रायपुर: पुलवामा हमले की दूसरी बरसी पर शनिवार के दिन शहीदों को याद किया गया। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद बघेल ने पुलवामा हमले को लेकर सरकार के सामने कुछ सवाल भी दाग दिए। दरअसल, ट्विटर के माध्यम से बघेल ने केंद्र सरकार से सवाल किया कि जहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता, वहां 300 किलो आरडीएक्स कैसे पहुंचा? ट्विटर पर भूपेश बघेल द्वारा लिखा गया, "सवाल तो है साहेब! जहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता, वहां 300 किलो आरडीएक्स कैसे पहुंचा? कौन था इस साजिश के पीछे? पुलवामा हमले में शहीद हुए वीर जवानों को कोटि-कोटि नमन। राष्ट्र उनकी शहादत को सलाम करता है।"
बता दें साल 2019 में 14 फरवरी के दिन कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर जैश-ए-मोहम्मद के एक फिदायीन आतंकी दस्ते ने बम धमाका किया था। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे। ऐसा कई बार कहा जा चुका है कि साजिश के तहत पाकिस्तान ने यह हमला करवाया था।
इस साजिश को अंजाम देने के लिए जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन ने अपने आतंकियों को अलकायदा, तालिबान और हक्कानी के अफगानिस्तान में बने ट्रेनिंग कैंप में हथियार और गोला बारूद चलाने की ट्रेनिंग दी थी।
आज से दो साल पहले यानि 14 फरवरी 2019 के दिन सीआरपीएफ के 76वीं बटालियन के 2500 से ज्यादा जवान श्रीनगर में ड्यूटी पर वापस लौट रहे थे। सभी जवान करीब ढाई बजे तड़के जम्मू से बस में सवार हुए थे।
इस दौरान श्रीनगर से 27 किलोमीटर पहले लेथपोरा में पहले से पीछा कर रही विस्फोटक से भरी कार ने जवानों के काफिले की पांचवी बस को बांई तरफ से टक्कर मार दी। इस बीच एक भयानक विस्फोट हो गया, जिसमें दूसरी बस को भी नुकसान पहुंचा।
घटना के दौरान काफिले में मौजूद सीआरपीएफ के एक जवान ने बताया कि जबरदस्त धमाके से सभी चौंक गए थे। उसने कहा कि अफरा-तफरी और भ्रम की स्थिति में मैं वहां सिर्फ धुआं देख पा रहा था। इस घटना के तुरंत बाद ही जैश-ए-मोहम्मद ने हमले की जिम्मेदारी ली।
उसने कहा कि दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के एक स्थानीय फिदायीन अदिल अहमद डार ने यह हमला किया। इसके साथ ही संगठन ने डार का एक वीडियो भी जारी किया।
वहीं, हमले की तहकीकात के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि डार ने कम तीव्रता के धमाके के लिए प्रयोग किए जाने वाले 150 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट (सुपर 90)- उर्वरक से घटना को अंजाम दिया।