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रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भारतीय महिला हॉकी टीम में शामिल झारखंड की दो खिलाड़ियों सिमडेगा की सलीमा टेटे और खूंटी की निक्की प्रधान को 50-50 लाख रुपये देने की घोषणा की है। हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को कहा कि राज्य की हॉकी खिलाड़ी सलीमा टेटे और निक्की प्रधान को टोक्यो ओलंपिक में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए 50-50 लाख रुपये दिए जाएंगे। सोरेन ने कहा कि पदक भले ही हाथ नहीं आया, लेकिन जिस तरह से भारतीय महिला हॉकी टीम ने कांस्य पदक के मैच में ग्रेट ब्रिटेन की टीम के खिलाफ लड़ाई लड़ी वह काबिले तारीफ है।

इतिहास रचने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम का अपना पहला ओलंपिक पदक हासिल करने का सपना अधूरा रह गया क्योंकि उन्हें कांस्य प्ले-ऑफ में ग्रेट ब्रिटेन से 3-4 से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन इस मजबूत टीम ने टोक्यो ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में कामयाबी हासिल की। सोरेन ने कहा, 'मैं पूरी भारतीय महिला हॉकी टीम को सलाम करता हूं। झारखंड की बेटियों के बेहतर प्रदर्शन के लिए सरकार अपने पूर्व के फैसले को संशोधित कर 50-50 लाख रुपये का पुरस्कार देगी और उनके पैतृक घरों को पक्के मकानों में तब्दील कराएगी।’

रांची: झारखंड के धनबाद जिले में जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की संदिग्ध मौत मामले में सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है। इसी क्रम में सीबीआई की 4 सदस्यीय टीम गुरुवार को धनबाद सदर थाना पहुंची, जहां उन्होंने पुलिस के वरीय पदाधिकारियों से बातचीत कर मामले में की गयी अब तक की जांच और तथ्यों के बारे में जानकारी ली। साथ ही इस मामले से जुड़ी महत्वपूर्ण कागजातों को भी सीबीआई अपने साथ ले गई। बताया जा रहा है कि देर रात धनबाद पहुंची सीबीआई की 20 सदस्यीय टीम कई जगहों को खंगाला। इस दौरान कुछ लोगों से पूछताछ भी की जा रही है।

बता दें कि एडीजे उत्तम आनंद के संदिग्ध मौत मामले की जांच अब सीबीआई कर रही है। धनबाद के सदर थाने में दर्ज केस को सीबीआई ने बुधवार को टेकओवर कर लिया था। सीबीआई के स्पेशल क्राइम सेल के द्वारा केस की जांच नए सिरे से की जा रही है। जिसका अनुसंधानकर्ता एएसपी रैंक के अधिकारी विजय कुमार शुक्ला बनाए गए है। सीबीआई एसपी जगरूप एस गुसिन्हा के आदेश पर केस की जांच के लिए बनाई गई 20 सदस्यीय एसआईटी में बायोलॉजी, डीएनए प्रोफाइलिंग, फिंगर प्रिंट्स, फॉरेंसिक साइकोलॉजी और सेरोलॉजी विंग के एक्सपर्ट भी शामिल किए गए हैं।

नई दिल्ली: झारखंड की कोयलानगरी धनबाद में जज की हत्या मामले में सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है। देश के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एनवी रमना की बेंच ने संज्ञान लेते हुए एक सप्ताह के भीतर झारखंड के मुख्य सचिव और डीजीपी से मामले में की गई कार्रवाई पर स्टेटस रिपोर्ट मांगी है।

सुप्रीम कोर्ट की खंडपीठ ने कहा कि राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी झारखंड में अदालत परिसर के अंदर और बाहर कानून-व्यवस्था की स्थिति का भी ब्योरा देंगे। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने साफ किया है कि वो झारखंड हाई कोर्ट की कार्यवाही में दखल नहीं दे रहा है।

सीजेआई एन वी रमना और जस्टिस सूर्यकांत की सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने कहा कि अदालत परिसर के अंदर और बाहर न्यायिक अधिकारियों और वकीलों पर हमले के कई मामले सामने आए हैं। लिहाजा, अदालत देश में न्यायिक अधिकारियों की सुरक्षा के बड़े मुद्दे का समाधान करना चाहती है।

धनबाद: धनबाद में एडीजे उत्तम आनंद की पीछे टक्कर मारने में जिस ऑटो का इस्तेमाल हुआ, उसकी मालकिन का पति रामदेव फरार है। पुलिस ने बुधवार से गुरुवार तक कई बार उसकी तलाश में घर में छापा मारा। रामदेव तो नहीं मिला इसलिए उनके पिता को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। जब उसका ऑटो चोरी हुआ था, उसने केस भी दर्ज नहीं करवाया। गुरुवार को 10 बजे उसने पत्नी और बेटे को केस दर्ज करवाने भेजा। जबकि ऑटो से वारदात को अंजाम बुधवार सुबह दिया गया।

पत्नी ने पुलिस को बताया कि बुधवार की सुबह ही उनका ऑटो चोरी हुआ, क्योंकि जब उन्होंने सुबह उठकर देखा तो ऑटो घर के बाहर नहीं खड़ा था। पुलिस ने जानकारी दी कि रामदेव का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड है। उसके खिलाफ डकैती समेत कई आरोप दर्ज हैं। वह डकैती के आरोप में जेल भी जा चुका है। साथ ही उस पर पत्थरमार गिरोह का सरगना होने का भी आरोप है। रामदेव के जिस ऑटो के जरिए जज की जान ली गई उसे रामदेव ने 3 महीने पहले खरीदा था।

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