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लखनऊ (जनादेश ब्यूरो): उत्तर प्रदेश में गर्मी से होने वाली मौत के आंकड़ों ने सभी को परेशान कर दिया है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक यूपी में अब तक गर्मी से 44 लोगों की मौत हो चुकी है। ये 44 मौत प्रदेश के 8 जिलों में हुई हैं। इनमें चित्रकूट, महोबा, सोनभद्र, मिर्ज़ापुर, मैनपुरी, चंदौली, आज़मगढ़ और औरैया जिले का नाम शामिल है। ये सभी मौतें इस सीजन की हैं और प्रदेश सरकार ने सभी जिलों में हीटस्ट्रोक से मरने वालों के आंकड़ों को राज्य सरकार को देने को कहा है।

उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ यूपी के आठ जिलों में गर्मी से हुई मौतों के जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, चित्रकूट में तीन लोगों की मौत, महोबा में 12 लोगों की मौत, मैनपुरी में 1 मौत, सोनभद्र में 11 मौत, मिर्जापुर में 14 मौत हुई हैं। वहीं चंदौली, आजमगढ़ और औरैया में एक-एक मौतें हुई है। यूपी में इस साल गर्मी काल बनकर लोगों के ऊपर टूटी है। सरकार की तरफ से बार-बार लोगों से अपील की जा रही थी कि गर्मी से बचाव के लिए लगातार शरीर ढक घरों से बाहर निकलें और अधिक से अधिक तरल पदार्थों का सेवन करें।

प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग की तमाम चेतावनियों के बाद आंकड़े डराने वाले हैं। हालांकि राज्य सरकार गर्मी से निपटने के लिए प्लान तैयार कर रही है।

गर्मी से निपटने के लिए बनाया प्लान

यूपी सरकार के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि शहरों के पास तालाबों और आर्द्रभूमि को पुनर्जीवित करने के साथ-साथ नगरों के फैलाव के बजाय बहुमंजिला इमारतें बनायी जानी चाहिये। ताकि पूरे राज्य में पड़ रही भीषण गर्मी से निपटा जा सके। उत्तर प्रदेश के आवास और शहरी नियोजन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) नितिन रमेश गोकर्ण ने कहा कि शहरी परिवेश में गर्म मौसम की समस्या को हल करने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण की जरूरत हैै।

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