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रायपुर: कोरोना संकट के बीच छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हाल ही में केंद्र सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाने वालीं ममता बनर्जी का समर्थन करते हुए बुधवार को कहा कि केंद्र सरकार के कदमों के बारे में राज्यों को सूचित करने से पहले इनकी सूचना लीक करना और मीडिया को बताना प्रदेश सरकारों के अधिकारों को कमजोर करने के समान है। उन्होंने यह भी कहा कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने भी प्रवासी श्रमिकों को लेकर ट्रेन भेजने से पहले राज्यों के साथ समन्यवय नहीं करने और सूचित नहीं करने को लेकर चिंता जताई थी। 

भूपेश बघेल ने कहा, 'केंद्रीय टीम के दौरे समेत कई अन्य चीजों में अगर केंद्रीय मंत्रियों की तरफ से बयान दिए जाएंगे और अखबारों को सूचनाएं लीक की जाएंगी तो राज्यों का नाराज होना उचित है।' पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार संकट के इस समय राजनीति कर रही है। पलानीस्वामी ने 31 मई से पहले रेल एवं विमानन सेवाओं की बहाली का विरोध किया था।

बघेल ने कहा कि कोई कदम उठाने से पहले राज्यों को विश्वास में लिया जाना चाहिए और अगर केंद्र ने समय पर प्रदेशों के साथ विचार-विमर्श किया होता तो कई मुश्किलों को टाला जा सकता था।

रायगढ़: आंध्र प्रदेश के बाद अब छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में भी गैस लीक होने का मामला सामने आया है। यहां जहरीली गैस के संपर्क में आने पर सात मजदूर बीमार पड़ गए। इसके बाद सभी मजदूरों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इन मजदूरों में से तीन की हालत गंभीर है और उन्हें रायपुर रेफर किया गया है। यह जानकारी रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक ने दी।   जानकारी के अनुसार, छत्तीसगढ़ में रायगढ़ जिले की एक पेपर मिल में जहरीली गैस की चपेट में आने से सात मजदूर बीमार हो गए।

रायगढ़ जिले के पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने गुरुवार को बताया कि जिले के तेतला गांव में स्थित शक्ति पेपर मिल में बुधवार शाम जहरीली गैस की चपेट में आने से सात मजदूर बीमार हो गए। सिंह ने बताया कि बुधवार को मजदूर एक टंकी की सफाई कर रहे थे कि तभी वे गैस की चपेट में आ गए। लेकिन मिल के मालिक ने इस घटना की जानकारी पुलिस को नहीं दी और मजदूरों को अस्पताल में भर्ती करा दिया। इसके बाद जब अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को घटना की जानकारी दी, तब मामला सामने आया।

रायपुर: छत्तीसगढ़ में बुधवार को कोरोना वायरस (कोविड-19) के दो नए मरीज सामने आए हैं। राज्य में अब तक कुल तीन लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि की गई है। राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने आज यहां बताया कि स्वास्थ्य विभाग के सचिव से प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस से संक्रमित दो नए मरीज मिले। इससे राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तीन हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि रायपुर और राजनांदगांव में एक-एक मरीज के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इनके उपचार की सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।

छत्तीसगढ़ में इससे पहले पिछले सप्ताह रायपुर की 24 वर्षीय युवती में कोरोना के संक्रमण की पुष्टि हुई थी। युवती का रायपुर स्थित एम्स में इलाज किया जा रहा है। इधर, राज्य सरकार ने कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के उपचार और 14 दिनों तक पृथक रखने के लिए रायपुर जिले के बरौदा स्थित राज्य वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान में पृथक केन्द्र स्थापित करने का फैसला किया है।

रायपुर: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में लापता 17 जवानों के शव बरामद कर लिए गए हैं। बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि सुरक्षा बल ने 17 जवानों के शवों को बरामद कर लिया है तथा उन्हें जंगल से बाहर निकाला जा रहा है। जवान नक्सलियों के साथ मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए हैं। सुंदरराज ने बताया कि शनिवार (21 मार्च) को सुकमा जिले के एलमागुड़ा में नक्सली गतिविधियों की सूचना के बाद चिंतागुफा, बुरकपाल और तिमेलवाड़ा से डीआरजी, एसटीएफ और सीआपीएफ के कोबरा बटालियन के छह सौ जवानों को रवाना किया गया था। उन्होंने बताया कि जब सुरक्षा बल के जवान मिनपा गांव के जंगल में थे तब लगभग 250 की संख्या में नक्सलियों ने जवानों पर हमला कर दिया। इस घटना में 15 जवान घायल हो गए थे। लगभग ढाई घंटे तक दोनों ओर से गोलीबारी होने के बाद नक्सली वहां से फरार हो गए थे।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस घटना के बाद 17 जवान लापता हो गए थे। बाद में सुरक्षा बलों ने लापता जवानों की खोज में खोजी अभियान चलाया था। आज लापता जवानों के शव बरामद कर लिए गए। शहीद जवानों के शवों को जंगल से बाहर निकाला जा रहा है।

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