ताज़ा खबरें
आरएसएस-बीजेपी को हराने का रास्ता गुजरात से होकर जाता है: राहुल
बीजेपी ने बाहरी लोगों को बुलाकर मुर्शिदाबाद में कराई हिंसा: ममता
सुप्रीम कोर्ट मेंं सिब्बल बोले- वक्फ कानून धार्मिक स्वतंत्रता के खिलाफ

रांची: आदिवासियों के लिए अलग धार्मिक संहिता की लगातार पैरवी कर रहे झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अब ऐसा बयान दिया है, जिस पर विवाद खड़ा हो गया है। हेमंत सोरेन ने कहा कि आदिवासी कभी हिंदू नहीं थे। केंद्र सरकार को अगली जनगणना में इनकी गिनती के लिए अलग से कालम की व्यवस्था करनी चाहिए। सोरेन का बयान आते ही भाजपा हमलावर हो गई। भाजपा ने सोरेन पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री वेटिकन के हाथों में खेल रहे हैं। 

हेमंत सोरेन का यह बयान शनिवार की देर रात हार्वर्ड इंडिया कांन्फ्रेंस के दौरान सामने आया। हेमंत सोरेन इस कांफ्रेंस को वर्चुअल माध्यम से संबोधित कर रहे थे। कांफ्रेंस का आयोजन हार्वर्ड बिजनेस स्कूल और हार्वर्ड कैनेडी स्कूल के छात्रों ने किया था। कांफ्रेंस के दौरान जब सोरेन से पूछा गया कि क्या आदिवासी हिंदू नहीं हैं। इस पर उन्होंने कहा कि इस पर कोई भ्रम नहीं है। आदिवासी कभी भी हिंदू नहीं थे, न ही अब वे हिंदू हैं।

रांची: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव को चारा घोटाला मामले में अदालत से राहत नहीं मिल सकी। लालू प्रसाद यादव की जमानत याचिका पर सुनवाई फिर टल गई। अब झारखंड हाईकोर्ट उनकी जमानत याचिका पर अगली सुनवाई 19 फरवरी को करेगा। बता दें कि लालू यादव फिलहाल दिल्ली एम्स में अपना इलाज करा रहे हैं। वहीं सुनवाई टलने के बाद लालू के वकील ने कहा कि दो सप्ताह के समय के बावजूद, सीबीआई ने आदेश पत्र दायर करने के लिए और समय मांगा। अदालत ने एक सप्ताह की अनुमति दी है। सीबीआई की देरी के कारण जमानत टल गई है। वकील ने कहा कि हमें भरोसा है कि 19 फरवरी को सुनवाई उनके पक्ष में होगी, जिसके बाद अगले दो-चार दिनों में उनकी रिहाई  हो जाएगी।

बता दें कि दुमका ट्रेजरी केस बिहार के पशुपालन विभाग के अधिकारियों द्वारा वर्ष 1991 से 1996 के बीच दुमका ट्रेजरी से साढ़े तीन करोड़ रुपये निकाले जाने से जुड़ा है और इस दौरान लालू प्रसाद यादव बिहार के मुख्यमंत्री थे। लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाले से जुड़े चाईबासा ट्रेजरी केस में अक्तूबर में ही जमानत मिल गई थी, लेकिन दुमका ट्रेजरी केस की सुनवाई पूरी नहीं होने के चलते उन्हें जेल में ही रहना पड़ा।

रांची: चारा घोटाले मामले में सजायाफ्ता राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की तबीयत बिगड़ने के बाद उनके परिवार के लोग रांची पहुंचे। बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, तेज प्रताप और बेटी मीसा भारती लालू यादव को देखने के लिए शुक्रवार को रांची स्थित रिम्स अस्पताल पहुंचे, जहां लालू यादव का इलाज चल रहा है। लालू की हालत गंभीर बताई जा रही है।

लालू यादव को देखने पहुंचे तेजस्वी यादव ने रिम्स से निकलने के बाद मीडिया से कहा, "हमारा परिवार उनके (लालू प्रसाद यादव) लिए बेहतर इलाज चाहता है. सभी रिपोर्ट आने के बाद डॉक्टरों को यह विश्लेषण करना है कि उन्हें यहां इलाज दिया जा सकता है। उनकी हालत गभीर है। मैं मुख्यमंत्री से कल (शनिवार) मुलाकात करूंगा।"

वहीं, रिम्स के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि लालू यादव के फेफड़ों में संक्रमण है और हम उनका इलाज कर रहे हैं।

रांची: दुष्कर्म के बाद युवती की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कुछ लोगों ने सोमवार शाम रांची के किशोरगंज में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के काफिले को रोकने की कोशिश की। काफिले को एस्कॉर्ट कर रहे यातायात थाना गोंदा के थानेदार इंस्पेक्टर नवल किशोर सिंह ने सड़क पर जमा लोगों को हटने को कहा तो भीड़ ने उपद्रव करना शुरू कर दिया, जिसमें इंस्पेक्टर गंभीर रूप से जख्मी हो गए। उन्हेंं बेहतर इलाज के लिए मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

भीड़ के आक्रोश को देखते हुए मुख्यमंत्री के काफिले को हरमू रोड में भारत माता चौक के पास से डायवर्ट कर बड़ा तालाब, मेन रोड, कचहरी चौक होते हुए मुख्यमंत्री आवास ले जाया गया। घटना शाम लगभग छह बजे की है। उपद्रव करने वाली भीड़ में सुनियोजित तरीके से महिलाओं को आगे रखा गया था। पुलिस उपद्रवियों की तलाश में जुटी हुई है। देर रात तक आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी रही। घटना बाद पूरा हरमू रोड पुलिस छावनी में तब्दील रहा।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख