते हुए मुंबई, ठाणे, कल्याण और नासिक के साथ कई दूसरे शहरों से ट्रेन से पहुंच रहे हैं। जो अयोध्या नहीं जा पाए, वो शनिवार शाम को अपने अपने इलाक़ों के मंदिरों में महाआरती कर शिवसेना के आंदोलन को समर्थन देंगे।

नई दिल्ली: शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि हमने 17 मिनट में बाबरी तोड़ दी तो कानून बनाने में कितना समय लगता है। राष्ट्रपति भवन से लेकर यूपी तक भाजपा की सरकार है। राज्यसभा में ऐसे बहुत से सांसद हैं जो राम मंदिर के साथ खड़े रहेंगे। जो विरोध करेगा देश में उसका घूमना मुश्किल होगा। गौरतलब है कि अयोध्या में राम मंदिर को लिए कानून बनाने के लिए लगातार दबाव डाल रही है। शिवसेना ने शुक्रवार को भी अध्यादेश लाने और तारीख की घोषणा करने के लिए कहा।

भाजपा पर निशाना साधते हुए शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना' के एक संपादकीय में लिखा, "सत्ता में बैठे लोगों को शिवसैनिकों पर गर्व होना चाहिए जिन्होंने रामजन्मभूमि में बाबर राज को खत्म कर दिया। शिवसेना ने कहा कि वह चुनाव के दौरान न तो भगवान राम के नाम पर वोटों की भीख मांगती है और न ही जुमलेबाजी करती है। शिवसेना प्रमुख उद्धव राम मंदिर निर्माण की मांग को लेकर 25 नवंबर को अयोध्या का दौरा करेंगे।

लखनऊ: शिवसेना की 25 तारीख को अयोध्या के रामकथा पार्क में प्रस्तावित शिवसेना आशीर्वाद जनसभा को यूपी प्रशासन ने अनुमति देने से इंकार कर दिया है, जिसके बाद इस रैली को किसी दूसरी स्थल पर कराए जाने की संभावना है। बता दें कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे 24 नवंबर को अयोध्या दौरे पर पहुंच रहे हैं। वो यहां आशीर्वीद समारोह में शामिल होंगे। इसके बाद सरयू आरती में शामिल होंगे। ठाकरे रामललाल के दर्शन के बाद प्रेस-कॉन्फ्रेंस करेंगे और अयोध्या के लिए रवाना हो जाएंगे। वहीं अयोध्या में शिवसेना की एक जनसभा को लेकर भी चर्चा गर्म है।

सूत्रों के मुताबिक, यूपी प्रशासन ने राम कथा पार्क में किसी भी तरह की रैली की इजाजत नहीं दी है। चूंकि यह जगह विवादित बाबरी मस्जिद और रामजन्म भूमि स्थल के बेहद करीब है। ऐसे में कोई भी विवादित टिप्पणी माहौल बिगाड़ सकती है। माना जा रहा है कि शिवसेना इस कार्यक्रम को गुलाब बरी में शिफ्ट कर सकती है। जो विवादित स्थल से कुछ किलोमीटर दूर है। मंगलवार को शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने शिवसेना आशीर्वाद सभा के लिए भूमि पूजन करने के बाद कहा कि लोगों ने बहुत साल केंद्र में रामलला की सरकार बनने का इंतजार किया। अब जब केंद्र में रामलला की सरकार बन गई है। उसके बावजूद राम मंदिर ना बने। यही याद दिलाने के लिए उद्धव ठाकरे अयोध्या जा रहे हैं।

लखनऊ: मुलायम सिंह यादव गुरुवार को अपने जन्मदिन के मौके पर समाजवादी पार्टी मुख्यालय में आयोजित समारोह में पार्टी को मजबूत करने पर जोर दिया। मुलायम ने कहा कि उन्होंने चार बार सरकार बनाई। पार्टी नेता और कार्यकर्ता अपनी नीतियों को लेकर जनता के बीच जाएं। अपने आचरण और व्यवहार से उनका दिल जीतें। दिल्ली पर कब्जा करें तो उत्तर प्रदेश पर अपने-आप कब्जा हो जाएगा। नौजवानों का जोश और उत्साह देखकर भरोसा है कि यूपी में तो आपकी सरकार आएगी ही, लेकिन इस पर विचार करो कि दिल्ली की सत्ता पर कैसे कब्जा होगा।

उन्होंने कहा, ऐसे हालात पैदा कीजिए कि आपके बगैर दिल्ली में कोई सरकार न बन पाए। यूपी विशाल प्रदेश है। यहां की जनसंख्या दुनिया के कई देशों के बराबर है। यूपी ने हमेशा देश का नेतृत्व किया है। यूपी एकत्रित होकर समर्थन करता है, तभी दिल्ली में सरकार बनती है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग पार्टी में तोड़फोड़ कर अलग-थलग करना चाहते हैं, लेकिन नेता और कार्यकर्ता अपनी नीतियों को लेकर जनता के बीच जाएं।

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